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RBI on Exchange of Rs2000: दो हजार के नोटबंदी पर RBI गवर्नर बोले- हमारा मकसद पूरा हुआ - नोट बदलने के लिए चार महीने का समय

2000 रुपये के नोट बदलने को लेकर (Exchange of Rs 2000 Banknotes) आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि यह क्लीन नोट पॉलिसी का एक हिस्सा है. लोगों को नोट बदलने में परेशानी नहीं होगी, बैंको को दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं.

RBI Governor Shaktikanta Das
आरबीआई के गर्वनर शक्तिकांत दास
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Published : May 22, 2023, 11:36 AM IST

Updated : May 22, 2023, 12:31 PM IST

नई दिल्ली : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने पहली बार 2000 रुपये के नोटबंदी पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि 2000 रुपये के नोट को लाने का हमारा मकसद पूरा हो गया है. आम जनता किसी तरह की कोई चिंता न करें. 2000 रुपये के नोट बदलने के लिए बैंको को पूरी तरह से तैयार रहने के लिए दिशा- निर्देश दे दिया गया है. लोगों को नोट बदलने में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होगी.

नोट बदलने के लिए चार महीने का समय
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि नोट को बदलने के लिए चार महीने का समय दिया गया है. लोग आराम से नोट बदल सकते हैं. लोग नोटबंदी के मामले को गंभीरता से लें लेकिन पैनिक न हो. नोट बदलने के लिए काफी समय है. पुराने नोट बदलने के लिए लगाई पाबंदी को आप किसी तरह की दिक्कत ना मानें.

  • #WATCH | #Rs2000CurrencyNote | RBI Governor Shaktikanta Das says, "Let me clarify and re-emphasise that it is a part of the currency management operations of the Reserve Bank...For a long time, the Reserve Bank has been following a clean note policy. From time to time, RBI… pic.twitter.com/Rkae1jG0rU

    — ANI (@ANI) May 22, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पॉलिसी के तहत लिया गया फैसला
आरबीआई गवर्नर ने 2000 रुपये के नोटबंदी को करेंसी मैनेजमेंट पॉलिसी का हिससा बताया. उन्होंने कहा कि 2000 रुपये के नोट को लाने के कई कारण थे और इसे एक पॉलिसी के तहत लाया गया था. समय-समय पर आरबीआई एक विशेष श्रृंखला के नोटों को वापस लेता है और नए नोट जारी करता है... हम 2000 रुपये के नोटों को संचलन से वापस ले रहे हैं लेकिन वे कानूनी निविदा के रूप में जारी हैं. 30 सितंबर तक लोग बैंक में जाकर पुराने नोटों को बदलवा सकते हैं.

2000 के नोट पर फैसला क्लीन नोट पॉलिसी का हिस्सा
आरबीआई गवर्नर Shaktikanta Das ने कहा कि 2000 रुपये के नोट को चलन से बाहर करना क्लीन नोट पॉलिसी का हिस्सा है. इसे RBI के करेंसी मैनजेंमेंट सिस्टम का हिस्सा माना जाना चाहिए. नोट बदलने के लिए काफी समय है लिहाजा लोग नोट बदलने में किसी तरह की अफरातफरी न करें. जो कठिनाई होगी आरबीआई उसे सुनेगा और पुराने नोट बदलने के लिए लगाई पाबंदी के तहत किसी तरह की दिक्कत जनता को ना हो, इसका ध्यान रखा गया है.

पढ़ें : Rs 2000 Note Exchange : बिना कोई फॉर्म और केवाईसी के ही बदल सकेंगे 2000 रु. के नोट

नई दिल्ली : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने पहली बार 2000 रुपये के नोटबंदी पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि 2000 रुपये के नोट को लाने का हमारा मकसद पूरा हो गया है. आम जनता किसी तरह की कोई चिंता न करें. 2000 रुपये के नोट बदलने के लिए बैंको को पूरी तरह से तैयार रहने के लिए दिशा- निर्देश दे दिया गया है. लोगों को नोट बदलने में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होगी.

नोट बदलने के लिए चार महीने का समय
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि नोट को बदलने के लिए चार महीने का समय दिया गया है. लोग आराम से नोट बदल सकते हैं. लोग नोटबंदी के मामले को गंभीरता से लें लेकिन पैनिक न हो. नोट बदलने के लिए काफी समय है. पुराने नोट बदलने के लिए लगाई पाबंदी को आप किसी तरह की दिक्कत ना मानें.

  • #WATCH | #Rs2000CurrencyNote | RBI Governor Shaktikanta Das says, "Let me clarify and re-emphasise that it is a part of the currency management operations of the Reserve Bank...For a long time, the Reserve Bank has been following a clean note policy. From time to time, RBI… pic.twitter.com/Rkae1jG0rU

    — ANI (@ANI) May 22, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पॉलिसी के तहत लिया गया फैसला
आरबीआई गवर्नर ने 2000 रुपये के नोटबंदी को करेंसी मैनेजमेंट पॉलिसी का हिससा बताया. उन्होंने कहा कि 2000 रुपये के नोट को लाने के कई कारण थे और इसे एक पॉलिसी के तहत लाया गया था. समय-समय पर आरबीआई एक विशेष श्रृंखला के नोटों को वापस लेता है और नए नोट जारी करता है... हम 2000 रुपये के नोटों को संचलन से वापस ले रहे हैं लेकिन वे कानूनी निविदा के रूप में जारी हैं. 30 सितंबर तक लोग बैंक में जाकर पुराने नोटों को बदलवा सकते हैं.

2000 के नोट पर फैसला क्लीन नोट पॉलिसी का हिस्सा
आरबीआई गवर्नर Shaktikanta Das ने कहा कि 2000 रुपये के नोट को चलन से बाहर करना क्लीन नोट पॉलिसी का हिस्सा है. इसे RBI के करेंसी मैनजेंमेंट सिस्टम का हिस्सा माना जाना चाहिए. नोट बदलने के लिए काफी समय है लिहाजा लोग नोट बदलने में किसी तरह की अफरातफरी न करें. जो कठिनाई होगी आरबीआई उसे सुनेगा और पुराने नोट बदलने के लिए लगाई पाबंदी के तहत किसी तरह की दिक्कत जनता को ना हो, इसका ध्यान रखा गया है.

पढ़ें : Rs 2000 Note Exchange : बिना कोई फॉर्म और केवाईसी के ही बदल सकेंगे 2000 रु. के नोट

Last Updated : May 22, 2023, 12:31 PM IST
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