Amit Shah: कांग्रेस दिग्गजों के गढ़ में अमित शाह का दौरा, क्या भूपेश बघेल के किले में सेंध लगा पाएगी बीजेपी ?
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने भाषण के जरिए छत्तीसगढ़ के सभी वर्गों को साधने की कोशिश की. वहीं उनके दौरे के भी कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि छत्तीसगढ़ में कुंद पड़ी बीजेपी को धार देने की कवायद के तहत गृहमंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में मोर्चा संभाला है.Amit Shah Chhattisgarh visit
कांग्रेस दिग्गजों के गढ़ में अमित शाह का दौरा
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Published : Jun 23, 2023, 6:54 AM IST
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Updated : Jun 23, 2023, 12:46 PM IST
कांग्रेस दिग्गजों के गढ़ में अमित शाह का दौरा
रायपुर : छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी ने अपना चुनावी बिगुल फूंक दिया है. गुरुवार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दुर्ग में बड़ी सभा ली. जहां एक ओर उन्होने नरेंद्र मोदी सरकार के 9 सालों की उपलब्धि गिनाई वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला. अमित शाह ने कहा "बघेल सरकार ने वादाखिलाफी की है छत्तीसगढ़ की जनता चुनाव का राह देख रही है, चुनाव आते ही आप की कुर्सी पलटना तय है. फिर से भारतीय जनता पार्टी की सरकार छत्तीसगढ़ में बनेगी."
अमित शाह के दुर्ग पहुंचने के मायने
अमित शाह ने घपले घोटालों पर भूपेश सरकार को घेरा: अमित शाह ने कहा "इस सरकार ने ढेर सारे घोटाले किए. शराब घोटाला 2000 करोड़, कोयला घोटाला 500 करोड़, गरीब अन्न में 5000 करोड़ के घोटेल का आरोप, गौठान घोटाला 1300 करोड़, पीएससी घोटाला, डिस्ट्रिक्ट मिनरल फड़ से 700 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष स्वयं कह रहे है. कांग्रेसी सरकार हर मोर्चे पर फेल रही. आदिवासी इलाकों में इलाज के अभाव के कारण 13000 से ज्यादा शिशु मारे गए, संरक्षित पंडो जनजाति के सैकड़ो लोग कुपोषण का शिकार बने, 1000 किसानों ने आत्महत्या की है, 5000 से ज्यादा बलात्कार इस छोटे से प्रदेश में हुए हैं."भूपेश सरकार के 5 कैबिनेट मंत्री दुर्ग संभाग से ही: छत्तीसगढ़ में दुर्ग संभाग की बात की जाए तो यह बेहद ही हाई प्रोफाइल डिवीजन माना जाता है. छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों में से दुर्ग संभाग में 20 विधानसभा सीटें हैं. छत्तीसगढ़ के 5 कैबिनेट मंत्री और खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दुर्ग संभाग से पाटन विधनसभा से आते है. 5 कैबिनेट मिनिस्टर की बात की जाए तो कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया, पीएचई मंत्री रूद्र गुरु और वन मंत्री मोहम्मद अकबर भी दुर्ग संभाग से ही हैं. दुर्ग डिवीजन की 20 विधानसभा सीटों में से सिर्फ 3 विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी के विधायक है. बाकी 17 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है. चुनाव से पहले अमित शाह की दुर्ग में ली गई बड़ी सभा राजनीति दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जा रही है. साफ तैर अगर देखा जाए तो दिग्गजों के गढ़ में भाजपा की वापसी कराने के लिए अमित शाह दुर्ग में बड़ी सभा करने पहुंचे हैं.