नई दिल्ली: राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि जिस श्रद्धा के साथ लोगों ने अपने देशों की पवित्र नदियों का जल भेजा है, वह इतिहास का अद्भुत उदाहरण है और हमेशा याद रहेगा. यह जल निर्माण के समय धरती मां को समर्पित कर दिया जाएगा.
वहीं केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा था कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण का स्वप्न कई पीढ़ियों ने देखा और आज जब ये सपना साकार हो रहा तो हम सभी के लिए गौरव का विषय है. अयोध्या में राम मंदिर के लिए 115 देशों और 7 महाद्वीपों से जल इकट्ठा करना ये अभिनव सोच है.
उन्होंने कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए 115 देशों से पानी लाया गया है. इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि राम लला के जलाभिषेक के सभी देशों से जल आना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारे ऋषियों ने पूरे विश्व को अपना परिवार माना है. हमने दुनिया को वसुधैव कुटुम्बकम का संदेश दिया है. इसलिए राम मंदिर निर्माण व जलाभिषेक के लिए विश्व के सभी देशों से जल आना चाहिए.
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत कभी भी हिंसा का समर्थन नहीं करता. राम मंदिर का निर्माण तब शुरू हुआ जब सुप्रीम कोर्ट ने इस पर फैसला सुना दिया. यह सकारात्मक शुरुआत है. उन्होंने कहा कि भारत को कभी जाति, धर्म या समुदाय के आधार पर नहीं बांटा जा सकता.