बगहा: ग्लोबल वार्मिंग से बढ़ते खतरा को लेकर पूरा विश्व चिंतित है. इससे बचाव को लेकर ही हम विश्व पर्यावरण दिवस मनाते हैं. इसके माध्यम से लोगों को वृक्ष लगाने के प्रति जागरूक किया जाता है, ताकि पर्यावरण की सुरक्षा और सरंक्षण हो सके.
पर्यावरण के इस खास दिवस पर आज हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताएंगे, जिन्होंने अपना सारा जीवन पेड़-पौधों को समर्पित कर दिया है. बगहा के मंगलपुर औसानी निवासी विश्वासी देवी पिछले 8 सालों से हजारों पेड़-पौधे लगाकर उसकी रखवाली करती आ रही हैं. विश्वासी देवी ने पेड़-पौधों को अपने संतान की तरह मानती है. साथ ही वे अन्य लोगों को भी पौधारोपण का संदेश देती हैं.
संतान की तरह की पौधों की रक्षा
बगहा प्रखंड दो अंतर्गत मंगलपुर औसानी पंचायत की रहने वाली विश्वासी देवी की इलाके में एक अलग ही पहचान है. ये पहचान उन्हें उनके अपने खुद के संकल्प से मिली है. दस साल पहले जब ये औसानी गांव की वार्ड सदस्य बनी तो सड़कों के दोनों किनारे पौधारोपण का कार्य करना शुरू किया. बीते एक दशक में उन्होंने हजारों पौधों को लगाया. साथ ही इन पौधों की रक्षा अपने संतान से भी बढ़ कर की.
पर्यावरण संरक्षित करने की मुहिम
विश्वासी देवी की मेहनत और समर्पण का ही नतीजा है कि सड़क किनारे लगाये गए हजारों पेड़ आज के समय में फल देने लगे हैं. पहले 8 सालों में इन्होंने 800 पौधों का रोपण किया और उसके बाद जब पौधों के सरंक्षण में कामयाबी हासिल हुई तो इस सिलसिले को बढ़ाते हुए लगातार पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षित करने की मुहिम में जुट गईं.साथ ही इलाके के लोगों को ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाकर पर्यावरण को बचाने और वातावरण को स्वच्छ रखने के लिए जागरूक करते आ रही हैं.
सभी लोग करते हैं सराहना
आज लोग विश्वासी देवी की जमकर सराहना कर रहे हैं.स्थानीय लोगों का कहना है कि इनके इस मुहिम का ही नतीजा है कि गांव और पंचायत में आज चारों तरफ हरियाली जैसा नजारा देखने को मिलता है और पर्यावरण को स्वच्छ करने के लिहाज से इनका कार्य काफी सराहनीय है. ग्रामीणों ने बताया कि इनके लगाए गए पेड़ों से फल और छाया दोनों मिलती है.