नई दिल्ली : संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने की घटना में जैसे-जैसे अधिकारी आगे बढ़ रहे हैं, मुख्य आरोपियों के बारे में कई जानकारियां सामने आ रही हैं. पुलिस सूत्रों के मुताबिक सभी आरोपी सोशल मीडिया पेज 'भगत सिंह फैन क्लब' से जुड़े थे. करीब डेढ़ साल पहले सभी लोग मैसूरु में मिले थे. आरोपी सागर जुलाई में लखनऊ से आया लेकिन संसद भवन के अंदर नहीं जा सका. 10 दिसंबर को एक-एक करके सभी लोग अपने-अपने राज्यों से दिल्ली पहुंचे.
सभी लोग इंडिया गेट के पास मिले जहां सभी को रंगीन पटाखे बांटे गए. पुलिस इनसे लगातार पूछताछ कर रही है कि इनके पीछे का मास्टरमाइंड कौन है. शुरुआती जांच के मुताबिक मुख्य साजिशकर्ता कोई और है. लखनऊ के मानकनगर इलाके का निवासी सागर शर्मा वामपंथी विचारधारा से प्रेरित बताया जाता है और दो फेसबुक अकाउंट का उपयोग करके समान पोस्ट साझा और टिप्पणी करता था.
सागर के दोनों फेसबुक अकाउंट कई महीनों से एक्टिव नहीं हैं. उसके फेसबुक पेजों से पता चला कि सागर फेसबुक के जरिए कोलकाता, राजस्थान और हरियाणा के भी कई लोगों के संपर्क में था. उधर सागर के परिजन घर में ताला लगाकर अज्ञात स्थान पर चले गए हैं. सागर के परिवार में उनके पिता, मां और छोटी बहन है. यह परिवार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले का रहने वाला है और लगभग 20 वर्षों से यहां लखनऊ में किराए के मकान में रह रहा है.
सागर जिस इलेक्ट्रिक रिक्शा को चलाता था उसके मालिक हिमांशु ने बताया कि डेढ़ महीने पहले उसने मेरा इलेक्ट्रिक रिक्शा किराए पर लिया था. वह बहुत अच्छा लड़का था और सुबह ई-रिक्शा लेकर जाता था. किसी भी अन्य रिक्शा चालक की तरह वह शाम को बाहर निकलता था. वह खुद को अपने काम में व्यस्त रखता था.
इससे पहले सागर के परिवार ने बुधवार को कहा कि सागर दिल्ली में विरोध में भाग लेने के लिए दो दिन पहले लखनऊ में अपना घर छोड़ा था. हालाँकि, परिवार ने कहा कि वे संसद सुरक्षा उल्लंघन में उसकी संलिप्तता से अनजान थे. सागर के मामा ने सागर को साजिश के तहत फंसाए जाने की आशंका जताई और कहा, 'मैं हैरान हूं कि वह संसद में कूद गया, सच तो भगवान ही जानता है. किसी बड़े पद पर बैठे व्यक्ति ने साजिश के तहत उसे इस मामले में फंसाया है. अन्यथा, वह एक साधारण लड़का है.
सागर के साथी ई-रिक्शा चालक अनुज कुमार शर्मा ने बताया, 'वह भी किराये पर ई-रिक्शा चलाता था. वह लड़का बहुत अच्छा है. वह मोहल्ले में कभी किसी से झगड़ा नहीं करता था. जब भी मोहल्ले में आता था देखा कि वह आया अपना काम किया और चला गया.' वह मेरे घर के पास आकर बैठता था और काम मांगता था.'
बुधवार को 2001 के संसद आतंकवादी हमले की बरसी पर एक बड़े सुरक्षा उल्लंघन में दो लोग - सागर शर्मा और मनोरंजन डी - शून्यकाल के दौरान सार्वजनिक गैलरी से लोकसभा कक्ष में कूद गए. कनस्तरों से पीली गैस छोड़ी. सांसदों द्वारा उसे काबू में करने से पहले उसने नारे लगाए. इस बीच दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने सुरक्षा उल्लंघन घटना की जांच के लिए गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है, जबकि गृह मंत्रालय ने जांच के आदेश दिए हैं.