बेतिया: बिहार में बुधवार (24 अगस्त) को जमीन के बदले नौकरी के मामले में आरजेडी नेताओं के घर सीबीआई रेड पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बड़ा बयान देते हुए सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar ) पर हमला किया है. संजय जायसवाल ( BJP State President Sanjay Jaiswal ) ने कहा कि सीएम नीतीश ने पहले ही आरेजडी नेताओं को सीबीआई रेड की जानकारी दे दी थी.
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'CBI-ED की जानकारी लिक करते हैं सीएम नीतीश': प्रदेश अध्यक्ष ( Sanjay Jaiswal On CM Nitish Kumar) ने सीएम नीतीश कुमार पर सीबीआई और ईडी की सूचनाएं लीक करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार लालू परिवार के रबर स्टांप मुख्यमंत्री हैं. जिस दिन बिहार में सीबीआई और ईडी की रेड होने वाली थी. उसकी जानकारी सिर्फ और सिर्फ सीएम नीतीश कुमार को थी. क्योंकि उन्हीं के हाथों में गृह विभाग है, उन्होंने इसकी सूचना डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को दे डाली. इसके बाद उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपनी सभी पार्टी के नेताओं को यह सूचना दी कि अपने-अपने दो नंबर के पैसे छुपा ले. क्योंकि बिहार में ईडी और सीबीआई का छापा पड़ने वाला है.
"मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब सिर्फ लालू परिवार के ऊपर जितने सीबीआई और ईडी के मामले दर्ज हैं उन सब मामलों में लीपापोती करेंगे. तेजस्वी इसीलिए उनको मुख्यमंत्री बनाए हैं. सीएम नीतीश कुमार लालू परिवार के संरक्षक के रूप में मुख्यमंत्री बनाए गए हैं और वह सिर्फ और सिर्फ लालू परिवार के रबर स्टांप हैं. सीबीआई की रेड के एक दिन पहले शक्ति यादव ने ट्वीट किया था कि सीबीआई के लोग आ गए हैं. सब सावधान हो जाइये. "- संजय जायसवाल, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष
'भाजपा का मिशन 36': भाजपा मिशन 36 पर काम कर रही है. सीएम नीतीश ने राजद के संरक्षणकर्ता का काम शुरू किया है ताकि वो प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के रूप में राजद द्वारा घोषित हो सकें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनेंगे और सीएम के तौर पर नीतीश का राजनीतिक जीवन तभी तक है जब तक वह तेजस्वी के हाथों की कठपुतली बनकर रहेंगे.
जमीन के 200 से अधिक डीड बरामद: सूत्रों के अनुसार आरजेडी नेताओं के ठिकानों पर की गई छापेमारी (CBI Raid On RJD Leaders) में 200 से अधिक जमीन के डीड बरामद हुआ है. इसके अलावा 20 किलो से भी ज्यादा सोने की ज्वेलरी बरामद किए गए. यही नहीं राजद के एमएलसी सुनील कुमार सिंह के ठिकानों से दिल्ली के गुड़गांव स्थित बन रहे मॉल का पेपर भी बरामद हुआ है. छापेमारी में भारी संख्या में नगद भी मिला है. इधर, छापे को लेकर बुधवार को दिन भर बिहार में गहमागहमी का माहौल बना रहा.
पटना, कटिहार और मधुबनी में छापा: केंद्रीय जांच एजेंसी CBI की टीम ने पटना, कटिहार और मधुबनी में कई ठिकानों पर छापेमारी की. सीबीआई ने जिन आरजेडी नेताओं पर शिकंजा कसा, उसमें RJD एमएलसी सुनील सिंह, पूर्व आरजेडी एमएलसी सुबोध राय, राज्यसभा सांसद अशफाक करीम और फैयाज अहमद शामिल हैं. इसके साथ ही सीबीआई ने गुरुग्राम के सेक्टर 71 में स्थित अर्बन क्यूबस मॉल में भी छापेमा की.
क्या है रेलवे भर्ती घोटाला : दरअसल, रेलवे भर्ती घोटाला भी साल 2004 से 2009 के बीच के समय का है. लालू यादव जब केंद्रीय रेल मंत्री थे तो नौकरी लगवाने के बदले जमीन और प्लॉट लिए गए थे. इस मामले में 18 मई को केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती और हेमा यादव समेत अन्य लोगों के खिलाफ एफआई दर्ज की थी. इसी साल मई 2022 में एक साथ 17 ठिकानों पर छापेमारी भी की गई थी. आरोप है कि रेलवे में ग्रुप डी में नौकरी के बदले पटना में प्रमुख संपत्तियों को लालू के परिवार के सदस्यों को बेची या गिफ्ट में दी गई थी.