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NCC to get Money for Dress : एनसीसी कैडेटों को सीधे उनके खाते में मिलेंगे पैसे, एसबीआई खोलेगा जीरो बैलेंस खाता - जीरो बैलेंस अकाउंट

एनसीसी कैडेटों को ड्रेस के लिए पैसे सीधे उनके खाते में जाएंगे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्रालय और एसबीआई ने इस बाबत एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. एसबीआई जीरो बैलेंस खाता खोलेगा.

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Published : Jul 7, 2023, 6:25 PM IST

Updated : Jul 7, 2023, 6:44 PM IST

नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने शुक्रवार को एनसीसी कैडेटों के लिए वर्दी भत्ते की घोषणा की जो सीधे उनके बैंक खातों में जाएगा और इसके लिए जीरो बैलेंस खाते खोले जाएंगे. इस पहल के तहत, भारतीय स्टेट बैंक एसबीआई की 'पहली उड़ान' योजना के तहत डेबिट कार्ड, चेक बुक और पासबुक सुविधा के साथ सभी एनसीसी कैडेटों के जीरो बैलेंस खाते खोलेगा.

  • Raksha Mantri Shri @rajnathsingh, today unveiled an NCC Integrated Software in New Delhi as a significant step towards encouraging digitisation and in line with #DigitalIndia mission.

    👉NCC signs MoU with SBI to open zero balance accounts of all Cadets ⁰⁰👉Uniform Allowance… pic.twitter.com/odbzsmaqY9

    — रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) July 7, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, इस पहल से हर साल करीब 5 लाख कैडेट्स को फायदा होगा. इस नई शुरुआत के लिए एनसीसी और एसबीआई ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए.

रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह खाता प्रशिक्षण पूरा होने या 18 वर्ष की आयु प्राप्त करने, जो भी बाद में हो, तक चालू रहेगा. यह न केवल कैडेटों को राष्ट्रीय बैंकिंग प्रणाली से परिचित कराएगा बल्कि उन्हें अपने खातों में धनराशि के डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए एक तैयार मंच भी उपलब्ध कराएगा.

सरकार की डीबीटी पहल के तहत, रक्षा मंत्रालय ने यूनिफॉर्म वितरण प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और निर्बाध बनाने के लिए इसमें सुधार किया है, जिससे एनसीसी कैडेटों के बैंक खातों में वर्दी भत्ते का प्रत्यक्ष बैंक हस्तांतरण किया जाना सक्षम हो गया है. यह विद्यमान केंद्रीय खरीद और वितरण प्रक्रिया का स्थान लेगा. एनसीसी यूनिफॉर्म के प्रावधान के लिए वर्दी भत्ते को अब देश के दूरदराज के हिस्सों को कवर करने वाले कैडेटों के इन बैंक खातों में स्थानांतरित किया जाएगा.

इस अवसर पर रक्षा मंत्री ने एनआईसी और डीबीटी लागू करने के द्वारा एनसीसी के डिजिटलीकरण में उनके प्रयासों के लिए एनसीसी, बीआईएसएजी और एसबीआई के अधिकारियों की सराहना की. उन्होंने जोर देकर कहा कि ये कदम निश्चित रूप से देश भर में एनसीसी से संबंधित जानकारी तक तुरंत पहुंच प्रदान करेंगे और वर्तमान तथा भविष्य दोनों ही कैडेटों को लाभान्वित करेंगे.

डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने के एक प्रमुख कदम की दिशा में और डिजिटल इंडिया मिशन के अनुरूप, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 7 जुलाई 2023 को नई दिल्ली में एक एनसीसी इंटीग्रेटेड सॉफ्टवेयर लॉन्च किया. भास्कराचार्य इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस एप्लिकेशन और जियो इंफॉर्मेटिक्स (बीआईएसएजी) के साथ साझेदारी में विकसित एनसीसी इंटीग्रेटेड सॉफ्टवेयर 'एंट्री टू एग्जिट मॉडल' पर डिजाइन किया गया एक सिंगल विंडो इंटरैक्टिव सॉफ्टवेयर है.

एनसीसी इंटीग्रेटेड सॉफ्टवेयर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'एक बार बन गया कैडेट हमेशा कैडेट ही होता है' के विजन पर आधारित है और यह एनसीसी में कैडेट के रूप में नामांकन के चरण से लेकर पूर्व छात्र के रूप में एक्जिट पंजीकरण तक की पूरी प्रक्रिया को डिजिटल बना देगा. इससे प्रमाणपत्रों को निर्बाध रूप से जारी करने, रोजगार के समय एनसीसी कैडेटों का एक अखिल भारतीय डेटाबेस तैयार करने में मदद मिलेगी.

इस कार्यक्रम के दौरान रक्षा सचिव श्री गिरिधर अरामाने, डीजीएनसीसी लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह एवीएसएम वीएसएम के साथ मंत्रालय, एनसीसी, बीआईएसएजी और एसबीआई के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे.

