पश्चिम चंपारण(बेतिया): पशुपालन विभाग के अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आयी है. यहां लाखों की दवा एक्सपायर हो गयी है और क्षेत्र के पशुपालकों के पशुओं के बीच यह दवा, चारा आज तक वितरित नहीं किया गया. जिला पशुपालन विभाग के कार्यालय के पीछे इसे खंडहरनुमा मकान में छुपा के रखा गया है. और अब इसे खपाने की कोशिश की जा रही है.
लाखों की दवा एक्सपायर
2017 का बना चारा, दवा 2020 में रखे रखे एक्सपायर हो गया और इसे फेंक दिया गया है. इतना ही नहीं, इसमें 2021 के चारा, दवा शामिल हैं. बेतिया पशुपालन विभाग के ठीक पीछे खंडहरनुमा मकान में सैकड़ों बोरियों में चारा फेंका गया है. यह पशुपालन विभाग का भंडारण कक्ष नहीं है. फिर भी इन्हें यहां ऐसे ही फेंक दिया गया है.
'मामला अभी संज्ञान में आया है. इसकी जांच की जाएगी और वरीय पदाधिकारियों को पत्र लिखा जाएगा. जो दोषी है उन पर कार्रवाई की जाएगी.'- डॉ. सुनील कुमार, जिला पशुपालन पदाधिकारी
ऐसे में सवाल उठता है
- क्यों हुआ लाखों का चारा, दवा एक्सपायर?
- पशुपालकों के पशुओं के बीच दवा क्यों नहीं वितरण की गई?
- क्या पशुओं के लिए आने वाले चारा ऐसे ही ठिकाने लगा दिया जाता हैं ?
बड़ा फर्जीवाड़ा आया सामने
विभाग के कर्मियों ने नाम ना बताने की शर्त पर बताया कि सरकार की तरफ से पशुपालकों के पशुओं के लिए तमाम तरह की दवा और चारा आते हैं. लेकिन वह मार्केट में भेज दिया जाता है. और जो बच जाता है उसे ऐसे ही फेंक दिया जाता है. अगर सही से मामले की जांच हो तो पशुओं का एक और चारा घोटाला सामने आएगा.