रायपुर: छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई को लेकर आरोप प्रत्यारोप का दौर थम नहीं रहा है. अब कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव ने ईडी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. देवेंद्र यादव ने कहा कि "जब पूरे मोहल्ले के लोग, जिले के लोग, विधानसभा के लोग परेशान होकर थोड़ा नारेबाजी करने लग गए तो वह गेट की तरफ आए और गेट को पकड़ लिया. इनके अधिकारी सीआरपीएफ को बोलते हैं कि गोली मार दो, जो भी घुसा उसे गोली मार दो. मैंने झगड़ा कर लिया उनसे कि ऐसे कैसे गोली मार देंगे. क्या उन्होंने उल्लंघन किया, तो वो बोले इस कैंपस के अंदर अब हमारी अथॉरिटी है. मैंने कहा जो भी होगी अथॉरिटी आपकी उसे अपने पास रखो, लेकिन अपना व्यवहार सुरक्षित रखो."
हम अपनी जिम्मेदारी से आपको पूरा कोऑपरेट कर रहे: देवेंद्र यादव ने कहा कि हमने कहा कि" हम आपको सहयोग कर रहे हैं. आपकी की भी जिम्मेदारी है कि आप हम पर दवाब नहीं बना सकते आप हमको डांट नहीं सकते.अरे भाई मेरी मां 65 साल की है मेरी मां के सामने अगर सीआरपीएफ के 21 जवान खड़े रहेंगे और कुछ अधिकारी खड़े रहेंगे और एक आवाज आती है कि जो घुसेगा उसे गोली मार देंगे. तो मेरी मां पर क्या बीतेगी उस समय.उसका कौन जवाब देगा उनके मानसिक रूप से उनके मन में जो तनाव बैठ गया है उसका जिम्मेदार कौन है. मैं किस समय पीछे हटा कार्रवाई में. मैंने कब आपको कोऑपरेट करने के लिए मना किया. मैंने कब यह बोला कि यह मत कीजिए वह मत कीजिए. मैंने बोला सब कुछ कर लो जो करना है. हम कहां पीछे हट रहे हैं. लेकिन जो रवैया है उसको देखकर समझ आता है की ईडी का राजनीतिकरण हो गया है"
ईडी बिना होमवर्क के आई: देवेंद्र यादव ने कहा कि ईडी की जो कार्रवाई चल रही है.1 दिन पहले मेरे यहां हुई, मैंने जो महसूस किया और समझा है कि जो चर्चा चल रही थी वह चर्चा सही है. ईडी की कार्रवाई पॉलिटिकली मोटिवेटेड दिखती है. जिस तरीके से बिना होमवर्क, बिना तथ्यों के ईडी कांग्रेस के सभी नेताओं के दरवाजे खटखटा रही है. वह गलत है"
मुझे केंद्र सरकार पर दया आती है: देवेंद्र यादव ने कहा कि" मेरे को दया इसलिए आती है अगर मैं पिछला रिकॉर्ड देखूं तो आप देखे होंगे, जब हमारी ज्यूडिशरी जो हमारे लोकतंत्र की सबसे मजबूत स्तंभ है और जो ज्यूडिशरी के सबसे हाईएस्ट लोग हैं वह आजादी के बाद पहली बार मीडिया के सामने आते हैं और कहते हैं कि हमें डर है. हम लोग आपके बीच में आए हैं अपनी बात रखने .तो समझ सकते हैं कि किस तरीके का उनका वर्किंग स्टाइल होगा. कहीं ना कहीं जो उनके मूल्य हैं वह उसे उनसे दूर कर रहे होंगे. वही हाल मुझे दिखता है"
देवेंद्र यादव ने कहा कि" मुझे तो लगता है कि ईडी के जितने भी अधिकारी जहां पर भी रेड कर रहे थे सारे अंतिम में मेरे घर आए. 10 से 12 अधिकारी थे. लेकिन मेरी उनसे बात और चर्चा से लगता है की वह लोग भी परेशान हो चुके हैं और मुझे यह लगता है कि कभी ईडी का ही कोई अधिकारी आकर यह ना बोल दे कि ऊपर से ऐसा बोलते हैं उल्टा सीधा काम करने के लिए.इसलिए हम लोगों को मजबूरी में आना पड़ता है. क्योंकि देखिए यह कोई तरीका नहीं है. बिना कंटेंट बिना डिटेल के आप देख रहे हो अधिवेशन है 26 तारीख को और उसके पहले आप ने कांग्रेस के नेशनल लेवल के नेताओं को डराने के लिए यह काम कर रहे हैं. तो ना छत्तीसगढ़ डरेगा, ना कांग्रेस का सिपाही डरेगा, और ना ही देश का डरेगा"
जिन राज्यों में बीजेपी की सरकार वहां नहीं पड़ते ईडी के छापे: देवेंद्र यादव ने कहा कि" देश के अंदर जहां जहां पर भारतीय जनता पार्टी की सरकार है वहां कभी आपने सुना कि ईडी की रेड हुई. दूसरी बात जहां जहां पर जनता विपक्षियों को समर्थन कर रही है. उन्हीं के यहां रेड हो रही है . तीसरी बात जब हम लोग यह कहते हैं कि यहां पर सैकड़ों करोड़ों की मनी लॉन्ड्रिंग हुई है आप उस पर कार्रवाई कीजिए उस पर जांच कीजिए तो नहीं करते."
रमन सिंह पर नहीं हो रही कार्रवाई: देवेंद्र यादव ने कहा कि" रमन सिंह के बेटे और रमन सिंह ने इन्हीं लोगों ने फीते काटे थे और वह चिटफंड कंपनियां हजारों लाखों परिवार के उम्मीदों को चोरी कर के लेकर चली गई.गलत सपने दिखा कर उस पर मनी लॉन्ड्रिंग नहीं होती. उस पर कार्रवाई नहीं होती. छत्तीसगढ़ की सरकार यहां के मुख्यमंत्री यहां के सभी मंत्री हम जैसे कार्यकर्ता कहते हैं लेटर देते हैं कि इसका जांच किया जाए. क्योंकि इसमें इनकी पोल खुलेगी. देखो ऐसा है कि अब मीडिया भी जानती है बहुत अच्छे से बात को, देश की जनता भी जानती है राजनीति पार्टी भी जानती है. ईडी आईटी सीबीआई का क्या मिसयूज हो रहा है"