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बगहा में अनोखी शादी: बेटी की शादी में कार्ड नहीं छपवाए, पौधे बांट न्योता दे रहीं मुखिया - ईटीवी भारत बिहार

शादी में कार्ड से निमंत्रण देने की परंपरा तो सभी निभाते हैं पर बिहार के बगहा में कृषि वैज्ञानिक बेटी की शादी का निमंत्रण अनोखा तरीका से दिया जा रहा है. जहां लोगों को शादी में आने के लिए कार्ड या फिर सुपारी नहीं बल्कि एक एक पौधा (Plant distributed in wedding invitation) दिया जा रहा. पढ़ें पूरी खबर...

बगहा में अनोखी शादी
बगहा में अनोखी शादी
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Published : Nov 18, 2022, 7:00 PM IST

Updated : Nov 18, 2022, 7:27 PM IST

बगहाः सभी लोगों की तमन्ना रहती है कि बेटे-बेटी की शादी (Unique Wedding In Bagaha) पूरे धूमधाम से हो. शादी की तैयारी से लेकर मेहमानों को निमंत्रण में काफी खर्च किए जाते हैं. शादी में मेहमानों को निमंत्रण देने के लिए महंगे-महंगे कार्ड बनाए जाते हैं. लेकिन बिहार के बगहा में एक अनोखा तरीका अपनाया जा रहा है. जहां शादी में आने के लिए महंगे निमंत्रण कार्ड नहीं बल्कि एक-एक पौधा दिया जा रहा है.

यह भी पढ़ेंः छपरा में अनोखी शादी, दुल्हन ने हेलमेट बांटकर बारातियों का किया स्वागत

आवंला के पौधे दिए जा रहेः दरअसल, यह खबर पश्चिम चंपारण जिले के बगहा की है. जहां एक मां ने बेटी की शादी का निमंत्रण पत्र की जगह पर मेहमानों और रिश्तेदारों को आंवला का पौधा बांट रही हैं. निमंत्रण देने का अनोखे तरीके की पूरे इलाके में खूब चर्चा हो रही है. दुलहन की मां विवाह निमंत्रण पत्र में कार्ड की जगह आवंला के पौधे अपने सगे संबंधियों व अतिथियों को भेज रही हैं

बगहा में अनोखी शादी
बगहा में अनोखी शादी

8 दिसंबर को है शादीः खटौरी रामनगर की नव निर्वाचित मुखिया स्मिता चौरसिया का मानना है कि कार्ड में प्लास्टिक व स्याही पर्यावरण के लिए नुकसानदेह हैं तो वहीं देवी देवताओं के प्रतीक चिह्न का भी दुरुपयोग होता है. लिहाज़ा उन्होंने बिटिया की शादी में तकरीबन 2000 मेहमानों व आंगतुकों को बतौर आमंत्रण पत्र आवंला के पौधे भेज दिए हैं. कहा कि 8 दिसंबर को शादी होनी है. इसकी तैयारी अभी से चल रही है.

चर्चा का विषयः स्मिता चौरसिया की पुत्री कृषि वैज्ञानिक तृप्ति विजय की शादी शुभम कुमार से आगामी 8 दिसंबर को होनी है. समारोह में करीब दो हजार मित्र, शुभचिन्तक, अतिथि व रिश्तेदार शामिल होंगे. मां स्मिता चौरसिया निमंत्रण कार्ड की जगह आवले के पौधे दे रही हैं. पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उनकी यह अनूठी पहल इलाके में चर्चा का विषय बन हुआ है.

बगहा में अनोखी शादी
बगहा में अनोखी शादी

पर्यावरण बचाने का संदेशः बता दें कि दुल्हन तृप्ति विजय ने विश्व भारती विश्वविद्यालय शांतिनिकेतन से एमएससी एग्रीकल्चर की पढ़ाई की है. इस पहल को लेकर विजय भी काफी खुश दिखाई दे रही हैं. वहीं लड़की की मां स्मिता चौरसिया का कहना है कि लोग कार्ड को कचरे के डब्बे और आग पर फेंक देते हैं. आजकल कई तरह के प्लास्टिक कोटेड कार्ड आ रहे हैं, जो पर्यावरण के लिए काफी नुकसानदेह हैं. इसे देखते हुए पर्यावरण को बचाने (message to save environment) के लिए यह एक अच्छी पहल है

