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बेतिया: सरकारी अधिकारी ही मोटर व्हीकल एक्ट की सरेआम उड़ा रहे हैं धज्जियां

जिला परिवहन पदाधिकारी, एसपी, डीडीसी, जिला अपर समाहर्ता सहित जिला प्रशासन के कई अधिकारी हैं. जिनके वाहनों पर बंपर लगे हुए हैं. इसके बावजूद भी इन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.

bettiah
अधिकारियों के वाहनों पर लगा बंपर गार्ड
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Published : Jan 18, 2020, 6:08 PM IST

बेतिया: जिले में मोटर व्हीकल अधिनियम की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. जिला परिवहन अधिकारी और जिले के प्रशासनिक महकमे के लोग ही खुलेआम इसका उल्लंघन कर रहे हैं. मोटर व्हीकल अधिनियम कानून का पाठ पढ़ाने वाले अधिकारियों के वाहनों पर बंपर लगे हुए हैं. इसके बावजूद भी इन अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.

मोटर व्हीकल अधिनियम की उड़ रही धज्जियां
बता दें कि जिलाधिकारी के अलावा अधिकांश अधिकारी मोटर व्हीकल अधिनियम की सरेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं. जिला परिवहन पदाधिकारी, एसपी, डीडीसी, जिला अपर समाहर्ता सहित जिला प्रशासन के कई अधिकारी हैं. जिनके वाहनों पर बंपर लगे हुए हैं. इसके बावजूद भी इन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, न ही परिवहन अधिकारियों की तरफ से बंपर हटवाने की कोशिश की जा रही है. वहीं, जब इस मामले में जिला परिवहन अधिकारी से बात की गई, तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'खतरनाक साबित होते हैं बंपर गार्ड'
जानकारी के मुताबिक एक सर्वे में सामने आया है कि जिन वाहनों पर बंपर गार्ड लगा होता है. उन वाहनों से हादसे अधिक होते हैं. इतना ही नहीं चार पहिया वाहन पर सुरक्षा के नाम पर जो बंपर गार्ड लगे होते हैं. वो हादसे के वक्त ज्यादा खतरनाक साबित होते हैं. यही वजह है कि केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्रालय ने वाहनों में बंपर गार्ड का इस्तेमाल गैर कानूनी करार दिया है. जिसमें बंपर गार्ड का उपयोग मोटर वाहन कानून 1988 की धारा 52 का उल्लंधन माना जाएगा. साथ ही इसे लगाने वालों पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. लेकिन जिले में ये नियम कानून हवा हवाई साबित हो रहा है.

बेतिया: जिले में मोटर व्हीकल अधिनियम की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. जिला परिवहन अधिकारी और जिले के प्रशासनिक महकमे के लोग ही खुलेआम इसका उल्लंघन कर रहे हैं. मोटर व्हीकल अधिनियम कानून का पाठ पढ़ाने वाले अधिकारियों के वाहनों पर बंपर लगे हुए हैं. इसके बावजूद भी इन अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.

मोटर व्हीकल अधिनियम की उड़ रही धज्जियां
बता दें कि जिलाधिकारी के अलावा अधिकांश अधिकारी मोटर व्हीकल अधिनियम की सरेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं. जिला परिवहन पदाधिकारी, एसपी, डीडीसी, जिला अपर समाहर्ता सहित जिला प्रशासन के कई अधिकारी हैं. जिनके वाहनों पर बंपर लगे हुए हैं. इसके बावजूद भी इन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, न ही परिवहन अधिकारियों की तरफ से बंपर हटवाने की कोशिश की जा रही है. वहीं, जब इस मामले में जिला परिवहन अधिकारी से बात की गई, तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'खतरनाक साबित होते हैं बंपर गार्ड'
जानकारी के मुताबिक एक सर्वे में सामने आया है कि जिन वाहनों पर बंपर गार्ड लगा होता है. उन वाहनों से हादसे अधिक होते हैं. इतना ही नहीं चार पहिया वाहन पर सुरक्षा के नाम पर जो बंपर गार्ड लगे होते हैं. वो हादसे के वक्त ज्यादा खतरनाक साबित होते हैं. यही वजह है कि केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्रालय ने वाहनों में बंपर गार्ड का इस्तेमाल गैर कानूनी करार दिया है. जिसमें बंपर गार्ड का उपयोग मोटर वाहन कानून 1988 की धारा 52 का उल्लंधन माना जाएगा. साथ ही इसे लगाने वालों पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. लेकिन जिले में ये नियम कानून हवा हवाई साबित हो रहा है.

Intro:एंकर: जब नियम कानून बनाने और उसका अनुपालन करने वाले अधिकारी ही उसकी अवहेलना करने लगे तो फिर आम लोगों से नियमों का पालन करने की उम्मीद करना तो बेईमानी होगी, यह हम इसलिए बोल रहे हैं कि कुछ ऐसा ही हाल जिला में मोटर व्हीकल अधिनियम का है, जिसका खुलेआम उल्लंघन जिला परिवहन पदाधिकारी और जिले के प्रशासनिक महकमा के लोग ही कर रहे हैं।


Body:जी हां बेतिया के जिलापदाधिकारी की गाड़ी को छोड़ दिया जाए तो अधिकांश अधिकारी मोटर व्हीकल अधिनियम की सरेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं, वह चाहे खुद मोटर व्हीकल अधिनियम कानून व नियमों को जनता पर थोपने वाले जिला परिवहन पदाधिकारी हो या बेतिया एसपी, डीडीसी, जिला अपर समाहर्ता सहित जिला प्रशासन के कई अधिकारियों के वाहनों पर बंपर लगे हुए हैं, देखा जाए तो ये सभी अधिकारी जिला परिवहन विभाग की कार्रवाई के दायरे में आ रहे हैं, लेकिन इन पर कार्रवाई तो दूर परिवहन विभाग इन्हें बोलकर व नियम कानून समझाकर भी बंपर हटवाने की कोशिश तक नहीं कर सका है, जब इस बारे में जिला परिवहन पदाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कुछ भी बोलने से साफ साफ इन्कार कर दिया।


Conclusion:दरअसल एक सर्वे में सामने आया है कि जिन वाहनों पर बंपर गार्ड लगा होता है उनसे हादसे अधिक होते हैं और वह गलत तरीके से वाहनों को दौड़ते हैं,बता दें कि चार पहिया वाहन की सुरक्षा के नाम पर वाहन पर लगे जो बंपर गार्ड आप लगा रहे हैं वह हादसे के वक्त आपके लिए ज्यादा खतरनाक साबित होंगे, हादसे से सुरक्षा की बजाए आप आपकी जान जोखिम में डाल सकते हैं, यही वजह है कि केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्रालय ने वाहनों में बंपर गार्ड का इस्तेमाल गैरकानूनी करार दिया है, जिसमें बंपर गार्ड का उपयोग मोटर वाहन कानून 1988 की धारा 52 का उल्लंघन माना जाएगा और इसे लगाने वाले पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन जिले में यह नियम कानून हवाहवाई साबित हो रहा है, हजारों की संख्या में चार पहिया वाहनों में बंपर गार्ड लगे हुए हैं, जिनमें जिले के परिवहन पदाधिकारी समेत कई आला अफसरान, जनप्रतिनिधि सहित अन्य लोग शामिल है।

पीटीसी
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