बिलासपुर: 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में देशभर से 75 दिव्यांग जनों को भी शामिल होने के लिए बुलावा भेजा गया है. जिन 75 लोगों को बुलावा भेजा गया है वो देख नहीं सकते हैं. ये सभी 75 लोग राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान ऐतिहासिक पल के गवाह तो बनेंगे ही साथ ही रामचरितमानस का पाठ भी करेंगे. सभी 75 लोगों को खुद स्वामी रामभद्राचार्य ने निमंत्रण भेजा है. बिलासपुर के उत्तम राव माथनकर को भी अयोध्या जाने का निमंत्रण मिला है. उत्तम कहते हैं कि ये मेरे लिए सौभाग्य की बात है.
ब्रेल लिपि में धार्मिक ग्रंथों की बढ़ी मांग: बिलासपुर के एकमात्र ब्रेल प्रेस के अधिकारी उत्तम राव माथनकर के मार्गदर्शन में ही ब्रेल लिपि में धार्मिक ग्रंथों को तैयार किया गया है. माथनकर कहते हैं राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को देखते हुए दिव्यांग जन भी अब बड़ी संख्या में रामचरित मानस खरीदने के लिए पहुंच रहे हैं. उत्तम राव समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित ब्रेल प्रेस में सहायक सांख्यिकी अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं. उत्तम कहते हैं कि दिव्यांगों को सनातन धार्मिक ग्रंथों और उपनिषदों से जोड़ने का काम चल रहा है. ब्रेल प्रेस के माध्यम से ब्रेल लिपि में रामचरित मानस, रामायण, भगवत गीता, हनुमान चालीसा सहित अन्य धार्मिक ग्रंथ तैयार किए गए हैं.
बिलासपुर में सरकारी ब्रेल प्रेस में तैयार हुआ रामायण ग्रंथ: बिलासपुर का शासकीय ब्रेल प्रेस देश भर में एक ऐसा प्रेस है जो धार्मिक ग्रंथों को ब्रेल लिपि में प्रकाशित करता है. यहां से अबतक कई धार्मिक वेद और उपनिषदों सहित रामायण का प्रकाशन हो चुका है. उत्तम कहते हैं कि उनको जो निमंत्रण मिला है उससे वो उत्साहित भी हैं. सम्मान भी महसूस कर रहे हैं. राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान जब लाखों भक्त वहां पहुंचेंगे तब उनकी प्रस्तुति भी देखने लायक होगी.