बगहा: जिले में एक मछली पालक के पोखरे से दो मगरमच्छों का रेस्क्यू किया गया. ये मगरमच्छ कई महीने से पोखरे के मछलियों को अपना निवाला बना रहे थे. जिससे मछली पालक का लाखों का नुकसान हुआ है. पोखर स्वामी का आरोप है कि वन विभाग को लगातार सूचित करने के बावजूद उन्होंने कोई कदम नहीं उठाया. लिहाजा खुद से एक्सपर्ट मछुआरों की मदद से मगरमच्छों का रेस्क्यू किया गया है.
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मगरमच्छों ने लगाया लाखों का लगा चुना
पूर्व एडीएम महेंद्र भारती के मुताबिक मगरमच्छों का झुंड उनके पोखरा के कई क्विंटल मछलियों को अपना निवाला बना चुके हैं. लिहाजा उन्हें लाखों का चूना लगा है. उनका कहना है कि जिन पोखरों से दोनों मगरमच्छों को निकाला गया. उसमें से महज चार क्विन्टल ही मछली निकल पाया है, जबकि अन्य पोखरों से कई क्विन्टल मछलियां अभी तक बेची जा चुकी है. ऐसे में सिर्फ एक पोखरा से उन्हें लाखों का नुकसान हुआ है. उनका कहना है कि अन्य पोखरों में भी अभी मगरमच्छ हैं जिसके लिए एक्सपर्ट मछुआरों से तलाशी करवा रहे हैं.
बार बार निकलते हैं मगरमच्छ
बता दें कि इलाके में आये दिन निजी पोखरों और आहर से मगरमच्छों के निकलने की घटनाएं घटती रहती हैं और किसान मगरमच्छों के आतंक से काफी परेशान रहते हैं. जिसकी वजह से उन्हें भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है. हालांकि, पोखरा स्वामी की सूचना पर मौके पर वन विभाग की टीम पहुंची और पोखरे से बरामद दोनों मगरमच्छों को विभाग ने गण्डक नदी में छोड़ दिया है.