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बगहा: नेपाल से गंडक नदी में बहकर आए गेंडे की मौत - बगहा लेटेस्ट न्यूज

डीएफओ गौरव ओझा के मुताबिक प्रथम दृष्टया सांस फूलने से गेंडे की मौत हुई होगी. बहरहाल आलाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचकर जांच में जुटे हैं और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू हो गई है.

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Published : Oct 6, 2020, 8:04 PM IST

बगहा: नेपाल से गंडक नदी में बहकर आए गेंडे की रेस्क्यू के दौरान मौत हो गई. बताया जाता है कि गेंडा घंटों बराज के डाउन स्ट्रीम में फंस कर जीवन और मौत से संघर्ष कर रहा था. हालांकि, काफी मशक्कत के बाद वह नदी की धार में बहकर कुछ दूर गया. लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.

गेंडे की रेस्क्यू के दौरान मौत
नेपाल स्थित चितवन जंगल से गंडक नदी के रास्ते बहते हुए एक गेंडा वाल्मीकिनगर स्थित इंडो नेपाल सीमा के गंडक बराज अंतर्गत 4 नम्बर फाटक में आकर फंस गया. जिसके बाद विटीआर कर्मियों ने गेंडे की जान बचाने की नीयत से गंडक बराज के फाटक को उठाकर बहा दिया. जिससे कि गेंडा बहते हुए नदी से सटे विटीआर जंगल किनारे चल जाए और बाहर निकल जाए.

पानी की तेज धारा से हुआ चोटिल
बता दें कि सोमवार की अहले सुबह गंडक बराज के 4 नंबर फाटक में एक गेंडे के पानी मे फंसे होने की खबर से विटीआर कर्मियों के साथ वाल्मीकिनगर के लोगों मे अफरा-तफरी मच गई. वनकर्मियों के साथ गंडक बराजकर्मी और एसएसबी के जवान रेस्क्यू टीम को सहयोग करने के लिए बराज के 4 नंबर फाटक पर पहुंचकर गेंडे की निगरानी करने लगे. जैसे ही बराज का फाटक उठा गैंडे को डाउन स्ट्रीम में छोड़ा गया. वह पानी की तेज भंवर में फंस गया और लगातार पानी में घंटों तैरते रहने की वजह से चोटिल हो गया और आखिकार उसकी मौत हो गई.

बगहा: नेपाल से गंडक नदी में बहकर आए गेंडे की रेस्क्यू के दौरान मौत हो गई. बताया जाता है कि गेंडा घंटों बराज के डाउन स्ट्रीम में फंस कर जीवन और मौत से संघर्ष कर रहा था. हालांकि, काफी मशक्कत के बाद वह नदी की धार में बहकर कुछ दूर गया. लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.

गेंडे की रेस्क्यू के दौरान मौत
नेपाल स्थित चितवन जंगल से गंडक नदी के रास्ते बहते हुए एक गेंडा वाल्मीकिनगर स्थित इंडो नेपाल सीमा के गंडक बराज अंतर्गत 4 नम्बर फाटक में आकर फंस गया. जिसके बाद विटीआर कर्मियों ने गेंडे की जान बचाने की नीयत से गंडक बराज के फाटक को उठाकर बहा दिया. जिससे कि गेंडा बहते हुए नदी से सटे विटीआर जंगल किनारे चल जाए और बाहर निकल जाए.

पानी की तेज धारा से हुआ चोटिल
बता दें कि सोमवार की अहले सुबह गंडक बराज के 4 नंबर फाटक में एक गेंडे के पानी मे फंसे होने की खबर से विटीआर कर्मियों के साथ वाल्मीकिनगर के लोगों मे अफरा-तफरी मच गई. वनकर्मियों के साथ गंडक बराजकर्मी और एसएसबी के जवान रेस्क्यू टीम को सहयोग करने के लिए बराज के 4 नंबर फाटक पर पहुंचकर गेंडे की निगरानी करने लगे. जैसे ही बराज का फाटक उठा गैंडे को डाउन स्ट्रीम में छोड़ा गया. वह पानी की तेज भंवर में फंस गया और लगातार पानी में घंटों तैरते रहने की वजह से चोटिल हो गया और आखिकार उसकी मौत हो गई.

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