दुर्ग संभाग में हैं 2 लोक सभा सीटें: छत्तीसगढ़ में कुल 11 लोकसभा सीटें हैं. दुर्ग संभाग में 2 लोकसभा सीट आती है, जिनमें राजनांदगांव और दुर्ग लोकसभा सीट है. दोनों ही लोकसभा सीटों की बात की जाए तो इन पर लंबे समय से भाजपा का ही कब्जा रहा है. दोनों लोकसभा सीटों में कांग्रेस थोड़ी कमजोर रही है. वर्तमान में दोनों लोकसभा सीटों में भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है. इससे पहले 2014 लोकसभा चुनाव में राजनांदगांव लोकसभा सीट से रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह भाजपा से जीतकर सांसद बने थे. वहीं दुर्ग लोकसभा सीट से कांग्रेस के ताम्रध्वज साहू विजयी हुए थे. 2009 लोकसभा चुनाव की बात की जाए तो राजनांदगांव लोकसभा से भाजपा के मधुसुदन यादव और दुर्ग लोकसभा से भाजपा नेत्री सरोज पांडेय जीतकर आईं. 2004 लोकसभा चुनाव की बात की जाए तो दुर्ग लोकसभा से तारा चंद साहू जीतकर आए थे, वहीं राजनांदगांव लोकसभा से भाजपा के प्रदीप गांधी विजयी हुए थे. दुर्ग के किले में सेंध लगाने की कोशिश: वरिष्ठ पत्रकार अनिरुद्ध दुबे ने कहा "छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को करीब 4 महीने बचे हैं, भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ में अभी तक बैठकों का दौर चल रहा था. पार्टी के भीतर से ही ऐसी आवाजें आने लगी थी कि अब बैठने से काम नहीं चलेगा, चुनाव से पहले यह एक बड़ी सभा है. भले ही इसे चुनावी सभा का नाम नहीं दिया गया हो लेकिन फिर भी यह सभा चुनाव के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है. दुर्ग संभाग दिग्गजों का गढ़ है यहां सीएम भूपेश बघेल के अलावा 5 कैबिनेट मंत्री भी आते है. अमित शाह का दौरा दुर्ग के किले में सेंध लगाने की कोशिश है. अमित शाह की सभा कितनी असरकारी रही है यह आने समय में पता चलेगा. लेकिन भाजपा अब चुनावी मोड़ पर आ गई है और लगातार शीर्ष नेतृत्व दौरा जारी रहेगा."
अमित शाह का दौरा ढहाएगा कांग्रेस का गढ़: अमित शाह के दुर्ग दौरे पर भाजपा के वरिष्ठ नेता विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा "राजनीति पर जहां पर ज्यादा संभावनाए है और जहां पर सीटे बढ़ाई जा सकती है, उसे लेकर राजनीति दल काम करते है. अमित शाह का दुर्ग दौरा निश्चित रूप से कांग्रेस के गढ़ को ढहाएगा और बीजेपी के पक्ष में लाएगा." पद्मश्री उषा बारले के भाजपा प्रवेश को लेकर बृजमोहन अग्रवाल ने कहा "कोई भी राजनीतिक दल अपना जनाधार बढ़ाने के लिए काम करता है. उषा बारले को अभी पद्मश्री मिला है. सतनामी समाज पूरी तरह से कांग्रेस से नाराज है. सतनामी समाज के गुरु घासीदास की तपोभूमि में कुतुब मीनार से ऊंचा जैतखाम भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में बनाया गया. धीरे-धीरे भारतीय जनता पार्टी के साथ सभी वर्ग के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योजनाओं के कारण जुड़ रहे हैं, यह भाजपा के लिए 2023 और 2024 के चुनाव के लिए फायदेमंद होगा."
कांग्रेस ने शाह को बताया पार्टी के लिए शुभंकर
अमित शाह कांग्रेस के लिए शुभंकर: कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा "अमित शाह के दौरे छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी को कोई फायदा नहीं होने वाला है. दरअसल छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी जमीनी स्तर पर खत्म हो चुकी है. उनके नेताओं ने जनता का भरोसा खो दिया है. अब केंद्रीय मंत्री यहां आकर जनता के बीच भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे, जिसे जनता भली-भांति समझ रही है. अमित शाह से हमारे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने 17 सवाल किए थे उन्हें उसका जवाब देना चाहिए. पिछली बार जब अमित शाह छत्तीसगढ़ आए थे उन्होंने 65 सीट का टारगेट भाजपा के लिए रखा था. लेकिन कांग्रेस को 67 सीटें प्राप्त हुई थी, अबकी बार भी फिर से छत्तीसगढ़ आए हैं. कांग्रेस को फिर से इसका फायदा मिलेगा. अमित शाह कांग्रेस के लिए शुभंकर हैं."
