ऋग्वेद का श्लोक सुनाकर बोले पीएम, कहा- कोई एक ही विचार उत्तम हो, यह जरूरी नहीं
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पीएम मोदी ने ऋग्वेद के श्लोक का रेफरेंस देकर कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में बना प्रधानमंत्री संग्रहालय संविधान के प्रति सशक्त होती आस्था का प्रतीक है. तीन मूर्ति भवन में प्रधानमंत्री संग्रहालय के उद्घाटन के बाद अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, हमारे भारत में विचारों और परंपराओं का समावेश होता रहा है. हमारा लोकतंत्र हमें सिखाता है कि कोई एक विचार ही उत्तम हो यह जरूरी नहीं. हम उस सभ्यता में पले बढ़े हैं, जिसमें कहा जाता है आ नो भद्रा क्रतवो यन्तु विश्वत: हमारा लोकतंत्र नवीनता और नए विचारों को स्वीकारने की प्रेरणा देता है. प्रधानमंत्री संग्रहालय में आने वाले लोगों को लोकतंत्र की इस ताकत के दर्शन होंगे. विचारों को लेकर सहमति असहमति हो सकती है, राजनीतिक धाराएं अलग हो सकती हैं, लेकिन लोकतंत्र में सबका ध्येय एक ही होता है, देश का विकास. यह सिर्फ प्रधानमंत्री और उनके योगदानों तक सीमित नहीं है. यह हर विषम परिस्थितयों को बावजूद देश में गहरे होते लोकतंत्र हमारी संस्कृति में हजारों वर्षों से फले-फूले लोकतांत्रिक संस्कारों की मजबूती और संविधान के प्रति सशक्त होती आस्था का भी प्रतीक है.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:22 PM IST