पश्चिमी चंपारणः जिले में नकली कीटनाशक दवा फटेरा की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है. FMC कंपनी द्वारा किसानों की फसल में छिड़काव की जाने वाली कीटनाशक दवा की एक बड़ी खेप यूपी से बिहार लाई गई थी. जिसको कंपनी के मार्केटिंग मैनेजर ने नकली होने का दावा किया. और कृषि पदाधिकारी को इस बाबत सूचना दी.
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धड़ल्ले से हो रही नकली कीटनाशक की बिक्री
जिला के बाजारों में FMC कंपनी द्वारा निर्मित फटेरा नामक कीटनाशक दवा का नकली उत्पाद धड़ल्ले से बिक रहा है. इस बात का खुलासा तब हुआ जब एफएमसी कंपनी के मार्केटिंग मैनेजर ने खुद यूपी से बिहार लाई गई नकली फटेरा की बड़ी खेप पकड़ कर कृषि पदाधिकारी बगहा के हवाले कर दिया.
फसल को होगा नुकसान
दरअसल, कृषि बहुल इस इलाके में किसानों को कीटनाशक दवा की बहुत जरूरत पड़ती है. लिहाजा धान, गेहूं, गन्ना इत्यादि फसलों को कीड़े मकोड़ों से सुरक्षित रखने के लिए किसान बड़े पैमाने पर विभिन्न कंपनियों के कीटनाशक दवा खरीदते हैं. जिसमें एफएमसी का उत्पाद फटेरा और कोरिजन प्रसिद्ध है. ऐसे में बाजार में जो नकली उत्पाद मिल रहे हैं, उससे उनकी फसलों को क्षति पहुंचती है.
नकली उत्पाद बिकने का पूर्व से था आभास
एफएमसी कंपनी के मार्केटिंग मैनेजर दीपक कुमार ने बताया कि पूर्व से ही कंपनी के अधिकारियों को इस बात की सूचना मिल रही थी कि बाजार में कम कीमत पर फटेरा नामक कीटनाशक दवा की बिक्री जोरों पर हो रही है. लिहाजा कर्मी इस ताक में थे कि आखिर इसका कारोबार कहां से फल-फूल रहा है. कंपनी मैनेजर ने बताया कि पकड़े गए खेप को कृषि विभाग के अधिकारियों के सुपुर्द कर दिया गया है.