अमित शाह के दौरे से भाजपा के कितना फायदा होगा ये तो विधानसभा चुनाव में स्पष्ट हो जाएगा. हालांकि खुद को मजबूत मानकर चल रही कांग्रेस को भी सतर्क रहने की जरूरत है. उनकी जरा सी चूक भाजपा को चुनाव में बड़ा फायदा पहुंचा सकती है.
कांग्रेस दिग्गजों के गढ़ में अमित शाह का दौरा
रायपुर : छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी ने अपना चुनावी बिगुल फूंक दिया है. गुरुवार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दुर्ग में बड़ी सभा ली. जहां एक ओर उन्होने नरेंद्र मोदी सरकार के 9 सालों की उपलब्धि गिनाई वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला. अमित शाह ने कहा "बघेल सरकार ने वादाखिलाफी की है छत्तीसगढ़ की जनता चुनाव का राह देख रही है, चुनाव आते ही आप की कुर्सी पलटना तय है. फिर से भारतीय जनता पार्टी की सरकार छत्तीसगढ़ में बनेगी."
अमित शाह के दुर्ग पहुंचने के मायने
अमित शाह ने घपले घोटालों पर भूपेश सरकार को घेरा: अमित शाह ने कहा "इस सरकार ने ढेर सारे घोटाले किए. शराब घोटाला 2000 करोड़, कोयला घोटाला 500 करोड़, गरीब अन्न में 5000 करोड़ के घोटेल का आरोप, गौठान घोटाला 1300 करोड़, पीएससी घोटाला, डिस्ट्रिक्ट मिनरल फड़ से 700 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष स्वयं कह रहे है. कांग्रेसी सरकार हर मोर्चे पर फेल रही. आदिवासी इलाकों में इलाज के अभाव के कारण 13000 से ज्यादा शिशु मारे गए, संरक्षित पंडो जनजाति के सैकड़ो लोग कुपोषण का शिकार बने, 1000 किसानों ने आत्महत्या की है, 5000 से ज्यादा बलात्कार इस छोटे से प्रदेश में हुए हैं."भूपेश सरकार के 5 कैबिनेट मंत्री दुर्ग संभाग से ही: छत्तीसगढ़ में दुर्ग संभाग की बात की जाए तो यह बेहद ही हाई प्रोफाइल डिवीजन माना जाता है. छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों में से दुर्ग संभाग में 20 विधानसभा सीटें हैं. छत्तीसगढ़ के 5 कैबिनेट मंत्री और खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दुर्ग संभाग से पाटन विधनसभा से आते है. 5 कैबिनेट मिनिस्टर की बात की जाए तो कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया, पीएचई मंत्री रूद्र गुरु और वन मंत्री मोहम्मद अकबर भी दुर्ग संभाग से ही हैं. दुर्ग डिवीजन की 20 विधानसभा सीटों में से सिर्फ 3 विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी के विधायक है. बाकी 17 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है. चुनाव से पहले अमित शाह की दुर्ग में ली गई बड़ी सभा राजनीति दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जा रही है. साफ तैर अगर देखा जाए तो दिग्गजों के गढ़ में भाजपा की वापसी कराने के लिए अमित शाह दुर्ग में बड़ी सभा करने पहुंचे हैं.दुर्ग संभाग में हैं 2 लोक सभा सीटें: छत्तीसगढ़ में कुल 11 लोकसभा सीटें हैं. दुर्ग संभाग में 2 लोकसभा सीट आती है, जिनमें राजनांदगांव और दुर्ग लोकसभा सीट है. दोनों ही लोकसभा सीटों की बात की जाए तो इन पर लंबे समय से भाजपा का ही कब्जा रहा है. दोनों लोकसभा सीटों में कांग्रेस थोड़ी कमजोर रही है. वर्तमान में दोनों लोकसभा सीटों में भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है. इससे पहले 2014 लोकसभा चुनाव में राजनांदगांव लोकसभा सीट से रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह भाजपा से जीतकर सांसद बने थे. वहीं दुर्ग लोकसभा सीट से कांग्रेस के ताम्रध्वज साहू विजयी हुए थे. 