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No trust motion: भूपेश सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव गिरा, वोटिंग से पहले ही विपक्ष का वॉकआउट, सीएम ने कहा-अपने काम को उजागर करने का मौका मिला - भूपेश सरकार के खिलाफ विपक्ष

Raipur News छत्तीसगढ़ विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर 13 घंटे चर्चा चली. उसके बाद यह अविश्वास प्रस्ताव सदन में गिर गया. 109 आरोप, 13 घंटे की चर्चा देर रात 1 बजे जाकर खत्म हुई. अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले ही विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया. अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सीएम बघेल ने विपक्ष का धन्यवाद दिया. No confidence motion rejected

Chhattisgarh CM Baghel
भूपेश सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव
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Published : Jul 22, 2023, 7:07 AM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा में भूपेश सरकार के खिलाफ विपक्ष की ओर से लाया गया अविश्वास प्रस्ताव अस्वीकृत कर दिया गया. अविश्वास प्रस्ताव के दौरान विपक्ष के आरोपों पर मुख्यमंत्री के जवाब के दौरान ही विपक्ष हंगामा करने लगा और फिर बिना संबोधन पूरा हुए ही वॉकआउट कर दिया. सीएम ने अपने संबोधन में कहा कि अविश्वास प्रस्ताव के जरिए अपने काम को प्रदेश की जनता के सामने लाने का एक अच्छा मौका मिला.

बिना तथ्य के अविश्वास प्रस्ताव: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में कहा कि विपक्ष की तरफ से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के मुद्दों में कोई तथ्य नहीं है. प्रजातंत्र में विपक्ष का अधिकार होता है कि वे अविश्वास करे. सत्ता पक्ष के पास भी मौका होता है कि अपनी बात रखें. इन्होंने 109 आरोप लगाए पर कोई तथ्य नहीं दिए. पहले जब अविश्वास प्रस्ताव आता था तब नक्सली समस्या पर पहले बात होती थी. इस बार सदस्यों ने नहीं की. ये हमारी उपलब्धि है.

बस्तर बदल गया है: सीएम ने कहा आप इंद्रावती के उस पार गए क्या ये संभव था. ये इसलिए हुआ कि इस समस्या पर काम हुआ. अभी भेंट मुलाकात में बस्तर में रात रुका, सभी से मिला. जो सबसे बड़ा कमेंट मिला जिसने मेरे दिल को छू लिया. जैन समाज के लोगों से मैंने पूछा कि इन चार सालों में क्या फर्क आया. उन्होंने कहा कि रिश्ता करने में बस्तर में अब दिक्कत नहीं होती है.आसानी से लोग रिश्ता दे देते हैं क्योंकि बस्तर बदल गया है. पहले बस्तर में सड़कें काट दी जाती थी, आज सड़के काटी नहीं जाती, ये परिवर्तन बस्तर में देखने को मिला है.पिछली सरकार ने जो स्कूल बंद करा दिए थे, उसे हमने शुरू कराया.

बस्तर में राशन पहुंचाना भी पहले टेढ़ी खीर थी. अब कितना आसान हो गया है. ये बदलाव आया है. जब हमारी सरकार बनी तो हमने गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ की बात की. उन महापुरुषों को, कलाकारों और राजनीतिक दलों के लोगों को नमन करता हूं जिन्होंने छत्तीसगढ़ निर्माण में अपना योगदान दिया. परिवर्तन केवल सत्ता के लिए नहीं होना चाहिए. यह लोगों के जीवन में होना चाहिए. इसलिए परिवर्तन की मशाल लेकर हमारे नेता परिवर्तन यात्रा में निकले थे.

बस्तर, सरगुजा में परिवर्तन हुआ है.महिलाओं के जीवन मे बदलाव आया है. जब बच्चे फर्राटेदार इंग्लिश में बोलते हैं तब संतोष होता है. आरडी तिवारी स्कूल में पहले 56 बच्चे पढ़ रहे थे. अब हजार बच्चे पढ़ रहे हैं. अब ऐसे स्कूल नहीं चल रहे जो गुणवत्ता नहीं देते. लोग स्वामी आत्मानंद स्कूल में अपने बच्चों को प्रवेश दिला रहे हैं. बस्तर के बच्चों को शिक्षित कर दीजिए, सुपोषित कर दीजिए, वे अपनी जिंदगी स्वयं संवार लेंगे.

20 हजार करोड़ रुपये की इनपुट सब्सिडी हमने किसानों को दी. हमारे प्रदेश का किसान आज बहुत खुशहाल है.

