बेतिया: जिले के नरकटियागंज भाकपा-माले ने आहूत जिला व्यापी कार्यक्रम के तहत प्रदर्शन किया. उन्होंने यह प्रदर्शन वन बैरिया दलित उत्पीड़न कांड में शामिल रामनगर इस्टेट के गुर्गों की गिरफ्तारी को लेकर किया है. इस दौरान प्रदर्शन कार्यक्रताओं ने सरकार के समक्ष कई मांगो को भी रखा.
भाकपा ने किया प्रदर्शन
भाकपा माले ने वन बैरिया में हमले में घायल लोगों के इलाज, भूखमरी के शिकार गरीबों को राशन देने, फुस और टाइल्स के घर वाले 12 से अधिक परिवारों के लिए पक्का मकान बनाने, सामंती राज के बदले कानून का राज कायम करने जैसी अन्य मांगों को लेकर धरना दिया. वहीं बीते 17 जुलाई की रात रामनगर इस्टेट के गुर्गों ने दलितों के मोहल्ले में राइफल, बंदूक और लाठी-भाला के साथ हमला कर दिया था. इसमें बन्हू मांझी, पतियां देवी समेत 12 से अधिक लोग घायल हो गए. इसके साथ ही इस घटना में एक गर्भवती महिला भी घायल हो गई थी.
भाकपा कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन. गरीबों के घर की गई तोड़फोड़गरीबों के फुस और टाइल्स के घरों में तोड़फोड़ की गई. घरों में रखे अनाज, राशन आदि समानों को तहस-नहस कर दिया गया. इससे दलित परिवारों के सामने खाने-पीने की संकट उत्पन्न हो गई. उनके पास इलाज कराने के लिए पैसे नहीं बचे हैं. वहीं पुलिस अब तक दलित उत्पीड़न कांड में शामिल किसी दोषी को गिरफ्तारी भी नहीं कर पाई है.
नीतीश सरकार को कहा उत्पीड़न का सरकारइस समस्या को लेकर भाकपा-माले केन्द्रीय कमेटी सदस्य वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि वन बैरिया की घटना भाजपा जदयू के शासन में दलित उत्पीड़न की घटनाओं का ही हिस्सा है. नीतीश सरकार दलित उत्पीड़न की सरकार बन गई है. इस क्रम में माले नेता ने आगे कहा कि पुरे बिहार की तरह प.चम्पारण में भी भाजपा जदयू सरकार के सामंतों, भू-माफियाओं से गहरे राजनीतिक रिश्ते हैं. उन्होंने कहा कि चम्पारण में तो कानून के राज के बदले सामंती राज चल रहा है.