ETV Bharat / state

पश्चिम चंपारण: बारिश की मन्नत को लेकर लोगों ने धूमधाम से कराई भगवान कृष्ण और रुक्मिणी की शादी - west champaran tradition of rain

इसमें पूरे रिति रिवाज से शादी होती है. श्रीकृष्ण रुक्मिणी को पुष्प वाटिका से हरण करते हैं. हरण में दो बालिकाएं होती हैं. एक कृष्ण और दूसरी रुक्मिणी. इसके साथ ही लवा भूजना, मटकोर, परछावन, माड़ो मंझका सहित तमाम रस्म पूरी की जाती है.

भगवान कृष्ण और रूपमिर्णी की शादी कराते ग्रामीण
author img

By

Published : Sep 14, 2019, 1:28 PM IST

पश्चिम चंपारण: जिले के गौनाहा प्रखंड के जमुनिया पंचायत में एक बेहद अनूठी परंपरा है. यहां बारिश नहीं होने पर ग्रामीण भगवान कृष्ण और रुक्मिणी की शादी कराते हैं. जिसके बाद यहां बारिश होती है. दरअसल 1990 में जब क्षेत्र में बारिश नहीं हो रही थी तब किसान बेहाल थे, जमीन बंजर हो रही थी, जिसके बाद जमुनिया में कृष्ण और रुक्मिणी की शादी हुई और उसके बाद यहां जमकर बारिश हुई थी.

Krishna Rukmani marrige in jamunia for rain
बारात में शामिल हुए ग्रामीण

पूरे रीति रिवाज से होती है शादी
इधर हाल के दिनों में फिर यहां बारिश नहीं हो रही है. जिसकी वजह से किसान परेशान है. ये इलाका पहाड़ी है और थारू बहुल गांव है. यहां किसान बारिश पर ही निर्भर रहते हैं. 1990 के बाद शनिवार को फिर पंचायत के लोगों ने कृष्ण और रुक्मिणी की शादी बड़े धूमधाम से कराई. इसमें पूरे रिति रिवाज से शादी होती है. श्रीकृष्ण रुक्मिणी को पुष्प वाटिका से हरण करते हैं. हरण में दो बालिकाएं होती हैं. एक कृष्ण और दूसरी रुक्मिणी. इसके साथ ही लवा भूजना, मटकोर, परछावन, माड़ो मंझका सहित तमाम रस्म पूरी की जाती है. इस दौरान भारी संख्या में बाराती होते हैं और रथ पर कृष्ण और रुक्मिणी सवार रहते हैं.

पूरी परंपरा से हुई भगवान कृष्ण और रुक्मिणी की शादी

ग्रामीण भगवान से बारिश की मांग करते हैं
इस परंपरा में ग्रामीण भगवान से बारिश की मांग करते हैं और बारिश भी होती है. मुखिया सुनील गढ़वाल ने बताया कि 1990 में कृष्ण और रुक्मिणी की शादी हुई थी, तो बारिश हुई थी. अबकी बार फिर बारिश नहीं हो रही है जिसके बाद आज शादी हुई है. इसके साथ ही पंचायत के सरपंच ने बताया कि बारिश नहीं होने के कारण यह शादी हो रही है. वहीं, एक ग्रामीण ने बताया कि किसानों की हालत खराब है, बारिश नहीं हो रही है, इसलिए हम प्रार्थना करते हैं कि बारिश हो. इसी संदर्भ में कृष्ण और रुक्मिणी की शादी हो रही है.

पश्चिम चंपारण: जिले के गौनाहा प्रखंड के जमुनिया पंचायत में एक बेहद अनूठी परंपरा है. यहां बारिश नहीं होने पर ग्रामीण भगवान कृष्ण और रुक्मिणी की शादी कराते हैं. जिसके बाद यहां बारिश होती है. दरअसल 1990 में जब क्षेत्र में बारिश नहीं हो रही थी तब किसान बेहाल थे, जमीन बंजर हो रही थी, जिसके बाद जमुनिया में कृष्ण और रुक्मिणी की शादी हुई और उसके बाद यहां जमकर बारिश हुई थी.

