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JDU पर भड़के संजय जायसवाल, कहा- 22 साल में ग्रेजुएशन तो करा नहीं पाते, अग्निपथ पर उठाते हैं सवाल

संजय जायसवाल ने जेडीयू पर हमला बोला (Sanjay Jaiswal attacks JDU) है. उन्होंने कहा कि बयानबाजी की जगह राज्य सरकार को कामकाज पर ध्यान देना चाहिए. तीन साल में बच्चों के ग्रेजुएशन की डिग्री पूरी होनी चाहिए. सरकार सेशन की देरी पर ध्यान दें, हमें अग्निपथ पर पुनर्विचार की सलाह न दे.

संजय जायसवाल ने जेडीयू पर हमला बोला
संजय जायसवाल ने जेडीयू पर हमला बोला
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Published : Jun 23, 2022, 1:49 PM IST

Updated : Jun 23, 2022, 2:09 PM IST

बेतिया: अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme) के विरोध में मचे बवाल को लेकर सत्ताधारी बीजेपी और गठबंधन साथी जेडीयू में सब ठीक नहीं चल रहा है. अग्निपथ पर पुनर्विचार की मांग करने वाले जेडीयू पर अब बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बिहार की शिक्षा नीति (Education Policy of Bihar) पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुझे तो हंसी आती है कि जेडीयू ने भी कह दिया कि अग्निपथ योजना पर पुर्नविचार करना चाहिए. उनके पास शिक्षा मंत्रालय है, वो खुद भी पुर्नविचार कर सकते हैं.

ये भी पढ़ें: Agnipath Scheme Protest: संजय जायसवाल के घर में ऐसे घुसे उपद्रवी, डरा देगा ये वीडियो

"हमको तो हंसी आती है जनता दल यूनाइटेड पर. उन्होंने भी कहा कि अग्निपथ योजना पर पुनर्विचार करना चाहिए, जबकि शिक्षा विभाग आज भी जेडीयू के पास है. पहले तो उनको इस बात पर पुनर्विचार करना चाहिए कि 3 साल में ग्रैजुएशन बनें. 2019 का लड़का अभी पार्ट टू का एग्जमा दे रहा है. जहां लड़का 22 साल में ग्रैजुएशन नहीं कर पा रहा है, वहां ये कहा जा रहा है कि पुनर्विचार होना चाहिए"- संजय जायसवाल, अध्यक्ष, बिहार बीजेपी

संजय जायसवाल का आरोप: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने अपने आवास पर हुए हमले को लेकर प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए कहा था कि इस दौरान जिस तरह प्रशासन की भूमिका रही है वह भी अच्छी नहीं रही है. प्रशासन का काम होता है शांति बनाना. बीजेपी के मधेपुरा कार्यालय को जलाया गया, वहां 300 पुलिसकर्मी थे, सभी दर्शक बनकर बैठे रहे. नवादा में भी बीजेपी कार्यालय तोड़ा गया, वहां भी पुलिस थी. कहीं न कहीं प्रशासन की दयनीय स्थिति रही. आज प्रशासन सक्रिय रहा तो बहुत कुछ देखने को नहीं मिला. यह पूरी तरह एक साजिश है. हम सभी अलग-अलग दल के है, लेकिन जिस तरह खास पार्टी के दफ्तरों को टारगेट बनाकर जलाया गया, वह गलत है. हमलोग भी प्रशासन का हिस्सा हैं. जो हो रहा है वह बहुत गलत हो रहा है. जिस तरह बिहार में हो रहा है वह हिंदुस्तान में कहीं नहीं हो रहा है.

ये भी पढ़ें: अग्निपथ योजना को लेकर NDA में महासंग्राम, सहयोगी दलों ने BJP की बढ़ाई मुश्किलें

'मानसिक संतुलन खो चुके हैं संजय जायसवाल': पिछले दिनों ललन सिंह ने कहा था कि सीएम नीतीश कुमार गुड गवर्नेंस के लिए जाने जाते हैं. वो जानते हैं कि कैसे सरकार चलती है. ललन सिंह ने आगे कहा कि प्रशासन आखिर संजय जायसवाल को क्यों टारगेट करेगा. ललन सिंह ने आगे संदेश देते हुए कहा कि संजय जायसवाल इस मामले में लोगों को समझाएं, जेडीयू को नहीं. नीतीश कुमार को सब पता है कि सरकार कैसे चलती है.

