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PM Modi-Pawar Meeting: संजय राउत के बचाव में उतरे पवार, विपक्षी एकजुटता पर दिया जोर - Maha Vikas Aghadi Government of Maharashtra

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और राकांपा प्रमुख शरद पवार (NCP chief Sharad Pawar) ने बुधवार को संसद में मुलाकात की. इसके बाद से महाराष्ट्र और देश में राजनीतिक चर्चा तेज हो गई है. बैठक ऐसे वक्त में हुई है, जब एनसीपी व शिवसेना नेताओं पर प्रवर्तन निदेशालय की ताबड़तोड़ कार्रवाई हो रही है. हालांकि, पवार ने साफ कर दिया है कि महाराष्ट्र में शिवसेना और कांग्रेस के साथ उनका गठबंधन पूरी तरह से सुरक्षित है.

NCP chief
शरद पवार
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Published : Apr 6, 2022, 4:54 PM IST

Updated : Apr 6, 2022, 8:07 PM IST

नई दिल्ली: महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार (Maha Vikas Aghadi Government of Maharashtra) में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी व शिवसेना नेताओं पर चल रही ईडी की कार्रवाई के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार (NCP chief Sharad Pawar) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) से मुलाकात की है. शरद पवार ने कहा कि सरकार के खिलाफ बोलने की वजह से केंद्रीय एजेंसियां कार्रवाई कर रही हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र को इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी. बाद में प्रेस से बात करते हुए पवार ने गैर भाजपा दलों की एकजुटता पर जोर दिया.

करीब 20-25 मिनट तक चली आमने-सामने की बैठक के बाद राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा कि मैंने ईडी द्वारा शिवसेना नेता संजय राउत की संपत्तियों को कुर्क करने का मामला पीएम के संज्ञान में लाया. उनसे कहा कि अगर कोई केंद्रीय एजेंसी इस तरह का कदम उठाती है, तो उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी. यह कार्रवाई हो रही है क्योंकि वे सरकार के खिलाफ बोलते हैं. शरद पवार ने कहा कि दिल्ली की सत्ता में बैठे लोगों की जिम्मेदारी बनती है कि वे किसी को उपेक्षित या दरकिनार महसूस न कराएं. पवार ने कहा कि संजय राउत पत्रकार भी रहे हैं. साथ ही पवार ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र में उनका गठबंधन, एमवीए, पूर तरह से सुरक्षित है. उनकी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी. पवार ने यह भी कहा कि उनका गठबंधन इसके बाद भी चुनकर सामने आएगा.

संजय राउत के बचाव में उतरे पवार, विपक्षी एकजुटता पर दिया जोर

यूपीए पर बोले पवार: राकांपा, कांग्रेस और शिवसेना मिलकर भाजपा का मुकाबला करेंगे, इस पर शरद पवार ने कहा कि राकांपा का भाजपा से कोई लेना-देना नहीं है. मैं यूपीए की कमान संभालने को भी तैयार नहीं. शरद पवार ने कहा कि गैर भाजपा दल, जो समान विचारधारा वाले हैं, उन दलों की एक बैठक बुलाई जानी चाहिए. जिसमें चर्चा की जानी चाहिए कि हमारी भविष्य की कार्रवाई क्या होगी. सभी विपक्षी दलों को एक साझा मंच पर आना चाहिए. वे मिलें और चर्चा करें कि मूल्य वृद्धि जैसे मुद्दों को कैसे उठाया जाए. विशेष रूप से ईंधन की कीमतों में वृद्धि, बेरोजगारी आदि की समस्या कैसे उठाई जाए.

विपक्षी एजुटता पर जोर: राकांपा प्रमुख शरद पवार ने ईंधन की कीमतों में वृद्धि, बेरोजगारी और आम लोगों से जुड़े मुद्दों को उठाने के लिए, एकजुट विपक्ष की जरूरत पर जोर दिया. डीजल-पेट्रोल, रसोई गैस और सीएनजी की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी के सवाल पर पवार ने कहा कि ये आम आदमी को झकझोर रहे हैं. सभी दलों को मतभेदों को पीछे छोड़कर इन मुद्दों को उठाने के लिए साझा कार्यक्रम के तहत चर्चा करनी चाहिए.

