रायपुर/बस्तर: एसटी एससी वर्ग के युवाओं ने मंगलवार को फर्जी जाति प्रमाणपत्र मामले को लेकर नग्न प्रदर्शन किया. हाथों में तख्ती लिए 50 से ज्यादा युवा बिना कपड़ों के नारेबाजी करते दिखे.एसटी एससी के युवा छत्तीसगढ़ में फर्जी जाति सर्टिफिकेट के सहारे नौकरी करने वालों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे. मंगलवार को ये सभी विधानसभा की ओर नग्न प्रदर्शन करने के लिए आगे बढ़े. लेकिन बीच रास्ते में ही पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया.
जानिए फर्जी जाति प्रमाण पत्र के कितने मामले आए सामने: जानकारी के मुताबिक इस मामले में उच्च स्तरीय जाति छानबीन समिति का गठन किया गया था. जिसके द्वारा साल 2000 से 2020 तक 758 मामले सामने आए. जिसमें 659 की जांच की गई. 267 मामलों में फर्जी जाति प्रमाण पत्र भी पाया गया. वैसे सभी विभागों में फर्जी जाति सर्टिफिकेट के मामले सामने आए हैं. लेकिन सबसे अधिक खेल एवं युवा कल्याण विभाग के में 44 मामले दर्ज किए गए हैं. उसी तरह भिलाई इस्पात संयंत्र में 18 नौकरी के मामलों में फर्जी जाति प्रमाण पत्र पाया गया है. दूसरी तरफ सामान्य प्रशासन विभाग और कृषि विभाग में 14 फर्जी जाति प्रमाण पत्र के मामले सामने आए हैं.
एसटीएससी युवाओं के प्रदर्शन पर सूबे में सियासी पारा हाई: दोपहर होते होते इस पर सियासत भी शुरू हो गई. भाजपा और आम आदमी पार्टी ने भूपेश बघेल सरकार पर जोरदार हमला किया. भाजपा ने घटना को शर्मनाक बताते हुए सरकार से इस्तीफा मांग. वहीं कांग्रेस ने भी जोरदार पलटवार किया है और प्रदर्शन को भाजपा की प्लानिंग बताया.
नग्न प्रदर्शन पर भाजपा ने भूपेश सरकार से मांगा इस्तीफा: फर्जी जाति प्रमाणपत्र के आधार पर नियुक्तियों का आरोप लगाते हुए एसटी एससी वर्ग के नग्न प्रदर्शन पर भाजपा ने भूपेश बघेल सरकार को घेरा. पूर्व सीएम रमन सिंह और भाजपा के पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने सरकर पर एक के बाद एक कई आरोप लगाए. युवाओं की पीड़ा को समझते हुए सरकार को तत्काल इस्तीफा देने की मांग की.
यह समाज की नग्नता का प्रदर्शन नहीं है, यह समाज की पीड़ा है और पीड़ा की अभिव्यक्ति यह है कि यह सरकार नंगी हो गई है. उनके करामात, उनके असंवैधानिक कार्य, उनके असंवैधानिक क्रियाकलाप जनता के सामने आ गए हैं. इस सरकार को शर्म नहीं आ रही है. उनको बोलना चाहिए सामने आकर कि 1 मिनट में कार्रवाई होगी, 1 मिनट में जांच होगी और 1 मिनट में हम दोषियों को सजा देंगे. समाज को वह कहां तक ले जाना चाहते हैं. इतना नाजुक विषय है कि सरकार को इस्तीफा देना चाहिए. -अजय चंद्राकर, पूर्व मंत्री, भाजपा
बड़े-बड़े प्रदर्शन करने के बाद महिलाओं के प्रदर्शन हो गए हैं. इसके साथ-साथ अनियमित कर्मचारियों, रसोईया संघ ने भी अपना प्रदर्शन किया. व्यापक असंतोष पूरे प्रदेश में फैला हुआ है और आज तो सारी सीमाएं तोड़ दी. सरकार के प्रति नाराजगी का इजहार करने का इतनी बड़ी संख्या में नवयुवक कपड़े उतार कर एससी एसटी आरक्षण में गलत नियुक्ति का विरोध कर रहे हैं. लगातार सरकार को बताने के बाद भी सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है. -रमन सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़
आम आदमी पार्टी ने भी बघेल सरकार पर बोला हमला: रायपुर विधानसभा के पास एसटी एससी वर्ग के युवाओं के नग्न प्रदर्शन पर आम आदमी पार्टी ने भी भूपेश बघेल सरकार पर जोरदार हमला बोला है. आज के दिन को छत्तीसगढ़ की माटी के लिए कलंक बताते हुए आप नेता विजय झा ने फर्जी नियुक्ति पर नौकरी कर रहे लोगों को तुरंत बर्खास्त करने की मांग की.
छत्तीसगढ़ की माटी के लिए आज का दिन कलंक है. एसटी एससी युवाओं ने नग्न प्रदर्शन करके सरकार को आईना दिखाया है. बड़े-बड़े अधिकारी फर्जी प्रमाण प्रत्र लगाकर नौकरी कर रहे हैं. मंत्रालय में 500 अधिकारी फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहे हैं. जांच के बाद भी भूपेश सरकार ने कार्रवाई नहीं की. एसटी एससी के साथ आरक्षण के मुद्दे पर छलावा हो रहा है. फर्जी प्रमाण पत्र से नौकरी कर रहे लोगों को तुरंत बर्खास्त करना चाहिए. - विजय झा, नेता, आम आदमी पार्टी
अनुसूचित जनजाति का प्रदर्शन भाजपा की प्लानिंग-कांग्रेस: मंगलवार बस्तर पहुंचे नवनियुक्त पीसीसी चीफ और सांसद दीपक बैज का जोरदार स्वागत किया गया. बाइक रैली को बाद कार्यकर्ताओं में उन्होंने जोश भी भरा. भाजपा पर सरकार को बदनाम करने के साथ ही बस्तर को अशांत करने की साजिश रचने का आरोप लगाया. वहीं अनुसूचित जनजाति के युवाओं के प्रदर्शन को भाजपा की प्लानिंग बताया.
भाजपा के लोग कुर्सी के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं. बस्तर में कोई आदिवासी नाराज नहीं है. कुछ लोग भड़काने का काम कर रहे हैं और भाजपा की बी टीम की तरह काम कर रहे हैं. इससे कोई भी प्रभाव नहीं पड़ेगा. रायपुर में प्रदर्शन भारतीय जनता पार्टी की प्लानिंग है. भारतीय जनता पार्टी ने आदिवासियों को 15 साल तक एक अजायब घर की तरह इस्तेमाल किया और आज भी कर रही है. इससे पूरा प्रदेश वाकिफ है. -दीपक बैज, पीसीसी अध्यक्ष
विधानसभा चुनाव 2023 को देखते हुए हर छोटे बड़े मुद्दे को लेकर जहां भाजपा छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार पर हमलावर है. वहीं अब आम आदमी पार्टी भी बघेल सरकार के खिलाफ पुरजोर तरीके से चुनावी मैदान में उतर आई है. फर्जी जाति प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी का मुद्दा नया नहीं है. वास्तविक आरक्षण से महरूम एसटी एससी वर्ग समय समय पर इसके खिलाफ आवाज भी उठाता रहा है. अब देखना होगा कि इस प्रदर्शन के बाद बघेल सरकार का अगला कदम क्या होगा.