सरगुजा: सरगुजा संभाग के आईजी रतन लाल डांगी ने दो थाना प्रभारियों को लाइन अटैच करने का आदेश जारी कर दिया है. इस आदेश के पीछे की वजह नशे का सामान है, जिसकी रोकथाम में दोनों थानेदारों की लापरवाही उजागर हुई है. थाना प्रभारियों पर आरोप है कि वे अपने थाना क्षेत्र में एनडीपीएस, नशीली दवाईयों के इंजेक्शन और नशीली पदार्थों के रोकथाम के लिए कोई ठोस और कारगर कार्रवाई नहीं कर रहे थे, जिससे अपराधियों के हौसले बढ़ते जा रहे थे. जिसको लेकर आईजी रतन लाल डांगी ने यह कार्रवाई की है. डीजीपी डीएम अवस्थी के निर्देश के बाद उच्चाधिकारियों ने थानेदारों की मॉनिटरिंग शुरू कर दी है, जिसका सबसे तेज असर सरगुजा संभाग में नजर आया है.
जानकारी के मुताबिक गांधी नगर थाना प्रभारी राहुल तिवारी और अंबिकापुर थानेदार लक्ष्मीराम को आईजी रतन लाल डांगी ने लाइन अटैच कर दिया है. बताया जा रहा है कि इन दोनों थानेदारों के क्षेत्र में नशे का कारोबार चरम पर फल-फूल रहा था, जिस पर अंकुश लगाने में दोनों ही थानेदार नाकाम साबित हो रहे थे. साथ ही गांधी नगर थाने के सहायक उपनिरीक्षक बृजकिशोर पांडे, अंबिकापुर कोतवाली के सहायक उप निरीक्षक धनजंय पाठक की भी लापरवाही सामने आई है, जिसकी वजह से दोनों को सरगुजा से जशपुर जिला अटैच किया गया है.
लगातार जारी रहेगी कार्रवाई
इस तरह की गतिविधियों पर रोक नहीं लगाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ आगे भी ऐसी ही कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही आईजी ने सभी पुलिस अधीक्षकों को ऐसे कर्मचारियों की रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया है, जो नशीले पदार्थों के कारोबारियों पर शिकंजा कसने मे लापरवाही बरत रहे हैं.
संविधान की धारा 311 के तहत सीधा बर्खास्त
19 अगस्त को आईजी रतन लाल डांगी ने कोरिया दौरे के दौरान बड़ा बयान देते हुए कहा था कि लॉकडाउन के कारण संभाग में शराब तस्करी बढ़ी है, इसमें किसी भी पुलिस, अधिकारी या कर्मचारी की संलिप्तता पाई जाती है, तो बिना किसी जांच के संविधान की धारा 311 के तहत सीधा बर्खास्त किया जाएगा.