बगहा: बिहार (Bihar) में बारिश को लेकर मौसम विभाग ने 22 जून तक के लिए अलर्ट जारी किया है. इधर, पश्चिमी चंपारण जिले के बगहा में मानसून के पहली बरसात में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है. लिहाजा प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. बगहा में बाढ़ की चुनौतियों से निपटने के लिए एनडीआरएफ (NDRF) की तैनात कर दी गई है. एनडीआरएफ की टीम बाढ़ की चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार है.
ये भी पढ़ें: बाढ़ में डूबा गोपालपुर पुलिस थाना, हथियारों के साथ सुरक्षित स्थान तलाश रहे पुलिसकर्मी
एनडीआरएफ की टीम हुई मुस्तैद
बता दें कि बगहा के राजकीय प्राथमिक विद्यालय पटखौली में एनडीआरएफ की टीम को रखा गया है. मानसून की पहली बरसात में ही गण्डक नदी द्वारा रिकॉर्ड 4 लाख 12 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया.
नतीजा ये हुआ कि निचले इलाकों में बाढ़ आ गई और दर्जनों गांव डूब गए. ऐसे में बाढ़ की चुनौतियों से निपटने के लिए प्रशासन काफी मुस्तैद है और तैयारियों में जुटा है. इसी के मद्देनजर एनडीआरएफ टीम की तैनाती भी हो गई है.
बगहा में कैम्प कर रही है एनडीआरएफ की टीम
बगहा पहुंची एनडीआरएफ टीम के इंस्पेक्टर अरविंद कुमार ने बताया कि लोगों को घबराने और चिंता करने की जरूरत नहीं है. बाढ़ के कारण होने वाली किसी भी तरह की चुनौतियों और समस्याओं से निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीम बगहा में कैम्प कर रही है.
जरूरत के सभी सामान के साथ पूरी तरह से मुस्तैद है. उन्होंने कहा कि प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम सम्भावित बाढ़ग्रस्त इलाकों पर नजर रखे हुए है और किसी भी तरह की स्थिति में लोगों तक मदद जरूर पहुंचेगी.
ये भी पढ़ें: Bihar Flood News: मुजफ्फरपुर में उफान पर बूढ़ी गंडक नदी, कटाव की जद में आए कई घर
बारिश की संभावना ने बढ़ाई चिंता
गत सप्ताह लगातार चार दिनों की बारिश के बाद आई बाढ़ से अभी निजात भी नहीं मिली थी कि मौसम विभाग ने 22 जून तक का अलर्ट जारी कर दिया है. हालांकि गण्डक नदी का जलस्तर चार लाख से कम होकर 1 लाख 22 हजार तक पहुंचा है.
इसके बावजूद प्रशासन की नजर नेपाल में हो रही बारिश पर टिकी है. यदि नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्रों में भी बारिश होती है तो एक मर्तबा फिर गण्डक के जलस्तर में बढ़ोतरी होगी और बाढ़ की संभावना प्रबल होगी.