पश्चिम चंपारण(बेतिया): 2020 से बंद इंडो-नेपाल बॉर्डर 2021 में खुलने की संभावना है. थोड़ी देर में नेपाल सरकार पत्राचार कर सकती है. भारत की सीमा से जुड़े बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के सभी बॉर्डरों को सशर्त खोले जाने की संभावना जतायी जा रही है. इसमें त्रिवेणी, इनरवा, भिखनाठोरी के अलावा भीसवा, वीरगंज से सटे एक दर्जन से अधिक बॉर्डर शामिल हैं.
इंडो-नेपाल बॉर्डर खुलने की संभावना
मार्च में कोविड-19 के दौरान इंडो- नेपाल बॉर्डर को बंद कर दिया गया था. लंबे इंतजार के बाद दोनों देशों के बीच में हुई बैठक में कई शर्तों के साथ बॉर्डर खुलने पर सहमति बनी है. लगभग एक साथ 30 बॉर्डर खुलने पर दोनों देशों के पदाधिकारियों के बीच सहमति बन गई है. इसके साथ ही बॉर्डर इलाकों में आम जनों में खुशी की लहर है.
![Indo-Nepal border](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10434041_589_10434041_1611992144203.png)
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बाजार पर आश्रित लोगों को मिलेगी राहत
बता दें कि इंडो- नेपाल सिर्फ दो देश ही नहीं हैं बल्कि इन देशों के नागरिकों के बीच बेटी रोटी का भी संबंध है. लंबे इंतजार के बाद बॉर्डर खुलने की सूचना पर नागरिकों में खुशी की लहर दौड़ गई है. लगातार दोनों देश के नागरिक बॉर्डर खुलवाने के लिए विरोध प्रदर्शन भी कर रहे थे. दोनों देश के पदाधिकारियों के बीच 27 जनवरी को त्रिवेणी बॉर्डर पर बैठक हुई. जिसमें साकारात्मक बातचीत हुई.
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थोड़ी देर में हो सकता है फैसला
बैठक में दोनों देश के पदाधिकारियों ने यह निर्णय लिया कि कुछ शर्तों के साथ बॉर्डर को खोल दिया जाए. हालांकि सरकारी दफ्तरों में, दूतावासों में अभी तक पत्राचार नहीं मिले हैं. संभावना है. थोड़ी देर में नेपाल के तमाम सरकारी कार्यालयों में पत्राचार, सरकारी आदेश पहुंच जाएगी और रविवार से से दोनों देश के बॉर्डर गुलजार हो जाएंगे.
![Indo-Nepal border](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10434041_200_10434041_1611992179954.png)
व्यापारी लगातार कर रहे प्रदर्शन
वहीं वाल्मीकिनगर बराज से नेपाल को आवागमन शुरू करने की मांग को ले वाल्मीकिनगर के व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद कर प्रदर्शन भी किया और जल्द बार्डर खोलने की मांग को ले सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. लेकिन अब उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इंडो नेपाल बॉर्डर फिर से गुलजार होगा.