पश्चिमी चंपारण : बिहार के बगहा में मिड-डे-मील खाने से बीमार 150 छात्रों में से एक छात्र के परिजन ने मिड डे मील सप्लाई करने वाले एनजीओ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. बता दें कि इससे पहले राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इसी मामले में बिहार के मुख्य सचिव से चार हफ्ते में जवाब तलब किया है. अभिभावक की रिपोर्ट दर्ज हो जाने के बाद पुलिस जांच कर रही है.
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एमडीएम सप्लाई करने वाले NGO पर FIR : 1 जून 2023 को पश्चिम चंपारण जिले के नरवल बरवल पंचायत क्षेत्र के राजकीय मध्य विद्यालय में MDM का खाना खाने से 150 बच्चे बीमार हो गए थे. इस मामले में अभिभावकों का आक्रोश बढ़ गया था. अभिभावकों का मानना है कि एनजीओ द्वारा दिया जा रहा खाना गुणवत्ता युक्त नहीं है. जिस तरह से दर्जनों बच्चों के पेट में दर्द और उल्टी की शिकायत हुई थी उससे बड़ी अनहोनी हो सकती थी. अभिभावक ने कहा कि इसी वजह से उन्होंने पटखौली थाना में संबंधित एनजीओ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. ये हमारे बच्चे से जुड़ा मामला है.
शिकायत पर जांच जारी : बता दें की दर्जनों बच्चों को पेट दर्द और उल्टी की शिकायत के बाद अनुमंडलीय अस्पताल में तकरीबन 200 बच्चों को भर्ती कराना पड़ा था. इस घटना के बाद शिक्षा विभाग के सहायक निदेशक के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम में जांच भी किया था. वहीं, बगहा एसपी किरण कुमार गोरख जाधव ने बताया है कि एक अभिभावक द्वारा एनजीओ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. जिसमें मामले का जांच किया जा रहा है.
''एक बच्चे के पिता के द्वारा पटखौली थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है कि एनजीओ का खाना खाने से ही उसके बच्चे की तबीयत खराब हुई थी. इस संबंध में शिकायत के बाद प्रकरण संख्या दर्ज कर पटखौली थाने की ओर से जांच की जा रही है''- किरण कुमार जाधव, एसपी, बगहा
NHRC ने बिहार के मुख्य सचिव से मांगा है जवाब : इसके अलावा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, एनएचआरसी ने स्वत: संज्ञान लिया है. आयोग ने कहा है कि मीडिया रिपोर्ट की सामग्री यदि सत्य है, तो बच्चों के मानवाधिकारों का उल्लंघन है. जाहिर है स्कूल के अधिकारियों की ओर से निरीक्षण में चूक हुई थी, जिसके कारण भोजन अस्वास्थ्यकारी तरीके से तैयार किया गया और छात्रों को परोसा गया.