पश्चिमी चंपारण: बिहार के बगहा में कोरोना के नए वेरिएंट (Omicron Subvariants BF 7) को लेकर सरकार और प्रशासन अलर्ट मोड पर है. लिहाजा देश भर के अस्पतालों में आज मॉक ड्रिल के लिए एडवाइजरी ज़ारी की गई. जिसको लेकर यूपी और नेपाल सीमा पर स्थित बगहा सदर अस्पताल प्रशासन ने एहतियात बरतने के लिए मॉक ड्रिल किया. बगहा में कोविड को लेकर किए गए मॉक ड्रिल के दौरान 330 LPM प्रति मिनट क्षमता वाले ऑक्सिजन प्लांट को स्टार्ट कर चेक किया गया.
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ऑक्सीजन युक्त 50 बेड का कोविड केयर सेंटर बनकर तैयार: बता दें की तैयारियों के मद्देनजर अत्याधुनिक सुविधाओं वाले 50 बेड का कोविड केयर सेंटर भी बनकर तैयार है. जिसमें हर बेड पर लिक्विड ऑक्सिजन गैस लगाए गए हैं. दूसरी ओर सीमा क्षेत्र होने के कारण प्रतिदिन 50 से 100 मरीजों का RTPCR और रैंडम जांच किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि बोधगया में 11 विदेशियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद हड़कंप मचा है. यहीं वजह है कि अस्पताल प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है.
मास्क पहनने की भी दी जा रही चेतावनी: अस्पताल में जहां हर संकट से निपटने की तैयारी है तो वहीं लोगों से साफ सफाई और आपसी दूरी बनाए रखने के साथ मास्क पहनने की भी सलाह दी जा रही है. बता दें कि बगहा अनुमंडलीय अस्पताल को हाल ही में सदर अस्पताल का दर्ज़ा मिला है. इस लिहाज से भी यहां स्वास्थ्य विभाग ने अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया कराई हैं.
''कोविड काल की तीन लहरों के बीच डेल्टा जैसे खतरनाक वेरिएंट की स्थिति में भी यहां कोई मुश्किल नहीं हुई. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व ज़िला प्रशासन के सहयोग से ऑक्सिजन के अभाव में किसी मरीज़ की मौत भी नहीं हुई है. फिर भी चीन से इस नए वेरिएंट के बाद बढ़ते प्रभाव को लेकर पूरी तरह से सतर्कता बरती जा रही है. जिन लोगों में भी कोई संदिग्ध लक्षण दिखाई देते हैं तो फौरन लोग अस्पताल पहुँचे और कोरोना जांच के अलावा प्रॉपर मेडिसिन के साथ खाने पीने की माकूल व्यवस्थाओं पर ध्यान दें.''- डॉक्टर अशोक तिवारी, डीएस, बगहा सदर अस्पताल