पं.चंपारण: जिले के बेतिया पुलिस लाइन मैदान में पुलिस संस्मरण दिवस को लेकर जिला पुलिस की ओर से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में बिहार पुलिस के शहीद जवानों को याद कर श्रद्धांजलि दी गई. इस अवसर पर बेतिया डीआईजी ललन मोहन प्रसाद, जिला पुलिस कप्तान जयंतकांत समेत कई अन्य वरीय पुलिस पदाधिकारियों ने शहादत देने वाले पुलिसकर्मियों को श्रद्धा सुमन अर्पित किया.
![पुलिस संस्मरण दिवस](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/4819668_3.jpg)
शहीद पुलिसकर्मियों से लें कर्तव्य की प्रेरणा- एसपी
बिहार पुलिस के शहीद जवानों को याद करते हुए जिला पुलिस कप्तान जयंतकांत ने कहा कि वर्तमान समय में पुलिस को अपने प्राणों की आहुती देने वाले पुलिसकर्मियों की ओर से स्थापित आदर्शो से प्रेरणा लेकर शौर्यपूर्ण भाव से अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए. उन्होंने बिहार में इस साल शहीद हुए 3 पुलिस इंस्पेक्टर और 4 जवानों को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी.
![पुलिस लाइन मैदान में परेड करती महिला पुलिस](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/4819668_2.jpg)
'देश और समाज के लिए शहादत सम्मान की बात'
एसपी जयंतकांत ने कहा कि अपने देश और समाज की सुरक्षा के लिए शहादत देना गौरव की बात है. पुलिसकर्मियों को अपने देश और समाज की रक्षा करने के लिए सदैव तैयार रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि देश के अंदर पुलिस के बल पर ही एक सुरक्षित समाज और शांति-व्यवस्था कायम होती है. ऐसे में आमलोगों को भी पुलिस का सम्मान करना चाहिए.
क्यों मनाया जाता है संस्मरण दिवस?
21 अक्टूबर 1959 को सीआरपीएफ के पुलिस अधिकारी करम सिंह के नेतृत्व में 20 जवानों की पुलिस टोली पर हॉट स्प्रिंग्स, लद्दाख में 16 हजार फीट की ऊंचाई पर गश्त कर रही थी. इस दौरान चीन की सेना ने घात लगाकर उन पर हमला कर दिया. इस आक्रमण में भारत के 10 वीर जवान शहीद हो गए और तभी से देश के पुलिस संस्मरण दिवस मानाया जाने लगा.
![जयंतकांत,एसपी](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/4819668_12.jpg)