ईंधन के बढ़ते दाम: पिछले 16 दिनों में पेट्रोल की कीमत में 10.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. जबकि डीजल की कीमत में 11.5% की वृद्धि हुई है. राष्ट्रीय राजधानी में सीएनजी की कीमत पिछले 30 दिनों में ₹9.60 प्रति किलोग्राम बढ़ी है. अप्रैल 2021 में दिल्ली में CNG की कीमत 43.40 प्रति किलोग्राम थी जबकि अप्रैल 2022 में यह ₹66.61 प्रति किलोग्राम है. यह पिछले एक साल में रिकॉर्ड 53.4% ​​की बढ़ोतरी है.

राज्यसभा में पवार: ईंधन की कीमतों में वृद्धि के मुद्दे पर विपक्ष ने मंगलवार को संसद से बहिर्गमन किया. हालांकि संसद में विरोध करके वे सरकार पर किसी तरह का दबाव बनाने में कामयाब नहीं हुए. एनसीपी प्रमुख और राज्यसभा के वरिष्ठ सांसद शरद पवार ने सरकार को ईंधन की कीमतों में वृद्धि के मुद्दे पर चर्चा नहीं करने के लिए घेरा. पवार ने कहा कि मुझे याद है कि दस साल पहले हम देश की संसद में यह सब देखते थे. जब कभी कीमतें बढ़ती थीं, तो संसद में चर्चा होती थी. व्यावहारिक रूप से हर सत्र में हमें जवाब देना पड़ता था. हमने कभी, किसी चर्चा के लिए ना नहीं कहा. अब इन मुद्दों पर संसद में चर्चा नहीं होती.

यह भी पढ़ें- ईडी की बड़ी कार्रवाई, संजय राउत की करोड़ों की संपत्ति कुर्क

ममता बनर्जी द्वारा विपक्षी नेताओं को लिखे गए पत्र के बारे में स्पष्ट करते हुए शरद पवार ने कहा कि ईडी, सीबीआई, सीवीसी जैसी केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के बारे में यह पत्र लिखा गया है. उन्होंने विपक्षी नेताओं की एक बैठक बुलाई है. लेकिन ईंधन की कीमतों में लगातार वृद्धि और रोजगार जैसे वास्तविक मुद्दे होने चाहिए. जिन पर सभी गैर भाजपा दलों को एक साथ आना चाहिए.

नई दिल्ली: महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार (Maha Vikas Aghadi Government of Maharashtra) में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी व शिवसेना नेताओं पर चल रही ईडी की कार्रवाई के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार (NCP chief Sharad Pawar) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) से मुलाकात की है. शरद पवार ने कहा कि सरकार के खिलाफ बोलने की वजह से केंद्रीय एजेंसियां कार्रवाई कर रही हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र को इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी. बाद में प्रेस से बात करते हुए पवार ने गैर भाजपा दलों की एकजुटता पर जोर दिया.

करीब 20-25 मिनट तक चली आमने-सामने की बैठक के बाद राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा कि मैंने ईडी द्वारा शिवसेना नेता संजय राउत की संपत्तियों को कुर्क करने का मामला पीएम के संज्ञान में लाया. उनसे कहा कि अगर कोई केंद्रीय एजेंसी इस तरह का कदम उठाती है, तो उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी. यह कार्रवाई हो रही है क्योंकि वे सरकार के खिलाफ बोलते हैं. शरद पवार ने कहा कि दिल्ली की सत्ता में बैठे लोगों की जिम्मेदारी बनती है कि वे किसी को उपेक्षित या दरकिनार महसूस न कराएं. पवार ने कहा कि संजय राउत पत्रकार भी रहे हैं. साथ ही पवार ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र में उनका गठबंधन, एमवीए, पूर तरह से सुरक्षित है. उनकी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी. पवार ने यह भी कहा कि उनका गठबंधन इसके बाद भी चुनकर सामने आएगा.

