बेतिया: बिहार के बेतिया में पुलिस और डॉक्टर का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. पुलिस और डॉक्टर विवाद ने राजनीतिक रंग ले लिया है. एक तरफ जहां पुलिस पर डॉक्टर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, तो वहीं बीजेपी सांसद संजय जायसवाल और सत्तारूढ़ पार्टी के भाकपा माले के विधायक वीरेंद्र गुप्ता ने भी सरकार को घेरा है. वो भी डॉक्टर के पक्ष में उतर गए हैं और नौतन थानाध्यक्ष पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
बीजेपी सांसद का नीतीश सरकार पर तंज: बीजेपी सांसद संजय जायसवाल भी डॉक्टर के पक्ष में हैं. जायसवाल ने सीएम नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर तंज कसा है. उन्होंने ने बताया है कि "पूरे प्रकरण की जानकारी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को है. एक थानेदार के सामने पूरी सरकार नतमस्तक है. थानेदार पर कार्रवाई नहीं हो रही है. बिहार में पुलिसिया राज चल रहा है." आगे उन्होंने कहा कि इस पूरे प्रकरण को सीएम को देखना होगा और पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई करनी होगी.
माले विधायक ने भी कार्रवाई की मांग: वहीं नौतन थाना अध्यक्ष खालिद अख्तर पर माले विधायक वीरेंद्र गुप्ता ने भी कार्रवाई की मांग की है. विधायक ने कहा है कि "दो दिन से हजारों मरीज जिला से वापस जा रहे हैं. ठंड का मौसम है, उसके बावजूद भी जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन एक थानेदार पर कार्रवाई नहीं कर रही है. यह लोकतंत्र के खिलाफ है." विधायक ने कहा कि मैं डीएम और एसपी से यह कहना चाहता हूं कि थानाध्यक्ष पर जल्द से जल्द कार्रवाई कर जिला में स्वास्थ्य व्यवस्था बहाल की जाए. थाना अध्यक्ष ने जिस तरह से डॉक्टर के साथ बातचीत की है वह निंदनीय है. पुलिस अपने थानाध्यक्ष को बचाने में लगी है. यह कहीं से जायज नहीं है. यह लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है.
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