पश्चिमी चंपारण: ज्येष्ठ की तपती दोपहरी और चिलचिलाती धूप और गर्मी के कारण बाजार में सीजनल फल तरबूज की डिमांड काफी बढ़ गई है. जैसे-जैसे पारा चढ़ता जा रहा है तरबूज की खपत भी बढ़ती जा रही है. वहीं, जिले में बगहा के किसान प्रतिदिन 20 से 25 ट्रक तरबूज की सप्लाई देश के अनेक हिस्सों सहित पड़ोसी देश नेपाल में कर रहे हैं.
जिले के दियारा क्षेत्र में उपजने वाले सीजनल फल जैसे तरबूज, खरबूज, बट्टी, खीरा और ककड़ी की मांग इस प्रचंड गर्मी में बाजार में बहुत ज्यादा है. खासकर इस क्षेत्र के तरबूज ग्राहकों को काफी पसन्द आ रहे हैं. इस गर्मी में जहां लोग शीतल पेय पदार्थों का सहारा ले रहे हैं. वहीं, ये सीजनल फल भी उनके तन मन को शीतलता प्रदान करने में सहायक सिद्ध हो रहे हैं. यही वजह है कि इस बार दियारा के किसानों के चेहरे पर खुशी देखी जा सकती है.
सीजनल फलों की अच्छी बिक्री से किसानों में खुशी
किसानों का कहना है कि नदी के किनारे इसकी खेती काफी फायदेमंद होती है. हमलोग इस क्षेत्र में तीन वेरायटी के तरबूज उपजाते हैं. अस्ता, किरण और पाकीजा. इन तरबूजों के दाम भी अलग-अलग होते हैं. इन तीनों वेराइटीज में पाकीजा सबसे मीठा होने की वजह से महंगा बिकता है. साथ ही उन्होंने बताया कि प्रतिदिन 20 से 25 ट्रक तरबूज देश के कई राज्यों उत्तरप्रदेश, दिल्ली के अलावा पड़ोसी देश नेपाल में भी बड़े पैमाने पर सप्लाई होता है.