रायपुर: मानसून सत्र का दूसरा दिन काफी हंगामेदार रहा. प्रश्नकाल के दौरान युवाओं के नग्न प्रदर्शन को लेकर बीजेपी ने सीएम भूपेश बघेल के इस्तीफे की मांग की. बेरोजगारी, शराब घोटाला जैसे मुद्दों पर भी खूब हंगामा हुआ. मंत्री उमेश पटेल के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया. इसके बाद बेरोजगारी के आंकड़ों को लेकर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर के सवाल पर लगभग 33 मिनट तक बहस चली. विपक्ष सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ले आई. आसंदी ने इस पर चर्चा की अनुमति भी दे दी है.गुरुवार को दोपहर 12 बजे से इस पर चर्चा होगी.
जानिए प्रश्नकाल में क्या क्या हुआ: सदन में शराब को लेकर खूब हंगामा हुआ. जहरीली शराब, शराबबंदी और शराब पर टैक्स को लेकर विपक्ष ने सरकार पर कई सवाल दागे. रायपुर में एससी एसटी युवाओं के नग्न प्रदर्शन को लेकर भी सवाल उठे. सरकार की ओर से दिए गए जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने हंगामा करते हुए नारेजाबी की. जानिए प्रश्नकाल में किसने क्या पूछा.
एससी एसटी युवाओं के नग्न प्रर्दशन पर किसने क्या कहा:
इस घटना से पूरा छत्तीसगढ़ शर्मसार हुआ है. ये स्थिति निर्मित क्यों है, ये बड़ा सवाल है. -शिवरतन शर्मा
इस मामले में दोषी अफसरों पर कार्रवाई करने की बजाए युवकों पर कार्रवाई की जा रही है. -बृजमोहन अग्रवाल
ऐसी कौन सी स्थिति बन गई कि युवाओं को नग्न होकर प्रदर्शन करना पड़ा. युवाओं ने सरकार को अल्टीमेटम दिया था. इसके बाद भी उनकी मांगों को नजरअंदाज किया गया. हम सरकार से इस्तीफे की मांग करते हैं. इस मामले में उच्च स्तरीय जांच कराई जाए. -नारायण चंदेल, नेता प्रतिपक्ष
नग्न प्रदर्शन की सूचना शासन को पहले से नहीं दी गई थी. फर्जी प्रमाण पत्र के साथ नौकरी करने वालों के खिलाफ नग्न प्रदर्शन किया गया. पुलिस द्वारा रोकने पर झूमाझटकी की गई. पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. इस आधार पर गिरफ्तारी की गई है. प्रकरण की विवेचना की जा रही है. -ताम्रध्वज साहू, गृहमंत्री
सरकार के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष के सदस्यों ने गर्भगृह में उतरकर युवाओं की रिहाई की मांग को लेकर नारेबाजी की. गर्भगृह में उतरने पर विपक्षी सदस्यों को सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया गया.
नग्न प्रदर्शन मामले में 20 जुलाई को शासन की बड़ी बैठक: फर्जी जाति प्रमाणपत्र लगाकर सरकारी नौकरी करने वालों के खिलाफ एससी एसटी युवाओं के नग्न को लेकर सड़क से लेकर सदन तक राजनीति गरमाई हुई है. सरकार हरकत में आई है. मामले में अब तक हुई कार्रवाई की समीक्षा मुख्य सचिव अमिताभ जैन करेंगे. इसके लिए 20 जुलाई को बैठक बुलाई गई है. अनुसूचित जाति और जनजाति विभाग के सचिव डीडी सिंह ने 16 विभागों को पत्र जारी किया है. इसमें 20 जुलाई को होने वाली समीक्षा बैठक में सभी को शामिल होने का निर्देश दिया गया है.
बेरोजगारी को लेकर किसने क्या कहा:
अजय चंद्राकर के सवाल
1. 30 जून, 2023 की स्थिति में प्रदेश के रोजगार पंजीयन कार्यालयों में कितने शिक्षित पंजीकृत नवीन रोजगार चाहने वाले और रोजगार बदलने वालों के द्वारा पंजीयन कराया गया है. आवेदन, पात्र और अपात्रों की जानकारी भी ली गई.
2. सीएमआईई के बेरोजगारी के आंकड़ों को लेकर कहा कि, जब 22 हजार लोगों को रोजगार देने का विज्ञापन दिया तो फिर 33 हजार लोगों की भर्ती कैसे हो गई.
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल
1. बेरोजगारों को भत्ता देने के नियम रोज बदले जा रहे हैं. सरकार 10 लाख लोगों को रोजगार देने के होर्डिंग लगा रही है. लेकिन कितने बेरोजगार पंजीकृत है, इसकी जानकारी नहीं दी जा रही है. विभागीय मंत्री उमेश पटेल के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने खड़े होकर नारेबाजी शुरू कर दी.
2. नारायण चंदेल ने प्रदेश में शराब विक्रय में अनियमितता की प्राप्त शिकायतों पर कार्रवाई की जानकारी मांगी. उन्होंने जहरीली शराब पीने से सेना के एक जवान सहित 3 लोगों की मौत का भी हवाला दिया.
जहरीली शराब से हुई मौतों पर किसने क्या कहा:
इनकी मौत जहरीली शराब पीने से नहीं हुई है. ये मौतें जहर पीने से हुईं है. -कवासी लखमा, आबकारी मंत्री
ये छत्तीसगढ़ के लिए शर्मसार करने वाली बात है. -लखमा के इस बयान बृजमोहन अग्रवाल
पीएम रिपोर्ट में मौत की क्या वजह सामने आई है. सदन की कमेटी इसकी जांच करे. -नारायण चंदेल
हंगामे पर विधानसभा अध्यक्ष ने मामले को गंभीर बताया और प्रश्न का पूरा जवाब न आने की बात करते हुए मंत्री को पूरी जानकारी लेकर जवाब देने को कहा. कार्यवाही की शुरुआत में सीएम बघेल ने नए मंत्री मोहन मरकाम का सदन से परिचय कराया. साथ ही मंत्रियों के विभाग में बदलाव की भी जानकारी दी.
6031 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा में 6031 करोड़ (छह हजार इकतीस करोड़ पचहत्तर लाख दो हजार नौ सौ सतहत्तर रुपए) का अनुपूरक बजट पेश किया. सदन में अनुपूरक बजट पेश होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने आज ही इस पर चर्चा की अनुमति दी. विपक्ष ने बजट पेश होने के फौरन बाद चर्चा कराए जाने पर आपत्ति जताई. बीजेपी की ओर से बृजमोहन अग्रवाल ने सदस्यों को बजट की कापी न मिलने का हवाला देते हुए व्यवस्था पर सवाल उठाए. इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित की, ताकि सदस्यों को बजट की कापी मिल सके और वो चर्चा में भाग ले सकें.