बगहा: आस्था, उपासना और स्वच्छता के महापर्व छठ की छटा सात समंदर पार भी दिखी. पश्चिम चंपारण के बगहा सहित बिहार और झारखंड के कई जिलों के निवासी केन्या के नैरोबी में अपनी संस्कृति और सभ्यता को बरकरार रखे हुए हैं.
बगहा की रीता चौरसिया, मुंगेर की ममता सिंह, सासाराम की प्रियंका सिंह, मधुबनी की नैना झा, छपरा की सरिता सिंह और बक्सर की रंजीता राव समेत गढ़वा की रेखा मिश्रा के परिवार ने धूमधाम से छठ पर्व मनाया.
"विदेश में रहते हुए भी हमलोगों ने अपनी सभ्यता और संस्कृति को बरकरार रखा है. हमलोगों ने हर्षोल्लास पूर्वक छठ पर्व मनाया."- ऋतु सिंह, नैरोबी निवासी छठ व्रती
मास्को से आया युवक छठ पर्व में हुआ शामिल
अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल बोधगया स्थित निरंजना नदी के तट पर लोक आस्था के महा पर्व छठ पूजा के अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने में विदेशी युवक भी शामिल हुआ. रूस की राजधानी मास्को से आया युवक सिडन छठ व्रतियों को नदी के तट पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देते देखकर काफी प्रभावित हुआ. सिडन भी पूजा में शामिल हुआ और भगवान सूर्य को प्रणाम किया.
"बिहार के लोग डूबते सूर्य की भी पूजा करते हैं, जो अपने आप में बड़ी बात है. मैं पहली बार पूजा में शामिल हुआ हूं. इस पर्व में शामिल होकर अपने आप को बहुत खुशनसीब समझ रहा हूं."- सिडन