संजय राउत के बचाव में उतरे पवार, विपक्षी एकजुटता पर दिया जोर

यूपीए पर बोले पवार: राकांपा, कांग्रेस और शिवसेना मिलकर भाजपा का मुकाबला करेंगे, इस पर शरद पवार ने कहा कि राकांपा का भाजपा से कोई लेना-देना नहीं है. मैं यूपीए की कमान संभालने को भी तैयार नहीं. शरद पवार ने कहा कि गैर भाजपा दल, जो समान विचारधारा वाले हैं, उन दलों की एक बैठक बुलाई जानी चाहिए. जिसमें चर्चा की जानी चाहिए कि हमारी भविष्य की कार्रवाई क्या होगी. सभी विपक्षी दलों को एक साझा मंच पर आना चाहिए. वे मिलें और चर्चा करें कि मूल्य वृद्धि जैसे मुद्दों को कैसे उठाया जाए. विशेष रूप से ईंधन की कीमतों में वृद्धि, बेरोजगारी आदि की समस्या कैसे उठाई जाए.

विपक्षी एजुटता पर जोर: राकांपा प्रमुख शरद पवार ने ईंधन की कीमतों में वृद्धि, बेरोजगारी और आम लोगों से जुड़े मुद्दों को उठाने के लिए, एकजुट विपक्ष की जरूरत पर जोर दिया. डीजल-पेट्रोल, रसोई गैस और सीएनजी की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी के सवाल पर पवार ने कहा कि ये आम आदमी को झकझोर रहे हैं. सभी दलों को मतभेदों को पीछे छोड़कर इन मुद्दों को उठाने के लिए साझा कार्यक्रम के तहत चर्चा करनी चाहिए.

ईंधन के बढ़ते दाम: पिछले 16 दिनों में पेट्रोल की कीमत में 10.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. जबकि डीजल की कीमत में 11.5% की वृद्धि हुई है. राष्ट्रीय राजधानी में सीएनजी की कीमत पिछले 30 दिनों में ₹9.60 प्रति किलोग्राम बढ़ी है. अप्रैल 2021 में दिल्ली में CNG की कीमत 43.40 प्रति किलोग्राम थी जबकि अप्रैल 2022 में यह ₹66.61 प्रति किलोग्राम है. यह पिछले एक साल में रिकॉर्ड 53.4% ​​की बढ़ोतरी है.

राज्यसभा में पवार: ईंधन की कीमतों में वृद्धि के मुद्दे पर विपक्ष ने मंगलवार को संसद से बहिर्गमन किया. हालांकि संसद में विरोध करके वे सरकार पर किसी तरह का दबाव बनाने में कामयाब नहीं हुए. एनसीपी प्रमुख और राज्यसभा के वरिष्ठ सांसद शरद पवार ने सरकार को ईंधन की कीमतों में वृद्धि के मुद्दे पर चर्चा नहीं करने के लिए घेरा. पवार ने कहा कि मुझे याद है कि दस साल पहले हम देश की संसद में यह सब देखते थे. जब कभी कीमतें बढ़ती थीं, तो संसद में चर्चा होती थी. व्यावहारिक रूप से हर सत्र में हमें जवाब देना पड़ता था. हमने कभी, किसी चर्चा के लिए ना नहीं कहा. अब इन मुद्दों पर संसद में चर्चा नहीं होती.

यह भी पढ़ें- ईडी की बड़ी कार्रवाई, संजय राउत की करोड़ों की संपत्ति कुर्क

ममता बनर्जी द्वारा विपक्षी नेताओं को लिखे गए पत्र के बारे में स्पष्ट करते हुए शरद पवार ने कहा कि ईडी, सीबीआई, सीवीसी जैसी केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के बारे में यह पत्र लिखा गया है. उन्होंने विपक्षी नेताओं की एक बैठक बुलाई है. लेकिन ईंधन की कीमतों में लगातार वृद्धि और रोजगार जैसे वास्तविक मुद्दे होने चाहिए. जिन पर सभी गैर भाजपा दलों को एक साथ आना चाहिए.

Last Updated : Apr 6, 2022, 8:07 PM IST
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