बेतिया(बगहा): सोमवार को रक्षाबंधन का त्योहार पूरे देश मे धूम-धाम से मनाया गया. बहनों ने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनके लिए दुआएं मांगी. मौके पर मनुष्य और प्रकृति के बीच के प्रेम को दर्शाने के लिए बगहा की स्कूली बहनों ने अनोखे अंदाज में राखी मनाई. बहनों ने पेड़-पौधों को राखी बांधकर इस त्योहार का आनंद लिया. मौके पर बच्चियों ने कहा कि पेड़-पौधे भाई की तरह ऑक्सीजन देकर उनकी रक्षा करते हैं इसलिए वे हर साल वृक्ष को भी राखी बांध उनके सलामती की दुआ करती हैं.
बगहा के पिपरा गांव अंतर्गत गजेंद्र उद्यान में रक्षाबंधन के मौके पर विभिन्न विद्यालयों की बच्चियों ने वृक्ष को रक्षासूत्र बांधा. जानकारी के मुताबिक पर्यावरण प्रेमी गजेंद्र यादव ने इस अनोखी परंपरा की शुरुआत की थी. वे खुद पेड़-पौधों की रक्षा करते हैं. साथ ही स्कूली बच्चों को भी इसके लिए प्रेरित करते हैं.
पेड़-पौधों को मान लिया जीवन साथी
गजेंद्र यादव वर्षों से प्रकृति का सरंक्षण करते आ रहे हैं. अब तक उन्होंने इलाके में लाखों पौधे लगाकर दूसरों के लिए मिसाल कायम की है. पेड़-पौधों से इनके प्रेम और समर्पण का ही नतीजा है कि इन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दो बार सम्मानित कर चुके हैं. पर्यावरण प्रेमी गजेंद्र यादव ने अब तक शादी नहीं की है. वे पेड़-पौधों को ही अपना जीवनसाथी और सब कुछ मानते हैं.
क्या है राखी की मान्यता
सावन पूर्णिमा के मौके पर मनाए जाने वाले इस त्योहार की बड़ी धार्मिक मान्यता है. बताया जाता है कि देवी लक्ष्मी ने पाताल लोक जाकर राजा बलि को राखी बांधी थी. ऐसे में इस पर्व के दिन जहां बहनें अपने भाई को रक्षा सूत्र बांधकर उनके सलामती की दुआ करती हैं. वही भाई अपनी बहनों की हर प्रकार से रक्षा करने का प्रण लेते हैं. इसी लिहाज से स्कूली बहनों ने वृक्ष को भाई स्वरूप मानकर पेड़-पौधों को राखी बांधकर उनके हमेशा लहलहाने की दुआ की.