2009 लोकसभा चुनाव की बात की जाए तो राजनांदगांव लोकसभा से भाजपा के मधुसुदन यादव और दुर्ग लोकसभा से भाजपा नेत्री सरोज पांडेय जीतकर आईं. 2004 लोकसभा चुनाव की बात की जाए तो दुर्ग लोकसभा से तारा चंद साहू जीतकर आए थे, वहीं राजनांदगांव लोकसभा से भाजपा के प्रदीप गांधी विजयी हुए थे. दुर्ग के किले में सेंध लगाने की कोशिश: वरिष्ठ पत्रकार अनिरुद्ध दुबे ने कहा "छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को करीब 4 महीने बचे हैं, भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ में अभी तक बैठकों का दौर चल रहा था. पार्टी के भीतर से ही ऐसी आवाजें आने लगी थी कि अब बैठने से काम नहीं चलेगा, चुनाव से पहले यह एक बड़ी सभा है. भले ही इसे चुनावी सभा का नाम नहीं दिया गया हो लेकिन फिर भी यह सभा चुनाव के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है. दुर्ग संभाग दिग्गजों का गढ़ है यहां सीएम भूपेश बघेल के अलावा 5 कैबिनेट मंत्री भी आते है. अमित शाह का दौरा दुर्ग के किले में सेंध लगाने की कोशिश है. अमित शाह की सभा कितनी असरकारी रही है यह आने समय में पता चलेगा. लेकिन भाजपा अब चुनावी मोड़ पर आ गई है और लगातार शीर्ष नेतृत्व दौरा जारी रहेगा."
अमित शाह का दौरा ढहाएगा कांग्रेस का गढ़: अमित शाह के दुर्ग दौरे पर भाजपा के वरिष्ठ नेता विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा "राजनीति पर जहां पर ज्यादा संभावनाए है और जहां पर सीटे बढ़ाई जा सकती है, उसे लेकर राजनीति दल काम करते है. अमित शाह का दुर्ग दौरा निश्चित रूप से कांग्रेस के गढ़ को ढहाएगा और बीजेपी के पक्ष में लाएगा." पद्मश्री उषा बारले के भाजपा प्रवेश को लेकर बृजमोहन अग्रवाल ने कहा "कोई भी राजनीतिक दल अपना जनाधार बढ़ाने के लिए काम करता है. उषा बारले को अभी पद्मश्री मिला है. सतनामी समाज पूरी तरह से कांग्रेस से नाराज है. सतनामी समाज के गुरु घासीदास की तपोभूमि में कुतुब मीनार से ऊंचा जैतखाम भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में बनाया गया. धीरे-धीरे भारतीय जनता पार्टी के साथ सभी वर्ग के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योजनाओं के कारण जुड़ रहे हैं, यह भाजपा के लिए 2023 और 2024 के चुनाव के लिए फायदेमंद होगा."
कांग्रेस ने शाह को बताया पार्टी के लिए शुभंकर
अमित शाह कांग्रेस के लिए शुभंकर: कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा "अमित शाह के दौरे छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी को कोई फायदा नहीं होने वाला है. दरअसल छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी जमीनी स्तर पर खत्म हो चुकी है. उनके नेताओं ने जनता का भरोसा खो दिया है. अब केंद्रीय मंत्री यहां आकर जनता के बीच भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे, जिसे जनता भली-भांति समझ रही है. अमित शाह से हमारे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने 17 सवाल किए थे उन्हें उसका जवाब देना चाहिए. पिछली बार जब अमित शाह छत्तीसगढ़ आए थे उन्होंने 65 सीट का टारगेट भाजपा के लिए रखा था. लेकिन कांग्रेस को 67 सीटें प्राप्त हुई थी, अबकी बार भी फिर से छत्तीसगढ़ आए हैं. कांग्रेस को फिर से इसका फायदा मिलेगा. अमित शाह कांग्रेस के लिए शुभंकर हैं."
अमित शाह के दौरे से भाजपा के कितना फायदा होगा ये तो विधानसभा चुनाव में स्पष्ट हो जाएगा. हालांकि खुद को मजबूत मानकर चल रही कांग्रेस को भी सतर्क रहने की जरूरत है. उनकी जरा सी चूक भाजपा को चुनाव में बड़ा फायदा पहुंचा सकती है.