बेतिया: बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी शनिवार को वाल्मीकि टाइगर रिजर्व पहुंचे. यहां उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ समीक्षात्मक बैठक की. जल संसाधन विभाग के अतिथि भवन में बैठक के दौरान उन्होंने इको टूरिज्म के क्षेत्र में आनेवाले व्यवधानों के बारे में चर्चा की. साथ ही उन्होंने टूरिज्म को सुलभ और सरलता से संचालन करने के बाबत दिशा-निर्देश भी दिया.
सभी कमियों को किया जाएगा दूर
इस बैठक के दौरान जनप्रतिनिधियों ने आनेवाले पर्यटकों को सड़क कम्युनिकेशन में होने वाली असुविधाओं को लेकर ध्यानाकर्षण कराया. जिसके बाद डिप्टी सीएम ने तत्काल पथ निर्माण विभाग के सचिव और अन्य अधिकारियों से इसका अपडेट लिया. सुशील मोदी ने कहा कि वाल्मीकि टाइगर रिजर्व से बेहतर पर्यटक स्थल देश में गिने चुने ही हैं. यहां जल, जंगल और पहाड़ सहित जंगली जानवरों का दीदार सब कुछ एक साथ होता है. उन्होंने कहा कि एक बेहतरीन एडवेंचरस स्थल होने के नाते यहां किन-किन चीजों की कमी है, उसकी भी पड़ताल कर उन कमियों को दूर किया जाएगा.
पर्यटकों का लगता है जमावड़ा
सुशील मोदी ने कहा कि कल से पर्यटन का औपचारिक शुभारंभ किया जाएगा. यहां पर्यटकों के लिए जंगल सफारी, बोटिंग, कौलेश्वर झूला सहित कई धार्मिक स्थल हैं, जिनका और विकास किया जाएगा. बता दें कि बिहार के इकलौते टाइगर रिजर्व में सितम्बर से अप्रैल तक पर्यटकों का जमावड़ा लगता है.
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लोकनृत्य झुमटा और डांडिया की होगी शुरुआत
भारी संख्या में नेपाल, बिहार, उत्तरप्रदेश और देश के अनेक हिस्सों से पर्यटक यहां के प्राकृतिक छटा का आनंद लेने पहुंचते हैं. जिनके मनोरंजन के लिए स्थानीय तराई क्षेत्रों में निवास करने वाले थारू बहुल इलाके के आदिवासियों का प्राचीन लोकनृत्य झुमटा और डांडिया की शुरुआत भी डिप्टी सीएम कर रहे हैं. जिसका आनंद अब पर्यटक प्रतिदिन ले सकेंगे.