क्या बोले उपेन्द्र कुशवाहा? : पार्लियामेंट्री बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भी संजय जायसवाल पर हमला बोला है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि संजय जायसवाल को बेवजह बयान देने की आदत है. संजय जयसवाल के बयान को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है. किसी को गठबंधन में रहकर इस तरह का बयान सही नहीं है. संजय जयसवाल के कारण हमारा गठबंधन नहीं है. संजय जयसवाल को अगर दिक्कत है तो वह डीजीपी को आवेदन दे सकते हैं.

ये भी पढ़ें: 'BJP शासित राज्यों में गोली क्यों नहीं चलवा देते?' ललन सिंह का करारा जवाब सुनिए

बेतिया: अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme) के विरोध में मचे बवाल को लेकर सत्ताधारी बीजेपी और गठबंधन साथी जेडीयू में सब ठीक नहीं चल रहा है. अग्निपथ पर पुनर्विचार की मांग करने वाले जेडीयू पर अब बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बिहार की शिक्षा नीति (Education Policy of Bihar) पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुझे तो हंसी आती है कि जेडीयू ने भी कह दिया कि अग्निपथ योजना पर पुर्नविचार करना चाहिए. उनके पास शिक्षा मंत्रालय है, वो खुद भी पुर्नविचार कर सकते हैं.

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"हमको तो हंसी आती है जनता दल यूनाइटेड पर. उन्होंने भी कहा कि अग्निपथ योजना पर पुनर्विचार करना चाहिए, जबकि शिक्षा विभाग आज भी जेडीयू के पास है. पहले तो उनको इस बात पर पुनर्विचार करना चाहिए कि 3 साल में ग्रैजुएशन बनें. 2019 का लड़का अभी पार्ट टू का एग्जमा दे रहा है. जहां लड़का 22 साल में ग्रैजुएशन नहीं कर पा रहा है, वहां ये कहा जा रहा है कि पुनर्विचार होना चाहिए"- संजय जायसवाल, अध्यक्ष, बिहार बीजेपी

संजय जायसवाल का आरोप: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने अपने आवास पर हुए हमले को लेकर प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए कहा था कि इस दौरान जिस तरह प्रशासन की भूमिका रही है वह भी अच्छी नहीं रही है. प्रशासन का काम होता है शांति बनाना. बीजेपी के मधेपुरा कार्यालय को जलाया गया, वहां 300 पुलिसकर्मी थे, सभी दर्शक बनकर बैठे रहे. नवादा में भी बीजेपी कार्यालय तोड़ा गया, वहां भी पुलिस थी. कहीं न कहीं प्रशासन की दयनीय स्थिति रही. आज प्रशासन सक्रिय रहा तो बहुत कुछ देखने को नहीं मिला. यह पूरी तरह एक साजिश है. हम सभी अलग-अलग दल के है, लेकिन जिस तरह खास पार्टी के दफ्तरों को टारगेट बनाकर जलाया गया, वह गलत है. हमलोग भी प्रशासन का हिस्सा हैं. जो हो रहा है वह बहुत गलत हो रहा है. जिस तरह बिहार में हो रहा है वह हिंदुस्तान में कहीं नहीं हो रहा है.

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'मानसिक संतुलन खो चुके हैं संजय जायसवाल': पिछले दिनों ललन सिंह ने कहा था कि सीएम नीतीश कुमार गुड गवर्नेंस के लिए जाने जाते हैं. वो जानते हैं कि कैसे सरकार चलती है. ललन सिंह ने आगे कहा कि प्रशासन आखिर संजय जायसवाल को क्यों टारगेट करेगा. ललन सिंह ने आगे संदेश देते हुए कहा कि संजय जायसवाल इस मामले में लोगों को समझाएं, जेडीयू को नहीं. नीतीश कुमार को सब पता है कि सरकार कैसे चलती है.

क्या बोले उपेन्द्र कुशवाहा? : पार्लियामेंट्री बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भी संजय जायसवाल पर हमला बोला है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि संजय जायसवाल को बेवजह बयान देने की आदत है. संजय जयसवाल के बयान को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है. किसी को गठबंधन में रहकर इस तरह का बयान सही नहीं है. संजय जयसवाल के कारण हमारा गठबंधन नहीं है. संजय जयसवाल को अगर दिक्कत है तो वह डीजीपी को आवेदन दे सकते हैं.

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Last Updated : Jun 23, 2022, 2:09 PM IST
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