Chhattisgarh CAG Report: छत्तीसगढ़ में अवैध खनन पर रोक लगाने में सरकार नाकाम, कैग रिपोर्ट में खुलासा
GP Singh Compulsory Retired: छत्तीसगढ़ के सस्पेंडेड आईपीएस जीपी सिंह पर बड़ी कार्रवाई, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दी अनिवार्य सेवानिवृत्ति, भ्रष्टाचार और देशद्रोह का है आरोप

डीएमएफ फंड से बन रहे स्कूल और सड़क: मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि अब मैं डीएमएफ के बारे में जानकारी देता हूं. मुख्यमंत्री बनने के बाद मैंने मीटिंग ली. सभी खदान आदिवासी अंचल में है. मैंने पूछा कि आदिवासियों के जीवन मे क्या परिवर्तन आया. उन्होंने कहा कि नहीं आया. हमने कहा कि यह होना चाहिए. हमने कहा कि इससे स्कूल बनाओ, सड़क बनाओ. डीएमएफ का तभी सही उपयोग होगा. मलेरिया में हमने बड़ा काम किया और यह काफी घट गया. उल्टी दस्त का एक भी प्रश्न विधानसभा में बस्तर से नहीं लगा. बस्तर में आज डॉक्टर है, नर्स हैं. ब्लड बैंक बनवाये गए हैं.

छत्तीसगढ़ में बढ़ी प्रति व्यक्ति आय: मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का संकल्प लेकर जब हम निकले, कितनी बाधा आई. कोरोना आया. सबकी मदद से हमने अपना संकल्प पूरा किया. सबने इसके लिए सहयोग किया.आज 33 जिले हो गए, तहसील भी बढ़ गए. प्रति व्यक्ति आय बढ़ गई.

धान खरीदी 56 लाख से 110 लाख मीट्रिक टन हो गई. रकबा भी बढ़ गया. धान खरीदी केंद्र 2400 हो गए. राजीव गांधी न्याय योजना, भूमिहीन ग्रामीण श्रमिक योजना, गोधन न्याय योजना हमने शुरू की. 10 हजार से अधिक गौठान बनाये. उर्जिकृत पंप 4 लाख हो गए. एकल बत्ती कनेक्शन 15 लाख से 17 लाख हो गए. भाजपा शासन काल में 105 करोड़ रुपए का ऋण माफ हुआ था, हमने तो 9500 सौ करोड़ का ऋण माफ किया है. केसीसी आपके समय में 14 लाख दिए गए. वह अब बढ़कर 21 लाख हो गए हैं. 245 करोड़ का गोबर खरीदा और 291 करोड़ की सामग्री बेचा, यह घाटे का सौदा नहीं है.

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि यह कबीर की भूमि है. बाबा गुरु घासीदास की भूमि है. शांति का टापू है. अपनी संस्कृति के लिए हम काम कर रहे हैं.

विपक्ष का धन्यवाद: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में चर्चा के दौरान जवाब में कहा कि जब हमारी सरकार बनी तो हमने ‘गढ़बो नवा छत्तीसगढ़’ की बात की और इसे साकार करने की दिशा में हमारी सरकार निरंतर काम कर रही है. सीएम ने विपक्ष के लोगों को धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रदेश की जनता को आपने हमारी बातों को पहुंचाने का अवसर दिया.

रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा में भूपेश सरकार के खिलाफ विपक्ष की ओर से लाया गया अविश्वास प्रस्ताव अस्वीकृत कर दिया गया. अविश्वास प्रस्ताव के दौरान विपक्ष के आरोपों पर मुख्यमंत्री के जवाब के दौरान ही विपक्ष हंगामा करने लगा और फिर बिना संबोधन पूरा हुए ही वॉकआउट कर दिया. सीएम ने अपने संबोधन में कहा कि अविश्वास प्रस्ताव के जरिए अपने काम को प्रदेश की जनता के सामने लाने का एक अच्छा मौका मिला.

बिना तथ्य के अविश्वास प्रस्ताव: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में कहा कि विपक्ष की तरफ से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के मुद्दों में कोई तथ्य नहीं है. प्रजातंत्र में विपक्ष का अधिकार होता है कि वे अविश्वास करे. सत्ता पक्ष के पास भी मौका होता है कि अपनी बात रखें. इन्होंने 109 आरोप लगाए पर कोई तथ्य नहीं दिए. पहले जब अविश्वास प्रस्ताव आता था तब नक्सली समस्या पर पहले बात होती थी. इस बार सदस्यों ने नहीं की. ये हमारी उपलब्धि है.

बस्तर बदल गया है: सीएम ने कहा आप इंद्रावती के उस पार गए क्या ये संभव था. ये इसलिए हुआ कि इस समस्या पर काम हुआ. अभी भेंट मुलाकात में बस्तर में रात रुका, सभी से मिला. जो सबसे बड़ा कमेंट मिला जिसने मेरे दिल को छू लिया. जैन समाज के लोगों से मैंने पूछा कि इन चार सालों में क्या फर्क आया. उन्होंने कहा कि रिश्ता करने में बस्तर में अब दिक्कत नहीं होती है.आसानी से लोग रिश्ता दे देते हैं क्योंकि बस्तर बदल गया है. पहले बस्तर में सड़कें काट दी जाती थी, आज सड़के काटी नहीं जाती, ये परिवर्तन बस्तर में देखने को मिला है.पिछली सरकार ने जो स्कूल बंद करा दिए थे, उसे हमने शुरू कराया.

