नई दिल्ली : गर्मियों का सीजन आ रहा है. इसके साथ ही बीजली की खप्त भी बढ़ जाती है. जितना ज्यादा बीजली का इस्तेमाल, बिल भी उतना ही ज्यादा आएगा. इसके अलावा गर्मियों में लोड शेडिंग बढ़ जाती है. जिसकी वजह से लोगों को अलग परेशानी का सामना करना पड़ता है. इन सब परेशानियों का आप एक समाधान कर सकते है. केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही सोलर रुफटॉप योजना का लाभ ले सकते है.
सोलर रूफटॉप योजना : केंद्र सरकार इन दिनों लगातार ग्रीन एनर्जी के इस्तेमाल को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है. इसके फायदों को देखते हुए और लोगों को ज्यादा से ज्यादा सोलर एनर्जी की तरफ आकर्षित करने के लिए सरकार सोलर रुफटॉप योजना चला रही है. इस योजना के तहत सबसे पहले आपको डिस्कॉम पैनल में शामिल किसी से भी अपने घर की छत पर सोलर पैनल लगवाना होगा. इसके बाद ही आप सरकार के पास सब्सिडी के लिए आवेदन कर सकते हैं.
योजना में कितना मिलेगा लाभ : इस योजना के तहत सरकार की तरफ से आपको 40 फीसदी यानी लगभग 48 हजार रुपए की सब्सिडी मिल जाएगी. जैसे अगर आप तीन किलोवॉट का सोलर पैनल लगवाते हैं, तो इसमें 72 हजार रुपए का खर्च आएगा. तो इस कुल खर्च में 48 हजार रुपए आपको सरकार की तरफ से मिलेंगे. इस योजना में लगभग 25 साल तक सोलर पैनल का इस्तेमाल कर सकते हैं. वहीं, योजना में लागत भुगतान पांच से छह साल में पूरा हो जाएगा. पावर कट की भी समस्या नहीं रहेगी.
योजना के लिए जरूरी डाक्यूमेंट : अपने घर में सोलर पैनल लगवाने के लिए आपके पास कुछ सरकारी आईडी जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी होना चाहिए. इसके अलावा आय प्रमाण पत्र, बिजली का बिल जमा करना होगा. जहां सोलर पैनल लगवाना है उस छत की तस्वीर देनी होगी. गौरतलब है कि एक किलो वॉट सौर ऊर्जा के लिए करीबन 10 वर्ग मीटर जगह की जरूरत पड़ती है. इसलिए अपने घर में बिजली की जरुरत के हिसाब से सोलर पैनल लगवाएं. केंद्र सरकार इस योजना के तहत आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित करती है.
सोलर ऊर्जा क्या है: सौर ऊर्जा सूर्य से प्राप्त होती है. विद्युत ऊर्जा की तुलना में सौर ऊर्जा कम खर्चीली है. यह ऊर्जा आपके लगभग सभी जरुरतों को हल करती है जो बिजली करती है. सौर ऊर्जा का उपयोग घर के साथ-साथ व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए भी किया जा सकता है. इसके साथ ही सोलर एनर्जी के इस्तेमाल से प्रदूषण को कम किया जा सकता है. खत्म होने वाले प्राकृतिक संसाधनों का दोहन भी कम हो सकेगा. सरकार ने इन फायदों को देखते हुए सोलर एनर्जी क्षमता को लगभग 20 गुना बढ़ाया है. इसी का परिणाम है कि आज भारत रिनिवल एनर्जी की क्षमता में विश्व में चौथे स्थान पर है.
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