ETV Bharat / state

बेतिया: हजारों रुपये मूल्य की सरकारी दवा तालाब में फेंकी मिली - मरीजों को दवाएं नहीं मिलती है

बेतिया के योगापट्टी में हजारों रूपये की जीवन रक्षक दवाएं तालाब में फेंकी हुई मिली है. एक तरफ गरीब मरीजों को दवाएं नहीं मिलती है.दूसरी तरफ कई कार्टन दवाइयां तालाब में फेंकी मिली है.ऐसे में ग्रामीण मामले की जांच की मांग कर रहे हैं.

पश्चिम चंपारण
पश्चिम चंपारण
author img

By

Published : Nov 22, 2020, 9:54 PM IST

पश्चिम चंपारण(बेतिया):स्वास्थ विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. योगापट्टी के मच्छरगावां के एक तलाब में कई कार्टन सरकारी दवा फेंकी गई है. सभी सरकारी दवा का एक्सपायरी डेट 2021और 22 का है.

दवाओं को तालाब से किया गया बरामद
दवाओं को तालाब से किया गया बरामद

तालाब में फेकी मिली दवा
मामला योगापट्टी के मच्छरगावां का है. जहां एक तलाब में कई कार्टन सरकारी दवा फेंकी गई है. ग्रामीणों का आरोप है कि तलाब में कई कार्टन दवा है. अगर जांच की जाय तो विभाग के कई अधिकारी इसमें फंस सकते है. ग्रामीण आरोप लगा रहे है की सरकारी अस्पताल में दवा नही मिलती है. वहां के कर्मी बाहर से दवा खरीदने को बोलते है. लेकिन तालाब और नदियों में सरकारी दवा फेंका हुआ मिल रहा है.

हजारों रुपये मूल्य की जीवन रक्षक दवाएं तालाब में फेंकी मिली

कैमरे से बचते दिखे अधिकारी
स्वास्थ विभाग के अधिकारियों से जब बात की गई है तो अधिकारी कैमरे पर कुछ भी बोलने से मना कर रहें है और जांच की बात कर रहे है. ऐसे में सरकार और स्वास्थ विभाग पर सवाल उठना लाजमी है. क्योंकि मरीजों को अस्पताल में दवा नही मिल रही है.वहीं तलाब में लाखों की दवाइयां फेंकी मिलने की जांच की मांग ग्रामीण कर रहे हैं.

पश्चिम चंपारण(बेतिया):स्वास्थ विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. योगापट्टी के मच्छरगावां के एक तलाब में कई कार्टन सरकारी दवा फेंकी गई है. सभी सरकारी दवा का एक्सपायरी डेट 2021और 22 का है.

दवाओं को तालाब से किया गया बरामद
दवाओं को तालाब से किया गया बरामद

तालाब में फेकी मिली दवा
मामला योगापट्टी के मच्छरगावां का है. जहां एक तलाब में कई कार्टन सरकारी दवा फेंकी गई है. ग्रामीणों का आरोप है कि तलाब में कई कार्टन दवा है. अगर जांच की जाय तो विभाग के कई अधिकारी इसमें फंस सकते है. ग्रामीण आरोप लगा रहे है की सरकारी अस्पताल में दवा नही मिलती है. वहां के कर्मी बाहर से दवा खरीदने को बोलते है. लेकिन तालाब और नदियों में सरकारी दवा फेंका हुआ मिल रहा है.

हजारों रुपये मूल्य की जीवन रक्षक दवाएं तालाब में फेंकी मिली

कैमरे से बचते दिखे अधिकारी
स्वास्थ विभाग के अधिकारियों से जब बात की गई है तो अधिकारी कैमरे पर कुछ भी बोलने से मना कर रहें है और जांच की बात कर रहे है. ऐसे में सरकार और स्वास्थ विभाग पर सवाल उठना लाजमी है. क्योंकि मरीजों को अस्पताल में दवा नही मिल रही है.वहीं तलाब में लाखों की दवाइयां फेंकी मिलने की जांच की मांग ग्रामीण कर रहे हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.