ये भी पढ़ें : Push Up Record: NCC इंस्ट्रक्टर मुकेश कुमार ने ढाई घंटे में लगाए 4040 पुश अप, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज

(आईएएनएस)

नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने शुक्रवार को एनसीसी कैडेटों के लिए वर्दी भत्ते की घोषणा की जो सीधे उनके बैंक खातों में जाएगा और इसके लिए जीरो बैलेंस खाते खोले जाएंगे. इस पहल के तहत, भारतीय स्टेट बैंक एसबीआई की 'पहली उड़ान' योजना के तहत डेबिट कार्ड, चेक बुक और पासबुक सुविधा के साथ सभी एनसीसी कैडेटों के जीरो बैलेंस खाते खोलेगा.

  • Raksha Mantri Shri @rajnathsingh, today unveiled an NCC Integrated Software in New Delhi as a significant step towards encouraging digitisation and in line with #DigitalIndia mission.

    👉NCC signs MoU with SBI to open zero balance accounts of all Cadets ⁰⁰👉Uniform Allowance… pic.twitter.com/odbzsmaqY9

    — रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) July 7, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, इस पहल से हर साल करीब 5 लाख कैडेट्स को फायदा होगा. इस नई शुरुआत के लिए एनसीसी और एसबीआई ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए.

रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह खाता प्रशिक्षण पूरा होने या 18 वर्ष की आयु प्राप्त करने, जो भी बाद में हो, तक चालू रहेगा. यह न केवल कैडेटों को राष्ट्रीय बैंकिंग प्रणाली से परिचित कराएगा बल्कि उन्हें अपने खातों में धनराशि के डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए एक तैयार मंच भी उपलब्ध कराएगा.

सरकार की डीबीटी पहल के तहत, रक्षा मंत्रालय ने यूनिफॉर्म वितरण प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और निर्बाध बनाने के लिए इसमें सुधार किया है, जिससे एनसीसी कैडेटों के बैंक खातों में वर्दी भत्ते का प्रत्यक्ष बैंक हस्तांतरण किया जाना सक्षम हो गया है. यह विद्यमान केंद्रीय खरीद और वितरण प्रक्रिया का स्थान लेगा. एनसीसी यूनिफॉर्म के प्रावधान के लिए वर्दी भत्ते को अब देश के दूरदराज के हिस्सों को कवर करने वाले कैडेटों के इन बैंक खातों में स्थानांतरित किया जाएगा.

इस अवसर पर रक्षा मंत्री ने एनआईसी और डीबीटी लागू करने के द्वारा एनसीसी के डिजिटलीकरण में उनके प्रयासों के लिए एनसीसी, बीआईएसएजी और एसबीआई के अधिकारियों की सराहना की. उन्होंने जोर देकर कहा कि ये कदम निश्चित रूप से देश भर में एनसीसी से संबंधित जानकारी तक तुरंत पहुंच प्रदान करेंगे और वर्तमान तथा भविष्य दोनों ही कैडेटों को लाभान्वित करेंगे.

डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने के एक प्रमुख कदम की दिशा में और डिजिटल इंडिया मिशन के अनुरूप, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 7 जुलाई 2023 को नई दिल्ली में एक एनसीसी इंटीग्रेटेड सॉफ्टवेयर लॉन्च किया. भास्कराचार्य इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस एप्लिकेशन और जियो इंफॉर्मेटिक्स (बीआईएसएजी) के साथ साझेदारी में विकसित एनसीसी इंटीग्रेटेड सॉफ्टवेयर 'एंट्री टू एग्जिट मॉडल' पर डिजाइन किया गया एक सिंगल विंडो इंटरैक्टिव सॉफ्टवेयर है.

एनसीसी इंटीग्रेटेड सॉफ्टवेयर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'एक बार बन गया कैडेट हमेशा कैडेट ही होता है' के विजन पर आधारित है और यह एनसीसी में कैडेट के रूप में नामांकन के चरण से लेकर पूर्व छात्र के रूप में एक्जिट पंजीकरण तक की पूरी प्रक्रिया को डिजिटल बना देगा. इससे प्रमाणपत्रों को निर्बाध रूप से जारी करने, रोजगार के समय एनसीसी कैडेटों का एक अखिल भारतीय डेटाबेस तैयार करने में मदद मिलेगी.

इस कार्यक्रम के दौरान रक्षा सचिव श्री गिरिधर अरामाने, डीजीएनसीसी लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह एवीएसएम वीएसएम के साथ मंत्रालय, एनसीसी, बीआईएसएजी और एसबीआई के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे.

ये भी पढ़ें : Push Up Record: NCC इंस्ट्रक्टर मुकेश कुमार ने ढाई घंटे में लगाए 4040 पुश अप, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज

(आईएएनएस)

Last Updated : Jul 7, 2023, 6:44 PM IST
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