कांकेर: भारतीय रेलवे ने सामाजिक और आर्थिक विकास की गति को निरंतर बढ़ाते हुए दुर्गम और विषम परिस्थिति वाले क्षेत्रों में हमेशा काम किया है. दिल्लीराजहरा-रावघाट -जगदलपुर परियोजना का विस्तार इसकी एक मिसाल है.
इस रेल लाइन का विस्तार केवटी से अंतागढ़ तक 17 किलोमीटर तक किया गया है. इस रेलवे ट्रैक पर पहली बार इंजन रोलिंग की जांच सफलतापूर्वक 30 जुलाई 2020 को की गई थी. 4 अगस्त को अंतागढ़ रेलवे स्टेशन का अल्फा न्यूमेरिकल कोड भी मिल गया है .अंतागढ़ रेलवे स्टेशन का अल्फा कोड एएजीएस रहेगा. बताया जा रहा है कि इस जांच के बाद जल्द ही रायपुर राजधानी से अंतागढ़ के लिए यात्री सुविधा के साथ माल परिवहन की दिशा में भी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का रायपुर रेल मंडल अपनी सेवाएं प्रदान करेगा.
यात्री सुविधा शुरू
दल्लीराजहरा-रावघाट-जगदलपुर परियोजना कुल 235 किलोमीटर तक रेल लाइन बिछाने का कार्य रेलवे छत्तीसगढ़ शासन, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड और एनएमडीसी के संयुक्त प्रयास से बनाया जा रहा है, जिस के प्रथम चरण में रायपुर रेल मंडल ने दिल्लीराजहरा राजघाट नई रेल लाइन 95 किलोमीटर तक जाने का लक्ष्य रखा है ,जिसके तहत दिल्लीराजहरा से लगभग 59 किलोमीटर तक नई रेल लाइन बिछाने में सफलता प्राप्त की है. साथ ही दिल्लीराजहरा से केवटी तक लगभग 42 किलोमीटर यात्रियों को रेल सुविधा दी जा रही है.
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केवटी से अंतागढ़ तक यात्री सुविधा शूरू हो जाने से यकीनन यहां के निवासियों के लिए विकास की रफ्तार तेज हो जाएगा और उन्हें अपने दैनिक जीवन की आवश्यकताओं को पूरा करने में रेल महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी.