रायपुर : कांग्रेस पासीघाट से पोरबंदर तक एक और यात्रा की योजना बना रही है. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने यह जानकारी दी है. रमेश ने बताया कि यह यात्रा उत्तर-दक्षिण यात्रा से थोड़ी अलग होगी. उन्होंने कहा कि यात्रा के फॉर्मेट पर अंतिम फैसला किया जाना बाकी है. पासीघाट अरुणाचल प्रदेश में है, जबकि पोरबंदर गुजरात में है.
जयराम रमेश के अनुसार हालांकि, पूर्व से पश्चिम की यात्रा में उतने सारे लोग शामिल नहीं होंगे, जितने लोग उत्तर से दक्षिण की यात्रा में शामिल हुए थे. कांग्रेस महासचिव के अनुसार क्योंकि रास्ते में कई नदियां और जंगल पड़ते हैं, इसलिए इसमें पदयात्रा के साथ-साथ आवागमन के दूसरे साधनों का भी उपयोग किया जाएगा.
इससे पहले राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर की यात्रा की, इसका नाम भारत जोड़ो यात्रा दिया गया था. यह यात्रा करीब चार हजार किलोमीटर की थी. कांग्रेस ने दावा किया है कि इस यात्रा के दौरान उसे उम्मीद से अधिक सफलता मिली है और लोगों का भरपूर समर्थन मिला. राज्य दर राज्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच उत्साह भी देखा गया.
आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने यह फैसला अपने महाधिवेशन की बैठक में लिया है. इससे पहले राहुल गांधी ने पार्टी महाधिवेशन के संबोधित करते हुए कहा कि उनकी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जो कुछ अनुभव हुआ, वह प्रेरित करने वाला था. उन्होंने कहा कि उन्हें इस यात्रा के दौरान लोगों का बहुत प्यार मिला. राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने इस दौरान बहुत कुछ सीखा, यहां तक कि अपना अहंकार भी त्याग दिया. राहुल ने कहा कि यह यात्रा इसलिए सफल हुई, क्योंकि इस दौरान हमें लगातार कांग्रेस कार्यकर्ताओं का साथ मिलता रहा.
राहुल ने कहा कि यह एक तपस्या थी और इस तपस्या से ऊर्जा मिली है, वह उसे आगे भी जारी रखेंगे. उन्होंने कहा कि यह तपस्या किसी भी हाल में बंद नहीं होनी चाहिए. राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा वाले 15-16 लोग लाल चौक पर गए थे तिरंगा फहराने के लिए, लेकिन हम तो हजारों लोगों के साथ गए.
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