धमतरी: 20 सितंबर की बीती रात नगरी ब्लॉक के कारीपानी गांव के जंगल में नक्सली बैनर-पोस्टर मिला है, जिसे बोरई पुलिस ने जब्त कर लिया है. बैनर मिलने के बाद इलाके में पुलिस की सर्चिंग तेज हो गई है.
बता दें कि मैनपुर नुआपाड़ा डिवीजन कमेटी के कमांडर कार्तिक राम और टिकेश कुमार के साथ ही सत्यम गावड़े की क्षेत्र में दहशत है. दोपहर बाद इस वनांचल में सन्नाटा पसर जाता है. 20 दिन पहले ही इसी क्षेत्र के घोरागांव में पुलिस ने गोबरा दलम के कमांडर रवि उर्फ मलेश उर्फ सन्नू कुंजाम को मुठभेड़ में मार गिराया था. इसके 5 दिन बाद नक्सलियों ने नगरी से मैनपुर मार्ग में लीलांज नदी के पास सड़क को ब्रेक कर बैनर-पोस्टर भी फेंका था.
महीनेभर में तीसरी घटना
महीनेभर के अंदर नक्सलियों की यह तीसरी घटना है, जिसके बाद से वनांचल में दहशत का माहौल है. वहीं 21 से 29 सितंबर तक भाकपा माओवादी पार्टी की 16वी वर्षगांठ मनाने का निर्णय लिया गया है. नक्सलियों ने आरोप लगाते हुए देश के सरकारी उपक्रम को निजीकरण करने का विरोध जताया है. नक्सलियों ने कोरोना महामारी का इलाज सभी सरकारी अस्पतालों में मुफ्त करने की मांग की है.
20 सितंबर को भी नक्सलियों लगया था बैनर
20 सितंबर को नक्सलियों ने पखांजूर थाना क्षेत्र में अलग-अलग जगह पर बैनर लगाकर दहशत फैलाने की कोशिश की है. छत्तीसगढ़ में नक्सली लगातार अपनी मौजूदगी दर्ज कराते आए है. आए दिन 'लाल आतंक' इलाके में बैनर-पोस्टर लगाकर दहशत का माहौल बना रहा है. इसके साथ ही नक्सली अब वीडियो भी जारी करने लगे हैं. अपनी मौजूदगी और ताकत दिखाने के लिए नक्सलियों ने कुछ वीडियो जारी किए थे.
लगातार नक्सल गतिविधि दर्ज
बस्तर के दरभा डिवीजन के नक्सलियों ने ट्रेनिंग करते हुए वीडियो जारी किया था. वीडियो में पहली बार चेहरे और नाम भी दिखाए गए थे. नक्सली समय-समय पर ऐसा करके अपनी मौजूदगी दर्ज कराने की कोशिश करते हैं. इससे पहले नक्सलियों ने झीरम घाटी हमले की बरसी के दिन भी वीडियो जारी किया था. नक्सली समय-समय पर ऑडियो भी जारी करते हैं. बडे़ नक्सल लीडर रमन्ना के मौत की पुष्टि के लिए भी नक्सलियों ने ऑडियो जारी किया था.