बगहा: सूबे के एक मात्र वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में पर्यटन सेवाएं शुरू हो गई हैं. लंबे इंतजार के बाद वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में एक बार फिर पर्यटकों के लिए जंगल सफारी सहित अन्य सेवाएं बहाल हो गई हैं. कोरोना संक्रमण की वजह से मार्च में पर्यटकों के लिए विटीआर में भ्रमण पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई थी.
बदला-बदला से दिखेगा विटीआर
बुधवार से कोरोना गाइड लाइंस का पालन करते हुए इंडो नेपाल सीमा स्थित वाल्मीकि टाइगर रिजर्व को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है. इस मर्तबा पहले से बेहतर सेवाएं मुहैया कराई गई हैं जो पर्यटकों के स्वागत के लिए तैयार है. वन संरक्षक हेमकांत राय ने बताया पहले की अपेक्षा पर्यटकों को अन्य बेहतर सेवाऐं मिलेंगी और आगंतुक जंगल सफारी सहित बोटिंग और अन्य संसाधनों का लाभ उठा सकेंगे. कोरोना काल में विटीआर का बम्बू हट, गेस्ट हाउस समेत अन्य सुविधाएं पूरी तरह से बंद कर दी गई थी. जिस वजह से जिन पर्यटकों ने बंबू हट समेत जंगल सफारी और बोटिंग के लिए बुकिंग कराई थी उनका पैसा वापस कर दिया गया था.
ऑनलाइन बुकिंग शुरू
सूबे के एकमात्र वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में पर्यटकों के मनोरंजन के लिए जल, जंगल और पहाड़ जैसी रोमांचक दृश्य मौजूद है. ऐसे में प्रकृति की गोद मे बसे इस पर्यटन स्थल के भ्रमण के लिए ऑनलाइन बुकिंग शुरू हो गई है. यहां पर्यटक धार्मिक स्थलों के भ्रमण समेत जंगल सफारी, बोटिंग और पाथवे के साथ-साथ कैलेश्वर झूला का आंनद ले सकते हैं. बता दें कि हर साल लाखों पर्यटक इंडो नेपाल सीमा स्थित इस पर्यटन नगरी का लुत्फ उठाने पहुंचते हैं.