बेतिया: जिले के बैरिया प्रखंड के वार्ड नंबर 5 में संवेदक और ग्रामीणों ने बरसात के मौसम में सड़क को उखाड़ दिया है. लगभग 1700 फीट लंबी सड़क उखाड़ दी गई है. संवेदक चंद्रदेव चौधरी का कहना है कि 2017 में मैंने यह सड़क बनवाई थी और आज तक सड़क का भुगतान नहीं हुआ. मुखिया से लेकर बीडीओ तक दौड़ लगाते थक चुका हूं.
संवेदक चंद्रदेव चौधरी का कहना है कि चंपारण क्रांति की भूमि है. इसलिए भुगतान नहीं मिलने के कारण मैं सड़क को उखाड़ रहा हूं. लगभग 4 दिनों से यह सड़क संवेदक व ग्रामीणों की ओर से सड़क को तोड़ा जा रहा है. लेकिन अभी तक किसी भी प्रशासनिक अधिकारी की ओर से कोई पहल नहीं की गई है.
'खुद से बनवाया था सड़क'
इस मामले को लेकर अधिकारियों से पूछने पर कोई भी अधिकारी जवाब देने को तैयार नहीं है. इस मामले में पंचायत मुखिया नवीन कुमार ने बताया कि सड़क बनाने की कोई योजना नहीं थी. सड़क को पास नहीं किया गया था. उन्होंने 2017 में अपने से खुद से सड़क बनवाया था और अब भुगतान की बात कर रहे हैं. जब योजना में सड़क बनाने की बात नहीं हैं. तो भुगतान कहां से किया जाएगा. तो ऐसे में यह अपनी सड़क उखाड़ कर ले जा रहे हैं.
सड़क को किया जा रहा तहस-नहस
ऐसे में अब सवाल उठता है कि बरसात के मौसम में सड़क उखाड़ी जा रही है. संवेदक व ग्रामीण अपनी दबंगई दिखा रहे हैं. प्रशासनिक अधिकारी लापरवाह बने हुए हैं. पिछले 4 दिनों से सड़क की ईंट उखाड़ी जा रही है, लेकिन इसे रोकने वाला कोई नहीं है. यह सड़क बैरिया प्रखंड से होते हुए नौतन प्रखंड के मंगलपुर गुदरिया को जोड़ती है. इसके बावजूद भी जिला के अधिकारी मौन बने हुए हैं. एक तरफ सरकार सड़क बनाने के लिए करोड़ों रुपया का टेंडर करती है और दूसरी तरफ संवेदक की दबंगई व प्रशासन की उदासीनता के कारण यह बनी बनाई सड़क को तहस-नहस किया जा रहा है.