पश्चिमी चंपारण: मंजिल तो उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है. सूबे सहित बेतिया के तमाम छात्र आज स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड से अपने पैरों पर खड़े हो गए हैं. इस योजना से समाज के आखिरी पायदान के छात्र भी उचित शिक्षा लेकर डॉक्टर, इंजीनियर, फैशन डिजाइनर बन रहे हैं. ये वो छात्र हैं जो उचित शिक्षा नहीं ले सकते थे. जो आखिरी पायदान पर थे, जिनके पास प्रतिभा थी, लेकिन वो आगे नहीं पढ़ सकते थे.
'ऐसे छात्र जिनके परिजन उनकी पढ़ाई आगे नहीं करा सकते हैं, वो छात्र स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड से अपने सपनों को साकार कर सकते हैं'- श्रेया कुमारी, छात्रा
क्रेडिट कार्ड से सपनों को लगे पंख
सरकार की सात निश्चय योजनाओं में से एक स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड से इन प्रतिभावान छात्रों के गरीबी की बेड़ियों को तोड़ दिया. इन छात्रों की प्रतिभा में पंख लगा दिए और इन्हें अपनी प्रतिभा की आभा बिखेरने के लिए खुले आसमान में छोड़ दिया.
'स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड हम मिडिल क्लास लोगों के लिए एक बहुत ही अच्छी योजना है.जिससे हम अपने भविष्य को उज्जवल बना सकते हैं'- वंदना कुमारी, छात्रा
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स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड से बदली जिंदगी
31 दिसंबर 2016 को सीएम नीतीश कुमार ने बेतिया में स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का शुभारंभ किया था. आज इस योजना से बेतिया सहित सूबे में हजारों छात्रों की जिंदगी बदल रही है. बेतिया में अभी तक 2705 छात्रों को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड दिया गया है. शिक्षा वित्त निगम ने 33 करोड़ रुपए स्थानांतरित कर चुके हैं. 8 करोड़ रुपए बैंक से दिया जा चुका है.
'अब तक 2705 छात्रों को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ मिल चुका है. अपनी पढ़ाई को आगे करने के लिए 8 करोड़ रुपए बैंक से छात्र-छात्राओं को दिए जा चुके हैं.-शैलेश कुमार पांडे, प्रबंधक, जिला निबंधन
वरदान बना स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड छात्रों के लिए वरदान साबित हो रहा है. उच्च शिक्षा के लिए आज बेतिया के छात्र कश्मीर, जयपुर, दिल्ली, बेंगलुरु, कोटा, मुंबई जैसे बड़े-बड़े शहरों में जाकर पढ़ रहे हैं. आईआईटी, आईआईएमएस जैसे बड़े शिक्षण संस्थानों में दाखिला ले रहे हैं. छात्र अब डॉक्टर, इंजीनियर, फैशन डिजाइनर, फिजियोथैरेपिस्ट बन रहे हैं. कुछ छात्र इसरो तक भी पहुंच चुके हैं.