Krishna Rukmani marrige in jamunia for rain
बारात में शामिल हुए ग्रामीण

पूरे रीति रिवाज से होती है शादी
इधर हाल के दिनों में फिर यहां बारिश नहीं हो रही है. जिसकी वजह से किसान परेशान है. ये इलाका पहाड़ी है और थारू बहुल गांव है. यहां किसान बारिश पर ही निर्भर रहते हैं. 1990 के बाद शनिवार को फिर पंचायत के लोगों ने कृष्ण और रुक्मिणी की शादी बड़े धूमधाम से कराई. इसमें पूरे रिति रिवाज से शादी होती है. श्रीकृष्ण रुक्मिणी को पुष्प वाटिका से हरण करते हैं. हरण में दो बालिकाएं होती हैं. एक कृष्ण और दूसरी रुक्मिणी. इसके साथ ही लवा भूजना, मटकोर, परछावन, माड़ो मंझका सहित तमाम रस्म पूरी की जाती है. इस दौरान भारी संख्या में बाराती होते हैं और रथ पर कृष्ण और रुक्मिणी सवार रहते हैं.

पूरी परंपरा से हुई भगवान कृष्ण और रुक्मिणी की शादी

ग्रामीण भगवान से बारिश की मांग करते हैं
इस परंपरा में ग्रामीण भगवान से बारिश की मांग करते हैं और बारिश भी होती है. मुखिया सुनील गढ़वाल ने बताया कि 1990 में कृष्ण और रुक्मिणी की शादी हुई थी, तो बारिश हुई थी. अबकी बार फिर बारिश नहीं हो रही है जिसके बाद आज शादी हुई है. इसके साथ ही पंचायत के सरपंच ने बताया कि बारिश नहीं होने के कारण यह शादी हो रही है. वहीं, एक ग्रामीण ने बताया कि किसानों की हालत खराब है, बारिश नहीं हो रही है, इसलिए हम प्रार्थना करते हैं कि बारिश हो. इसी संदर्भ में कृष्ण और रुक्मिणी की शादी हो रही है.

Intro:एंकर---------- ये गौनाहा प्रखंड के जमुनिया पंचायत की परंपरा है,जंहा बारिश नही होने पर ग्रामीण भगवान कृष्ण और रूपमिर्णी की शादी कराते है तब बारिश भी होती है। 1990 में जब क्षेत्र में बारिश नही हो रही थी किसान बेहाल थे जमीन बंजर हो रही थी तो जमुनिया में कृष्ण और रुक्मिणी की शादी हुई थी और उसके बाद जमकर बारिश हुई थी।
Body:फिर इधर हाल के दिनों में बारिश नही हो रही है किसान परेशान है इलाका पहाड़ी है थारू बहुल गाँव है किसान बारिश पर ही निर्भर रहते है तो 1990 के बाद आज फिर 2019 में पंचायत के लोगो ने कृष्ण और रुक्मिणी की शादी बड़े धूम धाम से कराई है।

शादी पुरे रीती रिवाज से होती है, श्रीकृष्ण रुक्मिणी को पुष्प वाटिका से हरण करते है, हरण में दो बालिकाएं होती है एक कृष्ण और दूसरा रुक्मिणी,लवा भुजना, मटकोर, परछावन, माड़ो मंझका वो तमाम रस्म पूरी की जाती, भारी संख्या में बाराती होते है, रथ पर कृष्ण और रुक्मिणी सवार रहते है।

यह एक परम्परा है और इस परंपरा में ग्रामीण भगवान बारिश की मांग करते है और बारिश भी होती है। मुखिया सुनील गढ़वाल ने बताया कि 1990 में कृष्ण और रुक्मिणी की शादी हुई थी तो बारिश हुई थी अबकी बार फिर बारिश नही हो रही है तो आज शादी हुई है यह परम्परा है।


पंचायत के सरपंच ने बताया कि बारिश नही होने के कारण यह शादी हो रही है, ग्रामीण युवक ने भी बताया किसानों की हालत खराब है बारिश नही हो रही है इसलिए हम प्रार्थना करते है बारिश हो इसी संदर्भ में कृष्ण और रुक्मिणी की शादी हो रही है।Conclusion: जो भी हो यह एक परम्परा है लेकिन जब शादी की कार्यक्रम शुरू हुई तो आसमान में बादल छा गए है 1990 में यही हुआ था और जमकर बारिश हुई थी 2019 में भी यही देखने को मिल रहा है बादल तो आसमान में आ गए है अब देखने वाली बात होगी की बारिश कब होती है।

बाइट----- सुनील गढ़वाल, मुखिया, जमुनिया
बाइट----- सरपंच---जमुनिया
बाइट---- ग्रामीण युवक
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.