बेतिया: वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के दो दिवसीय यात्रा पर पहुंचे डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने पर्यटकों के लिए लोकनृत्य का औपचारिक शुभारंभ किया. अब प्रतिदिन विटीआर का सैर करने आनेवाले सैलानी स्थानीय तराई क्षेत्रो में रहने वाले थारुओं के लोक नृत्य और संगीत का घूमने के बाद रात्रि में आनंद ले सकेंगे.
लोक नृत्य की औपचारिक शुरूआत
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने अधिकारियों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ समीक्षात्मक बैठक के बाद जंगल सफारी से वाल्मीकि टाइगर रिजर्व का भ्रमण किया. इसके बाद उन्होंने अधिकारियों और विधायकों के साथ आदिवासियों के पारंपरिक लोक नृत्य झमटा और डांडिया सहित संगीत का लुत्फ उठाया. साथ ही इसकी औपचारिक शुरूआत की.
सैलानी उठा सकेंगे लुत्फ
इसकी शुरुआत होने के से अब वाल्मीकि टाइगर रिजर्व का सैर करने आने वाले सैलानी दिनभर पर्यटक स्थलों को घूमने के बाद इस लोक नृत्य का आनंद ले सकेंगे. साथ हीं लोकनृत्य के बाद इस पर्यटन स्थलों की विशेषताओं से संबंधित दिखाई जाने वाले चलचित्र को भी उपमुख्यमंत्री ने देखा. इस मौके पर वन विभाग द्वारा टाइगर काउंटिंग नामक चलचित्र दिखाई गई.
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व परियोजना के डीएफओ गौरव ओझा ने विटीआर के विशेषताओं को काफी विस्तार से सभी दर्शकों को समझाया. साथ ही वन्य जीवों के वृद्धि के सम्भावनाओं को लेकर प्रकाश डाला और कई बिंदुओं पर चर्चा भी की.