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बिना पुष्प वर्षा के संपन्न हुई आईएमए की पासिंग आउट परेड

इस बार कोरोना के साए में भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून की ऐतिहासिक पासिंग आउट परेड संपन्न हुई. पासिंग आउट परेड के दौरान सालों से चली आ रही पुष्प वर्षा की परंपरा इस बार टूट गई. वहीं, पासिंग आउट परेड संपन्न होते ही भारतीय सेना को 333 नए अफसर मिले.

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Published : Jun 13, 2020, 7:54 PM IST

देहरादून: वैश्विक महामारी कोरोना के साए में इस बार भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में विगत वर्षों की तुलना में बिल्कुल जुदा रूप में पासिंग आउट परेड संपन्न हुई. इसी के साथ 333 जेंटलमैन कैडेट पास आउट होकर भारतीय सेना में अधिकारी बन गए. इनमें मित्र देशों के 90 कैडेट्स शामिल हैं.

इस अवसर पर सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे. थल सेना प्रमुख ने परेड की सलामी ली. कोरोना संक्रमण के चलते ऐतिहासिक पासिंग आउट परेड में अंतिम पग पार करते समय इस बार फूलों की बारिश नहीं की गई. कोरोना संक्रमण के चलते 88 वर्षों से चली आ रही यह परंपरा टूटती नजर आई.

आर्मी चीफ मनोज मुकुंद नरवणे की मौजूदगी में कैडेट्स को शपथ दिलाई गई. आज हुई पासिंग आउट परेड के दौरान दर्शक दीर्घा पूरी तरह से खाली दिखी. इस दौरान लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए परिजन अपने बच्चों की परेड घर बैठकर देख रहे थे.

किस राज्य से कितने कैडेट्स

इस बार भारतीय सेना को 333 जांबाज अधिकारी मिले. उत्तर प्रदेश से 66, हरियाणा से 39, उत्तराखंड से 31, बिहार से 31, पंजाब से 25, महाराष्ट्र से 18, हिमाचल प्रदेश से 14, जम्मू कश्मीर से 14, राजस्थान से 13, मध्य प्रदेश से 13, केरल से 8, गुजरात से 8, दिल्ली से 7, कर्नाटक से 7, पश्चिम बंगाल से 6, आंध्र प्रदेश से 4, छत्तीसगढ़ से 4, झारखंड से 4, मणिपुर से 4, चंडीगढ़ से 3, असम से 2, उड़ीसा से 2, तमिलनाडु से 2, तेलंगाना से 2, मेघालय, मिजोरम और लद्दाख से एक-एक कैडेट सेना में अफसर बने.

मित्र देशों की सेना को मिले 90 अधिकारी

इस बार पासिंग आउट परेड से मित्र देशों को भी 90 अधिकारी मिले. अफगानिस्तान के 48, भूटान के 13, फिजी के 2, मालदीव के 3, मॉरीशस के 3, पापुआ न्यू गिनी-श्रीलंका और वियतनाम से 1 कैडेट, वहीं तजाकिस्तान के 18 कैडेट्स पास होकर अपने देश की सेना में शामिल हुए.

पढ़ें - आईएमए पासिंग आउट परेड : सैन्य अधिकारियों ने निभाई अभिभावक की भूमिका

मुख्य अतिथि थल सेना अध्यक्ष मनोज मुकुंद नरवणे ने दिये अवॉर्ड

1. आकाश दीप ढिल्लो को मिला सॉर्ड ऑफ ऑनर बटालियन अंडर ऑफिसर अवॉर्ड
2. शिव कुमार सिंह चौहान को मिला गोल्ड मेडल ऑफ जेंटलमैन कैडेट फर्स्ट एकेडमी अंडर ऑफिसर अवॉर्ड
3. सक्षम राणा को मिला सिल्वर मेडल ऑफ जेंटलमैन कैडेट सेकंड एकेडमिक एडिट एजुकेशन अवॉर्ड
4. सूरत सिंह को मिला ब्रॉज मेडल ऑफ जेंटलमैन कैडेट थर्ड सीनियर अंडर ऑफिसर अवॉर्ड
5. भारत योगेंद्र को मिला सिल्वर मेडल ऑफ जूनियर अंडर ऑफिसर अवॉर्ड

वही, इस बार कोरोना संक्रमण की वजह से 88 साल के इतिहास में पहली बार पासिंग आउट में शामिल जेंटलमैन कैडेट्स के अभिभावकों को नहीं बुलाया गया. थल सेना प्रमुख द्वारा बेस्ट कैडेट और कंपनी को अवॉर्ड देते समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया.

