रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 20 सीटों पर मतदान हो रहा है. इनमें 12 एसटी, 1 एससी और 7 सामान्य सीट है. पहले चरण में बस्तर संभाग की सभी 12 सीटों पर वोटिंग है. इनमें कोंटा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, चित्रकोट, जगदलपुर, बस्तर, नारायणपुर, कोंडागांव, केशकाल, कांकेर, भानुप्रतापपुर, अंतागढ़ शामिल हैं. वहीं 8 अन्य सीटों में मोहला-मानपुर, खुज्जी, डोंगरगांव, राजनांदगांव, डोंगरगढ़, खैरागढ़, कवर्धा और पंडरिया शामिल है. कुल 11 जिलों में पहले चरण के तहत चुनाव है.
223 प्रत्याशी आजमा रहे किस्मत: पहले चरण में कुल 223 उम्मीदवार हैं. इनमें 198 पुरूष तथा 25 महिलाएं हैं. राजनांदगांव में सबसे ज्यादा 29 उम्मीदवार मैदान में हैं. सबसे कम 7-7 उम्मीदवार चित्रकोट और दंतेवाड़ा विधानसभा सीट पर हैं. सबसे ज्यादा उम्र वाले उम्मीदवार रमन सिंह हैं. रमन सिंह भाजपा के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री हैं. जो राजनांदगांव सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. जिनकी उम्र 71 वर्ष है.
महिला मतदाता की संख्या ज्यादा: पहले चरण में 11 जिलों में चुनाव हैं. कुल मतदाता 40 लाख 78 हजार 681 हैं. इनमें 19 लाख 93 हजार 937 पुरुष और 20 लाख 84 हजार 675 महिला और 69 थर्ड जेंडर हैं. पहले चरण में वोटिंग के लिए कुल 5 हजार 304 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इनमें से 200 संगवारी मतदान केंद्र हैं, जहां सिर्फ महिला मतदान कर्मी ही तैनात रहेंगी.
यहां सुबह सात से दोपहर तीन बजे तक मतदान: मोहला-मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा में सुबह 7 से दोपहर तीन बजे तक वोटिंग का समय निर्धारित है.
यहां सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक मतदान: पंडरिया, कवर्धा, खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट में सुबह 8 से शाम 5 बजे तक वोटिंग है.
पहले चरण के चुनाव में विधानसभावार प्रत्याशी: अंतागढ़ में 13, भानुप्रतापपुर में 14, कांकेर में 9, केशकाल में 10, कोंडागांव में 8, नारायणपुर में 9, बस्तर में 8, जगदलपुर में 11, चित्रकोट में 7, दंतेवाड़ा में 7, बीजापुर में 8, कोंटा में 8, खैरागढ़ में 11, डोंगरगढ़ में 10, राजनांदगांव में 29, डोंगरगांव में 12, खुज्जी में 10, मोहला-मानपुर में 9, कवर्धा में 16, पंडरिया में 14 प्रत्याशी मैदान में हैं.
25 महिला उम्मीदवार: पहले चरण के चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस ने सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं. वहीं जेसीसीजे ने 15, बसपा ने 15 और सीपीआई ने 8 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं. 73 निर्दलीय उम्मीदवार हैं. 25 सीटों पर महिला उम्मीदवार हैं. जेसीसीजे ने सबसे ज्यादा 8 महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया है, वहीं बीजेपी ने 3, जबकि कांग्रेस ने सिर्फ एक महिला उम्मीदवार को मैदान में उतारा है.
पहले फेज के करोड़पति उम्मीदवार: पहले फेस में कई करोड़पति नेता भी मैदान में हैं, जिसमें आम आदमी पार्टी के कवर्धा से प्रत्याशी राजा खड्गराज सिंह पहले नंबर पर हैं. उनकी संपत्ति 40 करोड़ से ज्यादा है. वहीं दूसरे नंबर पर पंडरिया से बीजेपी प्रत्याशी भावना बोहरा हैं, जिनकी संपत्ति 33 करोड़ से ज्यादा है. करोड़पति उम्मीदवारों की संख्या 46 है. वहीं 106 प्रत्याशियों की संपत्ति 10 लाख से कम है. वहीं आपराधिक पृष्ठभूमि वाले कुल 26 यानी करीब 12 प्रतिशत प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं.
अति संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्र: 20 में से पांच विधानसभा क्षेत्र रेड जोन में आते हैं. यानी 25 फीसदी विधानसभा अतिसंवेदनशील हैं.
क्या है सुरक्षा व्यवस्था: नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के संवेदनशील इलाकों में 600 से ज्यादा मतदान केंद्र हैं. 12 विधानसभा क्षेत्रों वाले बस्तर संभाग में करीब 60 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. इनमें 40,000 केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के और 20,000 राज्य पुलिस के हैं. विशिष्ट नक्सल विरोधी इकाई कोबरा के सदस्य और महिला कमांडो भी सुरक्षा तंत्र में शामिल हैं. पांच विधानसभा क्षेत्रों के 149 मतदान केंद्रों को नजदीकी पुलिस स्टेशन और सुरक्षा शिविरों में ट्रांसफर किया गया है. ड्रोन और हेलीकॉप्टर के जरिए नक्सली गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी.बम निरोधक टीम और डॉग स्क्वॉड भी संवेदनशील जगहों पर मौजूद रहेंगे.