बस्तर में राशन पहुंचाना भी पहले टेढ़ी खीर थी. अब कितना आसान हो गया है. ये बदलाव आया है. जब हमारी सरकार बनी तो हमने गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ की बात की. उन महापुरुषों को, कलाकारों और राजनीतिक दलों के लोगों को नमन करता हूं जिन्होंने छत्तीसगढ़ निर्माण में अपना योगदान दिया. परिवर्तन केवल सत्ता के लिए नहीं होना चाहिए. यह लोगों के जीवन में होना चाहिए. इसलिए परिवर्तन की मशाल लेकर हमारे नेता परिवर्तन यात्रा में निकले थे.

बस्तर, सरगुजा में परिवर्तन हुआ है.महिलाओं के जीवन मे बदलाव आया है. जब बच्चे फर्राटेदार इंग्लिश में बोलते हैं तब संतोष होता है. आरडी तिवारी स्कूल में पहले 56 बच्चे पढ़ रहे थे. अब हजार बच्चे पढ़ रहे हैं. अब ऐसे स्कूल नहीं चल रहे जो गुणवत्ता नहीं देते. लोग स्वामी आत्मानंद स्कूल में अपने बच्चों को प्रवेश दिला रहे हैं. बस्तर के बच्चों को शिक्षित कर दीजिए, सुपोषित कर दीजिए, वे अपनी जिंदगी स्वयं संवार लेंगे.

20 हजार करोड़ रुपये की इनपुट सब्सिडी हमने किसानों को दी. हमारे प्रदेश का किसान आज बहुत खुशहाल है.

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GP Singh Compulsory Retired: छत्तीसगढ़ के सस्पेंडेड आईपीएस जीपी सिंह पर बड़ी कार्रवाई, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दी अनिवार्य सेवानिवृत्ति, भ्रष्टाचार और देशद्रोह का है आरोप

डीएमएफ फंड से बन रहे स्कूल और सड़क: मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि अब मैं डीएमएफ के बारे में जानकारी देता हूं. मुख्यमंत्री बनने के बाद मैंने मीटिंग ली. सभी खदान आदिवासी अंचल में है. मैंने पूछा कि आदिवासियों के जीवन मे क्या परिवर्तन आया. उन्होंने कहा कि नहीं आया. हमने कहा कि यह होना चाहिए. हमने कहा कि इससे स्कूल बनाओ, सड़क बनाओ. डीएमएफ का तभी सही उपयोग होगा. मलेरिया में हमने बड़ा काम किया और यह काफी घट गया. उल्टी दस्त का एक भी प्रश्न विधानसभा में बस्तर से नहीं लगा. बस्तर में आज डॉक्टर है, नर्स हैं. ब्लड बैंक बनवाये गए हैं.

छत्तीसगढ़ में बढ़ी प्रति व्यक्ति आय: मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का संकल्प लेकर जब हम निकले, कितनी बाधा आई. कोरोना आया. सबकी मदद से हमने अपना संकल्प पूरा किया. सबने इसके लिए सहयोग किया.आज 33 जिले हो गए, तहसील भी बढ़ गए. प्रति व्यक्ति आय बढ़ गई.

धान खरीदी 56 लाख से 110 लाख मीट्रिक टन हो गई. रकबा भी बढ़ गया. धान खरीदी केंद्र 2400 हो गए. राजीव गांधी न्याय योजना, भूमिहीन ग्रामीण श्रमिक योजना, गोधन न्याय योजना हमने शुरू की. 10 हजार से अधिक गौठान बनाये. उर्जिकृत पंप 4 लाख हो गए. एकल बत्ती कनेक्शन 15 लाख से 17 लाख हो गए. भाजपा शासन काल में 105 करोड़ रुपए का ऋण माफ हुआ था, हमने तो 9500 सौ करोड़ का ऋण माफ किया है. केसीसी आपके समय में 14 लाख दिए गए. वह अब बढ़कर 21 लाख हो गए हैं. 245 करोड़ का गोबर खरीदा और 291 करोड़ की सामग्री बेचा, यह घाटे का सौदा नहीं है.

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि यह कबीर की भूमि है. बाबा गुरु घासीदास की भूमि है. शांति का टापू है. अपनी संस्कृति के लिए हम काम कर रहे हैं.

विपक्ष का धन्यवाद: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में चर्चा के दौरान जवाब में कहा कि जब हमारी सरकार बनी तो हमने ‘गढ़बो नवा छत्तीसगढ़’ की बात की और इसे साकार करने की दिशा में हमारी सरकार निरंतर काम कर रही है. सीएम ने विपक्ष के लोगों को धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रदेश की जनता को आपने हमारी बातों को पहुंचाने का अवसर दिया.

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