बेतियाः पश्चिमी चंपारण में गन्ना क्रय में अनियमितता के खिलाफ किसान आक्रोशित हैं. शनिवार को आक्रोशित किसान शुगर मिल प्रबंधन के खिलाफ धरना पर बैठ गये. इस दौरान सितुहिया और कतकी गन्ना क्रय केंद्र बंद कराया (Two Sugarcane Purchasing Centers Closed) गया. इस दौरान किसानों ने सितुहिया क्रय केंद्र पर उपस्थित गन्ना क्रय से जुड़ें से एक पदाधिकारी को बंधक बना लिया. किसानों का आरोप है कि शुगर मिल प्रबंधन, केन मैनेजर और गन्ना क्रय से जुड़े पदाधिकारियों की मिली भगत से गन्ना बर्बाद हो रहा है. किसानों का आरोप है कि बगहा मिल की पर्ची यूपी के किसानों को मिल रहा है.
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किसानों ने बताया कि पश्चिमी चंपारण जिले के पिपरासी प्रखंड में तिरुपति शुगर मिल प्रबंधन मनमानी कर रहा है. मिल प्रबंधन के क्रय केंद्रों में अनियमितता बरती जा रही है. किसानों ने आरोप लगाया कि मिल प्रबंधन की मिलीभगत से केन मैनेजर और सीडीओ बिहार के किसानों का पर्ची यूपी के किसानों को दे रहे हैं. पर्ची के बिना किसानों को गन्ना बेचने में परेशानी हो रही है. वहीं यूपी के गन्ना माफियाओं से मिलीभगत कर स्थानीय किसानों के गन्ने को कम कीमत पर खरीद करते हैं.
किसानों ने आगे बताया कि बाढ़ के कारण पहले ही गन्ना सुख गया. पर्चा के अभाव में एक सप्ताह तक गन्ना क्रय केंद्र पर सुख रहा है. गन्ना सुखने के लिए मिल प्रबंधन का गैरजिम्मेदारी पूर्ण रवैया जिम्मेदार है. इसका समाधान नहीं होने पर चीनी मिल और एसडीओ कार्यालय के बाहर धरना दिया जायेगा. धरना-प्रदर्शन में दिनेश पांडेय, मनोज कुशवाहा, नंदकिशोर शर्मा, अजय कुशवाहा, अनिल कुशवाहा सहित सैकड़ों किसान मौजूद थे.
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