बेतिया: बगहा-2 अंतर्गत वाल्मीकिनगर के इंडो-नेपाल सीमावर्ती इलाकों के भारतीय सीमाई क्षेत्रों में पुलिस प्रशासन और एसएसबी की साझा टीमों की ओर से सघन गश्ती की गई. ये जांच अभियान नेपाल से लगने वाली अतिसंवेदनशील सीमाओं पर की जा रही है.
थाना प्रभारी जयप्रकाश सिंह और एसएसबी के सहायक सेनानायक शम्भू चरण मंडल ने बताया कि दो दिन पहले सीतामढ़ी के समीप इंडो-नेपाल सीमा पर नेपाल पुलिस ने भारतीय नागरिक की गोली मारकर हत्या कर दी. वहीं, इस घटना में 2 लोग बुरी तरह से जख्मी भी हो गए. इसलिए नेपाल से लगे सीमावर्ती भारतीय क्षेत्रों में पेट्रोलिंग की जा रही है.
संवेदनशील इलाकों में विशेष चौकसी
इंडो-नेपाल सीमा के अतिसंवेदनशील इलाके चकदहवा, रहुआ टोला और झंडू टोला से लगने वाले सीमाओं पर विशेष नजर रखी जा रही है. एसएसबी के सहायक सेनानायक ने बताया कि देश में लॉकडाउन के समय से ही एसएसबी के जवानों की ओर से 24 घंटे चौकसी और निगरानी की जा रही है. लेकिन सीतामढ़ी की घटना के मद्देनजर पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर इन संवेदनशील सीमाई क्षेत्रों में विशेष टीम के द्वारा गश्त कर भारतीय नागरिकों में सुरक्षा की भावना को बढ़ाने की कोशिश की जा रही है.
'सुरक्षा की भावना जगाने हेतु की गई पेट्रोलिंग'
बता दें कि सीमाई क्षेत्रों में बसे दोनों ही तरफ के लोगों के बीच परिवारिक सम्बंध होने की वजह से खुले सीमाई रास्ते से एक दूसरे देश में आने-जाने की कोशिश की जाती है. इस कारण विवाद उत्पन्न हो जाता है. इस पर सख्त रोक लगाई गई है. नेपाल में अभी भी लॉकडाउन चल रहा है. इससे सीमाई गांवों में बसे लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है.
नेपाल शस्त्र सीमा बल जवानों ने की थी फायरिंग
शुक्रवार को नेपाल शस्त्र सीमा बल के जवानों ने खेतों में काम कर रहे भारतीय मजदूरों पर फायरिंग की थी. इस घटना में एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई थी. जबकि तीन अन्य मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इस दौरान नेपाल शस्त्र सीमा बल के जवानों ने सोनबरसा थाना क्षेत्र के जानकीनगर गांव निवासी लगन राय को भारत से बंदी बनाकर नेपाल के परसा थाने ले गए. हालांंकि डीएम और एसपी की पहल के बाद बंधक बनाए गए लगन राय को शनिवार को रिहा कर दिया गया.