देहरादून: वैश्विक महामारी कोरोना के साए में इस बार भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में विगत वर्षों की तुलना में बिल्कुल जुदा रूप में पासिंग आउट परेड संपन्न हुई. इसी के साथ 333 जेंटलमैन कैडेट पास आउट होकर भारतीय सेना में अधिकारी बन गए. इनमें मित्र देशों के 90 कैडेट्स शामिल हैं.

इस अवसर पर सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे. थल सेना प्रमुख ने परेड की सलामी ली. कोरोना संक्रमण के चलते ऐतिहासिक पासिंग आउट परेड में अंतिम पग पार करते समय इस बार फूलों की बारिश नहीं की गई. कोरोना संक्रमण के चलते 88 वर्षों से चली आ रही यह परंपरा टूटती नजर आई.

आर्मी चीफ मनोज मुकुंद नरवणे की मौजूदगी में कैडेट्स को शपथ दिलाई गई. आज हुई पासिंग आउट परेड के दौरान दर्शक दीर्घा पूरी तरह से खाली दिखी. इस दौरान लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए परिजन अपने बच्चों की परेड घर बैठकर देख रहे थे.

किस राज्य से कितने कैडेट्स

इस बार भारतीय सेना को 333 जांबाज अधिकारी मिले. उत्तर प्रदेश से 66, हरियाणा से 39, उत्तराखंड से 31, बिहार से 31, पंजाब से 25, महाराष्ट्र से 18, हिमाचल प्रदेश से 14, जम्मू कश्मीर से 14, राजस्थान से 13, मध्य प्रदेश से 13, केरल से 8, गुजरात से 8, दिल्ली से 7, कर्नाटक से 7, पश्चिम बंगाल से 6, आंध्र प्रदेश से 4, छत्तीसगढ़ से 4, झारखंड से 4, मणिपुर से 4, चंडीगढ़ से 3, असम से 2, उड़ीसा से 2, तमिलनाडु से 2, तेलंगाना से 2, मेघालय, मिजोरम और लद्दाख से एक-एक कैडेट सेना में अफसर बने.

मित्र देशों की सेना को मिले 90 अधिकारी

इस बार पासिंग आउट परेड से मित्र देशों को भी 90 अधिकारी मिले. अफगानिस्तान के 48, भूटान के 13, फिजी के 2, मालदीव के 3, मॉरीशस के 3, पापुआ न्यू गिनी-श्रीलंका और वियतनाम से 1 कैडेट, वहीं तजाकिस्तान के 18 कैडेट्स पास होकर अपने देश की सेना में शामिल हुए.

पढ़ें - आईएमए पासिंग आउट परेड : सैन्य अधिकारियों ने निभाई अभिभावक की भूमिका

मुख्य अतिथि थल सेना अध्यक्ष मनोज मुकुंद नरवणे ने दिये अवॉर्ड

1. आकाश दीप ढिल्लो को मिला सॉर्ड ऑफ ऑनर बटालियन अंडर ऑफिसर अवॉर्ड
2. शिव कुमार सिंह चौहान को मिला गोल्ड मेडल ऑफ जेंटलमैन कैडेट फर्स्ट एकेडमी अंडर ऑफिसर अवॉर्ड
3. सक्षम राणा को मिला सिल्वर मेडल ऑफ जेंटलमैन कैडेट सेकंड एकेडमिक एडिट एजुकेशन अवॉर्ड
4. सूरत सिंह को मिला ब्रॉज मेडल ऑफ जेंटलमैन कैडेट थर्ड सीनियर अंडर ऑफिसर अवॉर्ड
5. भारत योगेंद्र को मिला सिल्वर मेडल ऑफ जूनियर अंडर ऑफिसर अवॉर्ड

वही, इस बार कोरोना संक्रमण की वजह से 88 साल के इतिहास में पहली बार पासिंग आउट में शामिल जेंटलमैन कैडेट्स के अभिभावकों को नहीं बुलाया गया. थल सेना प्रमुख द्वारा बेस्ट कैडेट और कंपनी को अवॉर्ड देते समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया.

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