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बिहान योजना के नाम पर धोखाधड़ी, बीपीएम और संचालक के खिलाफ केस दर्ज - Chhattisgarh Government's Bihan Scheme

धमतरी में बिहान योजना के तहत मशीन और ई-रिक्शा सप्लाई के नाम पर 3 अलग क्लस्टर से 25 लाख रुपये की धोखधड़ी का मामला सामने आया है. इस मामले में 2 लोगों खिलाफ केस दर्ज किया गया है.

Fraud under Bihaan Scheme
बिहान योजना के अंतर्गत धोखाधड़ी
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Published : Aug 13, 2020, 6:19 PM IST

धमतरी: मगरलोड में बिहान योजना तहत मशीन और ई-रिक्शा सप्लाई के नाम पर 3 अलग-अलग क्लस्टर से 25 लाख रुपये की धोखधड़ी करने का मामला सामने आया है. इसमें पूर्व बीपीएम सहित 2 लोगों पर पुलिस ने केस दर्ज किया है. मगरलोड जनपद सीईओ के आदेश पर वर्तमान बीपीएम ने थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. धोखाधड़ी करने वाले दोनों आरोपियों की तलाश पुलिस ने शुरू कर दी है.

पुलिस के मुताबिक जनपद पंचायत मगरलोड के बीपीएम कमल कुजूर ने 11 अगस्त को थाने में लिखित शिकायत की है. उन्होंने बताया कि भूपेन्द्र सेन, संचालक बिहान बाजार कुरूद और गणेश यादव लेनदेन के दौरान प्रभारी बीपीएम, एनआरएलम के पद पर कार्यरत थे. दोनों ने मल्टीयूटिलिटी सेंटर भेन्ड्री में आजीविका गतिविधि चलाने के लिए एनआरएलएम से संचालित विभिन्न संकुलस्तरीय संगठन, ग्राम स्तरीय संगठन और स्व-सहायता समूहों से मशीन सप्लाई, स्थापना और ई-रिक्शा देने के लिए 3 क्लस्टर से राशि मांगी थी.

लाखों का फर्जीवाड़ा
दोनों ने करेलीबड़ी क्लस्टर से 17.19 लाख, मोंहदी क्लस्टर से 3.10 लाख और सिंगपुर क्लस्टर से 5 लाख रुपए निकाले गए हैं. तीनों क्लस्टर से 25 लाख 29 हजार रुपए भूपेन्द्र सेन और गणेश यादव ने चेक के माध्यम से वेंडरों को दिए थे. जिसमें से सिर्फ 3 लाख 71 हजार 700 रुपये की मशीन ली गई है. वहीं 21 लाख 2400 रुपये का फर्जी सिर्फ बिल दिया गया है और मशीन नहीं आई है.

पढ़ें:- धमतरी: कबाड़ दुकान हटाने की मांग, कुरूद CMO को लोगों ने सौंपा ज्ञापन

बता दें, छत्तीसगढ़ सरकार की बिहान योजना महिलाओं को आर्थिक तौर पर सशक्त बनाने की एक योजना है. इस योजना में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्व-रोजगार का प्रशिक्षण दिया जाता है. जिसके तहत उन्हें सिलाई मशीन, ई-रिक्शा दी जाती है. वहीं कई स्व-सहायता समूह की महिलाएं सिलाई-कढ़ाई के साथ जैविक खाद बनाने और खुद के बनाए सामानों को बाजार में बेचने का काम करती हैं.

धमतरी: मगरलोड में बिहान योजना तहत मशीन और ई-रिक्शा सप्लाई के नाम पर 3 अलग-अलग क्लस्टर से 25 लाख रुपये की धोखधड़ी करने का मामला सामने आया है. इसमें पूर्व बीपीएम सहित 2 लोगों पर पुलिस ने केस दर्ज किया है. मगरलोड जनपद सीईओ के आदेश पर वर्तमान बीपीएम ने थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. धोखाधड़ी करने वाले दोनों आरोपियों की तलाश पुलिस ने शुरू कर दी है.

पुलिस के मुताबिक जनपद पंचायत मगरलोड के बीपीएम कमल कुजूर ने 11 अगस्त को थाने में लिखित शिकायत की है. उन्होंने बताया कि भूपेन्द्र सेन, संचालक बिहान बाजार कुरूद और गणेश यादव लेनदेन के दौरान प्रभारी बीपीएम, एनआरएलम के पद पर कार्यरत थे. दोनों ने मल्टीयूटिलिटी सेंटर भेन्ड्री में आजीविका गतिविधि चलाने के लिए एनआरएलएम से संचालित विभिन्न संकुलस्तरीय संगठन, ग्राम स्तरीय संगठन और स्व-सहायता समूहों से मशीन सप्लाई, स्थापना और ई-रिक्शा देने के लिए 3 क्लस्टर से राशि मांगी थी.

लाखों का फर्जीवाड़ा
दोनों ने करेलीबड़ी क्लस्टर से 17.19 लाख, मोंहदी क्लस्टर से 3.10 लाख और सिंगपुर क्लस्टर से 5 लाख रुपए निकाले गए हैं. तीनों क्लस्टर से 25 लाख 29 हजार रुपए भूपेन्द्र सेन और गणेश यादव ने चेक के माध्यम से वेंडरों को दिए थे. जिसमें से सिर्फ 3 लाख 71 हजार 700 रुपये की मशीन ली गई है. वहीं 21 लाख 2400 रुपये का फर्जी सिर्फ बिल दिया गया है और मशीन नहीं आई है.

पढ़ें:- धमतरी: कबाड़ दुकान हटाने की मांग, कुरूद CMO को लोगों ने सौंपा ज्ञापन

बता दें, छत्तीसगढ़ सरकार की बिहान योजना महिलाओं को आर्थिक तौर पर सशक्त बनाने की एक योजना है. इस योजना में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्व-रोजगार का प्रशिक्षण दिया जाता है. जिसके तहत उन्हें सिलाई मशीन, ई-रिक्शा दी जाती है. वहीं कई स्व-सहायता समूह की महिलाएं सिलाई-कढ़ाई के साथ जैविक खाद बनाने और खुद के बनाए सामानों को बाजार में बेचने का काम करती हैं.

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