पश्चिम चंपारण: जिले के गौनाहा प्रखंड के जमुनिया पंचायत में एक बेहद अनूठी परंपरा है. यहां बारिश नहीं होने पर ग्रामीण भगवान कृष्ण और रुक्मिणी की शादी कराते हैं. जिसके बाद यहां बारिश होती है. दरअसल 1990 में जब क्षेत्र में बारिश नहीं हो रही थी तब किसान बेहाल थे, जमीन बंजर हो रही थी, जिसके बाद जमुनिया में कृष्ण और रुक्मिणी की शादी हुई और उसके बाद यहां जमकर बारिश हुई थी.
पूरे रीति रिवाज से होती है शादी
इधर हाल के दिनों में फिर यहां बारिश नहीं हो रही है. जिसकी वजह से किसान परेशान है. ये इलाका पहाड़ी है और थारू बहुल गांव है. यहां किसान बारिश पर ही निर्भर रहते हैं. 1990 के बाद शनिवार को फिर पंचायत के लोगों ने कृष्ण और रुक्मिणी की शादी बड़े धूमधाम से कराई. इसमें पूरे रिति रिवाज से शादी होती है. श्रीकृष्ण रुक्मिणी को पुष्प वाटिका से हरण करते हैं. हरण में दो बालिकाएं होती हैं. एक कृष्ण और दूसरी रुक्मिणी. इसके साथ ही लवा भूजना, मटकोर, परछावन, माड़ो मंझका सहित तमाम रस्म पूरी की जाती है. इस दौरान भारी संख्या में बाराती होते हैं और रथ पर कृष्ण और रुक्मिणी सवार रहते हैं.
ग्रामीण भगवान से बारिश की मांग करते हैं
इस परंपरा में ग्रामीण भगवान से बारिश की मांग करते हैं और बारिश भी होती है. मुखिया सुनील गढ़वाल ने बताया कि 1990 में कृष्ण और रुक्मिणी की शादी हुई थी, तो बारिश हुई थी. अबकी बार फिर बारिश नहीं हो रही है जिसके बाद आज शादी हुई है. इसके साथ ही पंचायत के सरपंच ने बताया कि बारिश नहीं होने के कारण यह शादी हो रही है. वहीं, एक ग्रामीण ने बताया कि किसानों की हालत खराब है, बारिश नहीं हो रही है, इसलिए हम प्रार्थना करते हैं कि बारिश हो. इसी संदर्भ में कृष्ण और रुक्मिणी की शादी हो रही है.