''वर और वधू शादी के पहले कुछ फलदार पौधे लगाएंगे. यह पौधे जहां बारात रहने की व्यवस्था होगी वहां पर लगाए जाएंगे. इसके बाद वैवाहिक कार्यक्रम की शुभारंभ होगी. '' -स्मिता चौरसिया, नव निर्वाचित मुखिया, खटौरी रामनगर

बगहाः सभी लोगों की तमन्ना रहती है कि बेटे-बेटी की शादी (Unique Wedding In Bagaha) पूरे धूमधाम से हो. शादी की तैयारी से लेकर मेहमानों को निमंत्रण में काफी खर्च किए जाते हैं. शादी में मेहमानों को निमंत्रण देने के लिए महंगे-महंगे कार्ड बनाए जाते हैं. लेकिन बिहार के बगहा में एक अनोखा तरीका अपनाया जा रहा है. जहां शादी में आने के लिए महंगे निमंत्रण कार्ड नहीं बल्कि एक-एक पौधा दिया जा रहा है.

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आवंला के पौधे दिए जा रहेः दरअसल, यह खबर पश्चिम चंपारण जिले के बगहा की है. जहां एक मां ने बेटी की शादी का निमंत्रण पत्र की जगह पर मेहमानों और रिश्तेदारों को आंवला का पौधा बांट रही हैं. निमंत्रण देने का अनोखे तरीके की पूरे इलाके में खूब चर्चा हो रही है. दुलहन की मां विवाह निमंत्रण पत्र में कार्ड की जगह आवंला के पौधे अपने सगे संबंधियों व अतिथियों को भेज रही हैं

बगहा में अनोखी शादी
बगहा में अनोखी शादी

8 दिसंबर को है शादीः खटौरी रामनगर की नव निर्वाचित मुखिया स्मिता चौरसिया का मानना है कि कार्ड में प्लास्टिक व स्याही पर्यावरण के लिए नुकसानदेह हैं तो वहीं देवी देवताओं के प्रतीक चिह्न का भी दुरुपयोग होता है. लिहाज़ा उन्होंने बिटिया की शादी में तकरीबन 2000 मेहमानों व आंगतुकों को बतौर आमंत्रण पत्र आवंला के पौधे भेज दिए हैं. कहा कि 8 दिसंबर को शादी होनी है. इसकी तैयारी अभी से चल रही है.

चर्चा का विषयः स्मिता चौरसिया की पुत्री कृषि वैज्ञानिक तृप्ति विजय की शादी शुभम कुमार से आगामी 8 दिसंबर को होनी है. समारोह में करीब दो हजार मित्र, शुभचिन्तक, अतिथि व रिश्तेदार शामिल होंगे. मां स्मिता चौरसिया निमंत्रण कार्ड की जगह आवले के पौधे दे रही हैं. पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उनकी यह अनूठी पहल इलाके में चर्चा का विषय बन हुआ है.

बगहा में अनोखी शादी
बगहा में अनोखी शादी

पर्यावरण बचाने का संदेशः बता दें कि दुल्हन तृप्ति विजय ने विश्व भारती विश्वविद्यालय शांतिनिकेतन से एमएससी एग्रीकल्चर की पढ़ाई की है. इस पहल को लेकर विजय भी काफी खुश दिखाई दे रही हैं. वहीं लड़की की मां स्मिता चौरसिया का कहना है कि लोग कार्ड को कचरे के डब्बे और आग पर फेंक देते हैं. आजकल कई तरह के प्लास्टिक कोटेड कार्ड आ रहे हैं, जो पर्यावरण के लिए काफी नुकसानदेह हैं. इसे देखते हुए पर्यावरण को बचाने (message to save environment) के लिए यह एक अच्छी पहल है

''वर और वधू शादी के पहले कुछ फलदार पौधे लगाएंगे. यह पौधे जहां बारात रहने की व्यवस्था होगी वहां पर लगाए जाएंगे. इसके बाद वैवाहिक कार्यक्रम की शुभारंभ होगी. '' -स्मिता चौरसिया, नव निर्वाचित मुखिया, खटौरी रामनगर

Last Updated : Nov 18, 2022, 7:27 PM IST
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