सरगुजा : छत्तीसगढ़ में सरकार प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग और ग्रामीण लोगों को इससे आर्थिक लाभ देने की दिशा में काम कर रही है. इसमें कई क्षेत्रों में पाए जाने वाले वन एवं उस क्षेत्र के वनवासियों के आर्थिक उत्थान के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं. राज्य सरकार ने निर्धारित लघु वनोपज की संख्या (Purchase of forest produce in Chhattisgarh) को बढ़ाया है. पहले समर्थन मूल्य पर 52 लघु वनोपज की खरीदी होती थी.लेकिन अब राज्य शासन ने इसे बढ़ाकर 65 वनोपज कर दिया है. शासन ने अब 18 लघु वनोपज के संग्रहण दरों में वृद्धि की है. जिसमें महुआ फूल, तेंदूपत्ता, इमली, चिरौंजी गुठली, रंगीनी लाख, कुसुमी लाख, फूल झाड़ू, गिलोय, चरौंटा बीज, धवई फूल, नागरमोथा हैं.
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राज्य शासन ने बढ़ाए वनोपज : राज्य शासन वन विभाग के माध्यम से कई वनोपज की खरीदी (Purchase of forest produce in Ambikapur)करती है। वर्तमान में साल बीज, हर्रा, इमली बीज, चिरौंजी गुठली, महुआ बीज, कुसुमी लाख, रंगीनी लाख, कालमेघ, बहेड़ा, नागरमोथा, कुल्लु गोंद, पुवाड़, बेल गुदा, शहद, फूल झाड़ू, महुआ, जामून, कौंच और धवई फूल को सूखा खरीदती है. वहीं आंवला, बेल, जामुन जैसे वनोपज को कच्चा खरीद कर संग्राहकों को उसका लाभ पहुंचाया जाता है.