बेतिया: सोमवार को वाल्मीकिनगर के पिपरासी प्रखंड स्थित सभी सातों आइसोलेशन वार्डो की जांच की गई. डीपीआरओ विनोद कुमार, बीडीओ बिड्डू कुमार राम और जीपीएस मो. मैउद्दीन ने संयुक्त रूप से जांच प्रक्रिया में हिस्सा लिया., निरीक्षण के दौरान ने इन लोगों ने सभी स्थानों की भौतिक स्थिति और वहां मौजूद संसाधनों की भी जांच की.
डीपीआरओ ने दिए जरूरी दिशा-निर्देश
डीपीआरओ ने बताया कि जांच के दौरान उत्क्रमित मध्य विद्यालय लक्षनही में 3, उत्क्रमित मध्य विद्यालय सुजनही घोड़ाहवा में 11, उत्क्रमित मध्य विद्यालय सुगौली में 4, उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय परसौनी में 5, बुनियादी विद्यालय सितुहिया में 17, उत्क्रमित मध्य विद्यालय नैनहा में 17 और उत्क्रमित मध्य विद्यालय भैसाहिया में 10 लोगों को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है. उन्होंने बताया कि एक एक कर सभी स्थानों की जांच की गई. इस दौरान वहां दी जा रही सुविधाओं के बारे में लोगों से पूछताछ की गई. सभी आइसोलेशन वार्डो की देखरेख के लिए मौजूद नोडल अधिकारी, आशा, एएनएम, चौकीदार व डॉक्टरों की उपस्थिति के बारे में भी जानकारी ली गई. डीपीआरओ ने बताया कि आइसोलेशन वार्ड के आसपास सफाई नहीं थी. इस पर संबंधित कर्मियों को रोजाना सफाई करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही मेडिकल स्टाफ को निर्देश दिया गया कि कमरों के चारों तरफ ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराए.
आइसोलेशन में रहने वाले लोगों ने डीपीआरओ से की शिकायत
इस दौरान वहां उपस्थित मुखिया को निर्देश दिया गया कि पंचायत में बाहर से आने वाले लोगों पर विशेष ध्यान दें. किसी के भी बाहर से आते ही तुरंत उसे आइसोलेशन वार्ड में रखने की व्यवस्था करें. वहीं आइसोलेशन में रहने वाले लोगों ने डीपीआरओ से शिकायत भी की. लोगों ने बताया कि यहां जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है. जो डॉक्टर आते है वे केवल दूर से ही हालचाल पूछ कर चले जाते है. दिन या रात में यहां कोई भी प्रतिनियुक्त कर्मी नहीं रहता है. ये सभी लोग कभी-कभार आते हैं और पूछताछ करके चले जाते हैं.